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राज्य स्थापना दिवस का विरोध करेंगे पारा शिक्षक

समायोजन की मांग पर पारा शिक्षकों अनिश्चितकालीन हड़ताल 49वें दिन भी जारी रहा। संघ के जिलाध्यक्ष विजय पांडेय ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि रघुवर सरकार की तानाशाही फरमान के दबाव में जिले के डीसी ने पारा शिक्षकों को बर्खास्त करने की कार्रवाई शुरू की है, जिससे पारा शिक्षक डरने वाले नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार समय रहते पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो आंदोलन को तेज करते हुए स्थापना दिवस समारोह का कड़ा विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य के 72 हजार शिक्षित युवा को पेट पर लात मारने की दुस्साहस यह सरकार नहीं कर सकती है। हड़ताली पारा शिक्षकों की एक बैठक चंदवारा प्रखंड में शुक्रवार को हुई। बैठक में सरकार की ओर से बर्खास्तगी की सूचना का जोरदार विरोध किया गया। वहीं जब तक मांगे पूरी नहीं होने तक हड़ताल पर डटे रहने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता सुखदेव राणा ने किया। मौके पर महादेव दास, सुभाष सिंह, कामेश्वर भारती, अलखदेव पासवान, शंभू यादव, वीरेंद्र यादव, खूबलाल यादव, राजकुमार, मुकेश कुमार सहित अन्य पारा शिक्षक मौजूद थे।

पाराशिक्षकों पर की जा रहे कार्रवाई को वापस लें सरकार : अन्नपूर्णा

राजदके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रघुवर सरकार द्वारा पारा शिक्षकों पर की जा रहे कार्रवाई को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने पारा शिक्षकों को बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई को शीघ्र वापस नहीं लिया गया तो पार्टी की ओर से पूरे झारखंड प्रदेश में आंदोलन चलाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार की यह मनमानी तानाशाही रवैया रही तो निश्चित रूप से आने वाले समय में झारखंड के शिक्षा व्यवस्था न्यूनतम स्तर पर पहुंच जाएगी। सरकार समय रहते अपनी कार्रवाई को वापस नहीं लेती है तो मजबूरन आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।

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