चाईबासा : पश्चिमी सिंहभूम जिले के सभी पारा शिक्षक अपनी मांगें पूरी
होने तक हड़ताल पर रहेंगे. बर्खास्तगी पत्र जैसी धमकी और किसी तरह के दबाव
से पारा शिक्षक डरने वाले नहीं हैं. उक्त बातें झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा
मित्र और पारा शिक्षक संघ की शुक्रवार को जिला स्कूल परिसर में हुई बैठक
में जिला अध्यक्ष दीपक कुमार बेहरा ने कही़ं उन्होंने कहा - हम
लोकतांत्रिक तरीके से अपने हक की मांग कर रहे हैं. आंदोलन के पहले विभाग को
अधिकृत रूप से सूचित कर चुके हैं. सरकार बर्खास्तगी व कानूनी कार्रवाई की
धमकी देकर हड़ताल कमजोर करने का प्रयास कर रही है़
पारा शिक्षकों को बिहार, छत्तीसगढ़, ओड़िसा, उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश,
हिमाचल प्रदेश में नियमित किया जा चुका है़ झारखंड के पारा शिक्षक 15 साल
सेवा देने के बाद भी जस का तस हैं. राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों के
भविष्य के लिए अबतक कोई नीति नहीं बनायी. सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि
समान कार्य के लिए समान वेतन देना होगा. हाइकोर्ट के निर्देशानुसार संविदा
कर्मी को बर्खास्त नहीं किया जा सकता है़, जबतक कि अयोग्य घोषित नहीं किया
जाए़
बैठक में चोकरो हेस्सा, कश्मीर सिरका, दीप्ति कुमारी सुंबरूई, रंजीत
कुमार डे़ विजय प्राप्त, कृपा सुंडी, शैलेश कुमार बिरूवा, पूर्णचंद्र गोप,
जयमंती हेस्सा, सालने पाट पिंगुवा, साधुचरण बिरूली, मार्शल तिरिया समेत
अन्य उपस्थित थे़
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