जमुई। फर्जी शिक्षकों की पोल अब नित्यदिन खुलती जा रही है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की जांच में एक और शिक्षक का प्रमाण पत्र फर्जी मिला है। जिसके विरुद्ध स्थानीय थाना में निगरानी के पुलिस निरीक्षक प्रमोद कुमार ने मामला दर्ज कराया है।
फर्जी शिक्षक की पहचान महापुर पंचायत के नवीन प्राथमिक विद्यालय गढ़ी के शिक्षा मित्र त्रिपुरारी यादव के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार उच्च न्यायालय के निर्देश पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो मुख्यालय पटना द्वारा जिला स्तर पर वर्ष 2006 में बहाल हुए नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच युद्ध स्तर पर की जा रही है। वर्ष 2005 में प्रखंड के महापुर गांव के त्रिपुरारी यादव महापुर पंचायत में शिक्ष मित्र के लिए आवेदन किया। उक्त आवेदन में झारखंड राज्य से उर्त्तीण इंटर का मार्कशीट लगाया गया था। जिसके आधार पर त्रिपुरारी को मेधा सूची में नाम लाकर नियुक्ति प्रमाण पत्र दिया गया। निगरानी ने शिक्षक के प्रमाण पत्र को जांच के लिए झारखंड के इंटरमीडिएट काउंसिल भेजा था। जहां से जांच के बाद ऐसा कोई प्रमाण पत्र निर्गत नहीं होने की बात कही गई। निगरानी के पुलिस निरीक्षक ने शिक्षक के अलावा इस मामले में अन्य दोषी के विरुद्ध धारा 420, 467, 468, 471, 120वी भादवि के तहत मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष श्रीकांत कुमार ने निगरानी के आवेदन पर मामला दर्ज करने की बात कही है। मालूम हो कि इसके पहले पैरगाहा पंचायत के रंगाखुर्द में सुनिल कुमार दास का प्रमाण पत्र जांच में फर्जी मिला था। उक्त शिक्षक के विरुद्ध भी मामला दर्ज कराया गया है।
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