Ranchi: झारखंड के पारा शिक्षकों ने स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर सोमवार से पांच दिवसीय आंदोलन की शुरुआत कर दी है. करीब 65 हजार पारा शिक्षक आंदोलन में चरणबद्ध तरीके से शामिल हो रहे हैं. सोमवार को घोषणा के अनुसार पांच जिलों के शिक्षकों ने विधानसभा क्षेत्र में रैली निकाली. प्रदर्शनकारी विधानसभा का घेराव करना चाह रहे थे, मगर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इस दौरान पारा शिक्षकों ने जोरदार प्रदर्शन किया.
पारा शिक्षक संघ ने छह सूत्री मांगों को पूरा करने का दबाव सरकार पर बनाया है. शिक्षकों का कहना है कि उन्हें हमेशा आश्वासन ही दिया जाता रहा है लेकिन अभी तक उनकी मांगे नहीं पूरी की गई. अब आंदोलन की शुरुआत हुई है और यह जारी रहेगा. मालूम हो कि इससे पहले शिक्षा विभाग ने इन पारा शिक्षकों की मांगों पर सरकार काम करने की बात कही थी. विभाग ने पत्र जारी कर कहा था कि उनकी सभी मांगों को मान लिया गया है और सरकार उसे जल्द पूरा करेगी. इस बीच वे अपना आंदोलन वापस लें और बच्चों के पठन-पाठन के कार्य में लगे रहें. लेकिन सभी शिक्षकों ने एक बात नहीं सुनी और अपने चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत कर दी है.
पारा शिक्षक संघ की ओर से तय कार्यक्रम के अनुसार 15 मार्च को रामगढ़, गिरिडीह, देवघर, लोहरदगा और पूर्वी सिंहभूम जिले के पारा शिक्षक विधानसभा घेराव कर रहे हैं. 16 मार्च को चतरा, गढ़वा, सिमडेगा, गोड्डा और पश्चिमी सिंहभूम के पारा शिक्षक घेराव में शामिल होंगे। 17 मार्च को हजारीबाग, पाकुड़, रांची, खूंटी और लातेहार के शिक्षक आयेंगे. 18 मार्च को पलामू, धनबाद, कोडरमा और सरायकेला खरसावां के पारा शिक्षक विधानसभा आयेंगे. 19 मार्च को गुमला, दुमका, जामताड़ा और बोकारो के शिक्षक विधानसभा घेरेंगे.
No comments:
Post a Comment