गुमला : गुमला जिले के 1841 पारा शिक्षक-शिक्षिकाएं बरखास्त होंगे. ये सभी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बीते दो माह से हड़ताल पर हैं. प्रशासन ने सभी शिक्षकों को 25 अक्तूबर तक काम पर वापस आने के लिए कहा था, लेकिन ये शिक्षक-शिक्षिकाएं अभी तक काम पर वापस नहीं आये हैं, इसलिए इन लोगों को बरखास्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
गुमला डीसी श्रवण साय ने ग्राम शिक्षा समिति को पत्र लिख कर सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं को बरखास्त करने के लिए कहा है, ताकि बरखास्तगी की रिपोर्ट सरकार को भेजी जा सके. इस संबंध में डीसी ने डीएसइ गनौरी मिस्त्री को बरखास्तगी की जो प्रक्रिया है, उसे पूरी करने के लिए कहा है.
66 शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये : प्रखंडवार देखा जाये, तो सिसई प्रखंड में एक, भरनो में दो, पालकोट में 42, बसिया में 15 व कामडारा प्रखंड में छह शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये थे. ये लोग सुचारू ढंग से स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ा रहे थे.
पढ़ाई व मिड डे मील बाधित : पारा शिक्षकों की हड़ताल से गुमला जिले के 200 से अधिक स्कूलों में पढ़ाई व मिड डे मील प्रभावित हो रहा है. बच्चे इस आस में स्कूल आ रहे हैं कि शिक्षक आयेंगे, लेकिन शिक्षकों के नहीं आने से पढ़ाई बाधित है. कई स्कूल के बच्चों के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है.
प्रखंडवार बरखास्त होने वाले शिक्षक : गुमला के 285, सिसई के 233, भरनो के 162, घाघरा के 264, बिशुनपुर के 169, चैनपुर के 170, डुमरी के 139, रायडीह के 196, पालकोट के 217, बसिया के दो व कामडारा प्रखंड के चार शिक्षक-शिक्षिकाएं.
काम पर लौटे शिक्षक : गुमला के 12, सिसई के 25, भरनो के 49, घाघरा के 4, बिशुनपुर के शून्य, चैनपुर के 68, डुमरी के 56, रायडीह के चार, पालकोट के 17, बसिया के 190 व कामडारा प्रखंड के 218 शिक्षक-शिक्षिकाएं काम पर लौट आये हैं.
जिला शिक्षा समिति की बैठक हुई थी, जिसमें सरकार के निर्देश के आलोक में हड़ताल कर रहे सभी पारा शिक्षक शिक्षिकाओं को बरखास्त करने करना है. निर्देश मिलते ही बरखास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ग्राम शिक्षा समिति के माध्यम से सभी को बरखास्त किया जायेगा.
श्रवण साय, डीसी, गुमला
709 शिक्षक काम पर लौटे हैं : गुमला जिले के 12 प्रखंडों में 2550 पारा शिक्षक शिक्षिकाएं हैं. इसमें 66 पारा शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये, जबकि सरकार व प्रशासन के अल्टीमेटम व बरखास्तगी के डर से 643 शिक्षक-शिक्षिकाएं काम पर लौट आये हैं. इस प्रकार 2550 में से 709 पारा शिक्षक शिक्षिकाएं काम कर रहे हैं, जबकि 1841 पारा शिक्षक अभी तक हड़ताल पर हैं.
गुमला डीसी श्रवण साय ने ग्राम शिक्षा समिति को पत्र लिख कर सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं को बरखास्त करने के लिए कहा है, ताकि बरखास्तगी की रिपोर्ट सरकार को भेजी जा सके. इस संबंध में डीसी ने डीएसइ गनौरी मिस्त्री को बरखास्तगी की जो प्रक्रिया है, उसे पूरी करने के लिए कहा है.
66 शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये : प्रखंडवार देखा जाये, तो सिसई प्रखंड में एक, भरनो में दो, पालकोट में 42, बसिया में 15 व कामडारा प्रखंड में छह शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये थे. ये लोग सुचारू ढंग से स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ा रहे थे.
पढ़ाई व मिड डे मील बाधित : पारा शिक्षकों की हड़ताल से गुमला जिले के 200 से अधिक स्कूलों में पढ़ाई व मिड डे मील प्रभावित हो रहा है. बच्चे इस आस में स्कूल आ रहे हैं कि शिक्षक आयेंगे, लेकिन शिक्षकों के नहीं आने से पढ़ाई बाधित है. कई स्कूल के बच्चों के भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है.
प्रखंडवार बरखास्त होने वाले शिक्षक : गुमला के 285, सिसई के 233, भरनो के 162, घाघरा के 264, बिशुनपुर के 169, चैनपुर के 170, डुमरी के 139, रायडीह के 196, पालकोट के 217, बसिया के दो व कामडारा प्रखंड के चार शिक्षक-शिक्षिकाएं.
काम पर लौटे शिक्षक : गुमला के 12, सिसई के 25, भरनो के 49, घाघरा के 4, बिशुनपुर के शून्य, चैनपुर के 68, डुमरी के 56, रायडीह के चार, पालकोट के 17, बसिया के 190 व कामडारा प्रखंड के 218 शिक्षक-शिक्षिकाएं काम पर लौट आये हैं.
जिला शिक्षा समिति की बैठक हुई थी, जिसमें सरकार के निर्देश के आलोक में हड़ताल कर रहे सभी पारा शिक्षक शिक्षिकाओं को बरखास्त करने करना है. निर्देश मिलते ही बरखास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. ग्राम शिक्षा समिति के माध्यम से सभी को बरखास्त किया जायेगा.
श्रवण साय, डीसी, गुमला
709 शिक्षक काम पर लौटे हैं : गुमला जिले के 12 प्रखंडों में 2550 पारा शिक्षक शिक्षिकाएं हैं. इसमें 66 पारा शिक्षक हड़ताल पर नहीं गये, जबकि सरकार व प्रशासन के अल्टीमेटम व बरखास्तगी के डर से 643 शिक्षक-शिक्षिकाएं काम पर लौट आये हैं. इस प्रकार 2550 में से 709 पारा शिक्षक शिक्षिकाएं काम कर रहे हैं, जबकि 1841 पारा शिक्षक अभी तक हड़ताल पर हैं.
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