सिमडेगा : राज्य स्थापना दिवस पर पारा शिक्षकों के ऊपर हुए लाठीचार्ज
एवं गिरफ्तारी के विरोध में व अपनी स्थायीकरण व अन्य मांगों को लेकर
आंदोलनरत पारा शिक्षकों ने मंगलवार को जिले के विभिन्न थानों में
गिरफ्तारियां दी।
पारा शिक्षक संघ के महासचिव फिरनाथ बड़ाईक ने कहा कि अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ठेठईटांगर में 113, कोलेबिरा में 200, बानो में 166, बांसजोर में 51, कुरडेग में 127, सहित अन्य थानों में भी पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी। वहीं बताया कि जलडेगा में प्रखंड कार्यालय के समीप ही पारा शिक्षकों को रखा गया। इधर एसपी संजीव कुमार ने बताया कि जिले में किसी पारा शिक्षक को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर वे कोई कानून विरोधी कार्य करते तो गिरफ्तारियां जरूर होती। इधर अपनी रणनीति बताते हुए संघ के महासचिव फिरनाथ बड़ाईक ने कहा कि सरकार कहती है कि वह टूट सकती है, लेकिन झुक नहीं सकती। लेकिन पारा शिक्षक न टूट सकते हैं, न झुक सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार व छत्तीसगढ़ में पारा शिक्षकों को अच्छा मानदेय व सुविधा दी जा रही है, लेकिन झारखंड में शिक्षा का अलख जगाने वाले पारा शिक्षकों को जेल भेजा जा रहा है। आखिर सरकार बताए कि 8-10 हजार में पारा शिक्षक अपना कैसे गुजारा करें। इस बार पारा शिक्षक कार्रवाई से नहीं डरने वाले हैं। वे लड़ाई को मांगें पूरी होने तक जारी रखेंगे। --268 स्कूलों में पढ़ाई बाधित
पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से करीब 268 स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था एवं एमडीएम बाधित है। इससे जहां हजारों बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, वहीं उनके निवाले पर भी आफत आ गई है। जिले में करीब 1163 पारा शिक्षक हड़ताल पर हैं। सरकार के रुख व पारा शिक्षकों की रणनीति को देखकर लगता है कि स्थिति अभी पटरी पर आने वाली नहीं है। ----समय सीमा समाप्त,होगी कार्रवाई : डीसी
जिले के उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने बताया कि पारा शिक्षकों की हड़ताल से वापस लौटने की समय सीमा समाप्त हो गई है। देर शाम तक रिपोर्ट मंगाये जाने के बाद प्राप्त निर्देशों के अनुकूल कार्रवाई की जाएगी। ----प्रखंडों में पारा शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
पारा शिक्षकों ने प्रखंडों में धरना प्रदर्शन व गिरफ्तारियां दी। जलडेगा में प्रखंड पारा शिक्षक संघ द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। वहीं मांगों से संबंधित नारे लगाए गए। धरना प्रदर्शन में फिरनाथ बड़ाईक, चरण ¨सह आदि मौजूद रहे। कुरडेग प्रखंड में भी पारा शिक्षकों ने मंगलवार को थाना में अपनी गिरफ्तारियां दी। थाना प्रभारी अशर्फी पासवान ने बताया कि 83 पारा शिक्षकों ने शांति पूर्वक थाना में गिरफ्तारियां दी और अपनी इच्छानुसार चले गए। कोलेबिरा प्रखंड में 160 पारा शिक्षक-शिक्षिका अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गिरफ्तारी देने संघ के जिला अध्यक्ष एहतेशाम उल हक के नेतृत्व में कोलेबिरा थाना पहुंचे। थाना पहुंचकर पारा शिक्षकों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर थाना प्रभारी मनोहर कुमार को ज्ञापन दिया गया। बानो अंचल कार्यालय के समीप एकीकृत पारा शिक्षक संघ ने धरना प्रदर्शन दिया।मौके पर प्रखंड अध्यक्ष उमाशंकर ¨सह के नेतृत्व में सीओ मनींद्र भगत को विभिन्न मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। जेएमएम कार्यकर्ता ने धरना स्थल पर पारा शिक्षकों के बीच फल व पानी का वितरण किया। ठेठईटांगर में पारा शिक्षकों का हड़ताल प्रखंड में मंगलवार को भी रहा। इस दौरान सर्वप्रथम सभी पारा शिक्षक बीआरसी भवन जोराम में एकत्र हुए और इसके बाद जुलूस के रूप में ठेठईटांगर थाना पहुंचे जहां वे सभी अपने परिजनों के साथ सामूहिक गिरफ्तारी दी। इस दौरान पुलिस ने सभी को गिरफ्तार करने के उपरांत शाम में सभी को रिहा कर दिया।
पारा शिक्षक संघ के महासचिव फिरनाथ बड़ाईक ने कहा कि अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ठेठईटांगर में 113, कोलेबिरा में 200, बानो में 166, बांसजोर में 51, कुरडेग में 127, सहित अन्य थानों में भी पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारियां दी। वहीं बताया कि जलडेगा में प्रखंड कार्यालय के समीप ही पारा शिक्षकों को रखा गया। इधर एसपी संजीव कुमार ने बताया कि जिले में किसी पारा शिक्षक को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर वे कोई कानून विरोधी कार्य करते तो गिरफ्तारियां जरूर होती। इधर अपनी रणनीति बताते हुए संघ के महासचिव फिरनाथ बड़ाईक ने कहा कि सरकार कहती है कि वह टूट सकती है, लेकिन झुक नहीं सकती। लेकिन पारा शिक्षक न टूट सकते हैं, न झुक सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार व छत्तीसगढ़ में पारा शिक्षकों को अच्छा मानदेय व सुविधा दी जा रही है, लेकिन झारखंड में शिक्षा का अलख जगाने वाले पारा शिक्षकों को जेल भेजा जा रहा है। आखिर सरकार बताए कि 8-10 हजार में पारा शिक्षक अपना कैसे गुजारा करें। इस बार पारा शिक्षक कार्रवाई से नहीं डरने वाले हैं। वे लड़ाई को मांगें पूरी होने तक जारी रखेंगे। --268 स्कूलों में पढ़ाई बाधित
पारा शिक्षकों के हड़ताल पर जाने से करीब 268 स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था एवं एमडीएम बाधित है। इससे जहां हजारों बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, वहीं उनके निवाले पर भी आफत आ गई है। जिले में करीब 1163 पारा शिक्षक हड़ताल पर हैं। सरकार के रुख व पारा शिक्षकों की रणनीति को देखकर लगता है कि स्थिति अभी पटरी पर आने वाली नहीं है। ----समय सीमा समाप्त,होगी कार्रवाई : डीसी
जिले के उपायुक्त जटाशंकर चौधरी ने बताया कि पारा शिक्षकों की हड़ताल से वापस लौटने की समय सीमा समाप्त हो गई है। देर शाम तक रिपोर्ट मंगाये जाने के बाद प्राप्त निर्देशों के अनुकूल कार्रवाई की जाएगी। ----प्रखंडों में पारा शिक्षकों ने किया प्रदर्शन
पारा शिक्षकों ने प्रखंडों में धरना प्रदर्शन व गिरफ्तारियां दी। जलडेगा में प्रखंड पारा शिक्षक संघ द्वारा धरना-प्रदर्शन किया गया। वहीं मांगों से संबंधित नारे लगाए गए। धरना प्रदर्शन में फिरनाथ बड़ाईक, चरण ¨सह आदि मौजूद रहे। कुरडेग प्रखंड में भी पारा शिक्षकों ने मंगलवार को थाना में अपनी गिरफ्तारियां दी। थाना प्रभारी अशर्फी पासवान ने बताया कि 83 पारा शिक्षकों ने शांति पूर्वक थाना में गिरफ्तारियां दी और अपनी इच्छानुसार चले गए। कोलेबिरा प्रखंड में 160 पारा शिक्षक-शिक्षिका अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गिरफ्तारी देने संघ के जिला अध्यक्ष एहतेशाम उल हक के नेतृत्व में कोलेबिरा थाना पहुंचे। थाना पहुंचकर पारा शिक्षकों के द्वारा अपनी मांगों को लेकर थाना प्रभारी मनोहर कुमार को ज्ञापन दिया गया। बानो अंचल कार्यालय के समीप एकीकृत पारा शिक्षक संघ ने धरना प्रदर्शन दिया।मौके पर प्रखंड अध्यक्ष उमाशंकर ¨सह के नेतृत्व में सीओ मनींद्र भगत को विभिन्न मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। जेएमएम कार्यकर्ता ने धरना स्थल पर पारा शिक्षकों के बीच फल व पानी का वितरण किया। ठेठईटांगर में पारा शिक्षकों का हड़ताल प्रखंड में मंगलवार को भी रहा। इस दौरान सर्वप्रथम सभी पारा शिक्षक बीआरसी भवन जोराम में एकत्र हुए और इसके बाद जुलूस के रूप में ठेठईटांगर थाना पहुंचे जहां वे सभी अपने परिजनों के साथ सामूहिक गिरफ्तारी दी। इस दौरान पुलिस ने सभी को गिरफ्तार करने के उपरांत शाम में सभी को रिहा कर दिया।
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