मुकेश/जहानाबाद: ''तू डाल डाल मैं पात पात" जहानाबाद में जो हुआ है, उस मामले पर शायद यह कहावत चरितार्थ हो रही है. जहानाबाद में फर्जी डिग्री पर नियोजित शिक्षकों और निगरानी विभाग में विभिन्न शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा तकरीबन एक हजार से ज्यादा फर्जी शिक्षकों के नियोजन से संबंधित फोल्डर को जमीन खा गई या आसमान, यह यक्ष प्रश्न बन गया है.
हालांकि, इस मामले में कार्रवाई करते हुए निगरानी विभाग ने 54 नियोजन इकाई पर एफआईआर दर्ज किया था. परंतु इससे पूर्व और कोई कार्रवाई हो पाती है उससे पहले ही सभी आरोपित लोगों ने हाईकोर्ट से अपना बेल करवा लिया है.
दरअसल, मामला यह है कि जहानाबाद जिले में वर्ष 2003 से 2006 तक पांच हज़ार एक सौ बारह शिक्षकों का नियोजन किया गया था, जिसमें बड़े पैमाने पर धांधली और फर्जी शिक्षकों की बहाली का मामला सामने आया था. मामला सामने आने के बाद निगरानी विभाग द्वारा पूरे मामले की जांच कर सभी नियोजित शिक्षकों का फोल्डर मांगा गया था.
निगरानी विभाग और शिक्षा विभाग के कई बार मांग के बावजूद सभी 93 पंचायत में नियोजित एक हज़ार अठावन शिक्षकों का नियोजन फोल्डर गायब हो गया. फोल्डर गायब होने की सूचना स्थानीय शिक्षा कार्यालय द्वारा निगरानी को दे दी गयी थी.
इसके आलोक में निगरानी विभाग ने इस मामले में 54 नियोजन इकाई पर एफआईआर दर्ज कराया था. परंतु सभी आरोपित पक्ष के लोगो द्वारा जमानत ले लिए जाने से जांच का मामला एक बार फिर से लटक गया है.
अब आगे की कार्रवाई क्या होगी, इसको लेकर संशय बरकरार है.
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