जागरण संवाददाता, सरायकेला : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के
तत्वावधान में मंगलवार को सरायकेला-खरसावां के पारा शिक्षकों ने जेल भरो
आंदोलन चलाया। जिसमें जिले के सभी प्रखंडों से पारा शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर
भाग लिया और करीब 2077 पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारी दी है। इससे इतर करीब
303 पारा शिक्षकों ने नियमित रूप से योगदान दिया और कक्षा में जाकर बच्चों
को शिक्षा दी।
सरायकेला प्रखंड के 281 पारा शिक्षकों में से 250 ने परिजनों संग गिरफ्तारी दी। राजनगर में 314 व खरसावां में 170 पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारी दी है। गिरफ्तारी देने से पूर्व जिले भर के सभी पारा शिक्षकों ने बैठक कर आंदोलन को उग्र रूप देने का निर्णय लिया और अपनी मांगों पर अडिग रहने को कहा। सरायकेला में प्रखंड संसाधन केंद्र में प्रखंड अध्यक्ष जयराज दास की अध्यक्ष में बैठक हुई। इसके बाद बीआसी से सरकार विरोधी जुलूस निकाला गया। जो थाना परिसर तक गया। इसके बाद सभी पारा शिक्षकों ने सरायकेला थाना प्रभारी दिलकेश्वर शर्मा के समक्ष गिरफ्तारी दी। हालांकि प्रशासन द्वारा करीब दो घंटे के बाद सभी पारा शिक्षकों को मुक्त कर दिया।
राजनगर में मोर्चा द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के पारा शिक्षक प्रखंड अध्यक्ष नंदलाल प्रधान के नेतृत्व में राजनगर के बेसिक स्कूल प्रांगण में एकत्रित हुए। इसके बाद राजनगर थाना में गिरफ्तारी देने पहुंचे। प्रखंड के 314 पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारी के लिए थाना को सूची सौंप दी। इधर थाना प्रभारी यज्ञ नारायण तिवारी ने पारा शिक्षकों की गिरफ्तारी को अस्वीकार किया। कहा कि बिना जुर्म के किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता और न ही ऊपर से गिरफ्तारी का कोई निर्देश है।
खरसावां व कुचाई में मोर्चा के बैनर तले 170 पारा शिक्षकों ने खरसावां प्रखंड संसाधन केंद्र से रैली निकालते हुए खरसावां थाना पहुंचे तथा गिरफ्तारी दी। थाना प्रभारी नर¨सह मुंडा के समक्ष गिरफ्तारी दी। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मंगल रविदास, दिनेश ¨सहदेव, विप्लव पाणी, सत्य प्रकाश महतो, कार्तिक महतो, विजय लेंका, शकील अहमद, रघुबीर ¨सदेव, सपन आचार्या, सुभाष महतो,संध्या प्रधान, संग्रीमा पाडेया, चंद्रेकेश्वर मोहंती, धनंजय ¨सहदेव, जगन्नाथ त्रिपाठी, दुर्गा मंडल, रेखारानी मिश्रा, अमिताभ मिश्रा, दशरथ मंडल, मधुसुदन महतो, ज्योत्सना बेहरा, फरहत परवीन आदी मौजूद थे।
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पारा शिक्षकों की मांगे
समान काम का समान वेतन
पारा शिक्षकों का स्थायीकरण
वेतनमान बढ़ाए या समायोजित करे
15 नवंबर को रांची में गिरफ्तार किए गए पारा शिक्षकों की रिहाई
छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार व बंगाल की तर्ज पर वेतन मिले।
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किसने क्या कहा
झारखंड सरकार पारा शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। हम अपना हक मांग रहे हैं। महंगाई के इस युग में आठ हजार रुपये में किसी का भी परिवार चलना मुश्किल है। इसके लिए प्रदेश के पारा शिक्षक एकजुट होकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।
नंदलाल प्रधान, प्रखंड अध्यक्ष, राजनगर
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सरकार बर्खास्त करने की धमकी न दे वरना 2019 दूर नहीं। सरकार को सबक सिखाएंगे। बहुमत के घमंड में चूर कर दें। यह सरकार बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कराकर आंदोलन को दबाना चाहते हैं। हमारे राजनगर प्रखंड के नौ पारा शिक्षकों को विभिन्न धाराएं लगाकर गिरफ्तार किया गया है। इन्हें अविलंब रिहा किया जाए।
किरण माला महतो, पारा शिक्षक राजनगर हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं होंगी हड़ताल जारी रहेगा। सरकार पारा शिक्षकों को बंधुआ मजदूर की तरह काम करा रही है। छह छह महीने तक वेतन नहीं मिलता। पारा शिक्षकों को राशन दुकान और कपड़ा दुकान में उधार भी नहीं दिया जाता। कहते हैं पारा शिक्षकों का क्या भरोसा। ऐसे में समान काम के बदले समान वेतन की मांग कहां गलत है।
किरण माला महतो, पारा शिक्षिका, राजनगर
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सरकार अन्याय कर रही है। हम अपना हक मांग रहे हैं। महंगाई के इस युग में आठ हजार रुपये में किसी का भी परिवार चलना मुश्किल है। ऐसे में वेतनमान बढ़ाने और समायोजित करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए प्रदेश के पारा शिक्षक एकजुट होकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। जिसे यह सरकार बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कराकर आंदोलन को दबाना चाहते हैं।
जयराज दास, प्रखंड अध्यक्ष, सरायकेला
सरायकेला प्रखंड के 281 पारा शिक्षकों में से 250 ने परिजनों संग गिरफ्तारी दी। राजनगर में 314 व खरसावां में 170 पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारी दी है। गिरफ्तारी देने से पूर्व जिले भर के सभी पारा शिक्षकों ने बैठक कर आंदोलन को उग्र रूप देने का निर्णय लिया और अपनी मांगों पर अडिग रहने को कहा। सरायकेला में प्रखंड संसाधन केंद्र में प्रखंड अध्यक्ष जयराज दास की अध्यक्ष में बैठक हुई। इसके बाद बीआसी से सरकार विरोधी जुलूस निकाला गया। जो थाना परिसर तक गया। इसके बाद सभी पारा शिक्षकों ने सरायकेला थाना प्रभारी दिलकेश्वर शर्मा के समक्ष गिरफ्तारी दी। हालांकि प्रशासन द्वारा करीब दो घंटे के बाद सभी पारा शिक्षकों को मुक्त कर दिया।
राजनगर में मोर्चा द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत क्षेत्र के पारा शिक्षक प्रखंड अध्यक्ष नंदलाल प्रधान के नेतृत्व में राजनगर के बेसिक स्कूल प्रांगण में एकत्रित हुए। इसके बाद राजनगर थाना में गिरफ्तारी देने पहुंचे। प्रखंड के 314 पारा शिक्षकों ने गिरफ्तारी के लिए थाना को सूची सौंप दी। इधर थाना प्रभारी यज्ञ नारायण तिवारी ने पारा शिक्षकों की गिरफ्तारी को अस्वीकार किया। कहा कि बिना जुर्म के किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता और न ही ऊपर से गिरफ्तारी का कोई निर्देश है।
खरसावां व कुचाई में मोर्चा के बैनर तले 170 पारा शिक्षकों ने खरसावां प्रखंड संसाधन केंद्र से रैली निकालते हुए खरसावां थाना पहुंचे तथा गिरफ्तारी दी। थाना प्रभारी नर¨सह मुंडा के समक्ष गिरफ्तारी दी। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मंगल रविदास, दिनेश ¨सहदेव, विप्लव पाणी, सत्य प्रकाश महतो, कार्तिक महतो, विजय लेंका, शकील अहमद, रघुबीर ¨सदेव, सपन आचार्या, सुभाष महतो,संध्या प्रधान, संग्रीमा पाडेया, चंद्रेकेश्वर मोहंती, धनंजय ¨सहदेव, जगन्नाथ त्रिपाठी, दुर्गा मंडल, रेखारानी मिश्रा, अमिताभ मिश्रा, दशरथ मंडल, मधुसुदन महतो, ज्योत्सना बेहरा, फरहत परवीन आदी मौजूद थे।
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पारा शिक्षकों की मांगे
समान काम का समान वेतन
पारा शिक्षकों का स्थायीकरण
वेतनमान बढ़ाए या समायोजित करे
15 नवंबर को रांची में गिरफ्तार किए गए पारा शिक्षकों की रिहाई
छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार व बंगाल की तर्ज पर वेतन मिले।
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किसने क्या कहा
झारखंड सरकार पारा शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है। हम अपना हक मांग रहे हैं। महंगाई के इस युग में आठ हजार रुपये में किसी का भी परिवार चलना मुश्किल है। इसके लिए प्रदेश के पारा शिक्षक एकजुट होकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।
नंदलाल प्रधान, प्रखंड अध्यक्ष, राजनगर
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सरकार बर्खास्त करने की धमकी न दे वरना 2019 दूर नहीं। सरकार को सबक सिखाएंगे। बहुमत के घमंड में चूर कर दें। यह सरकार बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कराकर आंदोलन को दबाना चाहते हैं। हमारे राजनगर प्रखंड के नौ पारा शिक्षकों को विभिन्न धाराएं लगाकर गिरफ्तार किया गया है। इन्हें अविलंब रिहा किया जाए।
किरण माला महतो, पारा शिक्षक राजनगर हमारी मांगे जब तक पूरी नहीं होंगी हड़ताल जारी रहेगा। सरकार पारा शिक्षकों को बंधुआ मजदूर की तरह काम करा रही है। छह छह महीने तक वेतन नहीं मिलता। पारा शिक्षकों को राशन दुकान और कपड़ा दुकान में उधार भी नहीं दिया जाता। कहते हैं पारा शिक्षकों का क्या भरोसा। ऐसे में समान काम के बदले समान वेतन की मांग कहां गलत है।
किरण माला महतो, पारा शिक्षिका, राजनगर
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सरकार अन्याय कर रही है। हम अपना हक मांग रहे हैं। महंगाई के इस युग में आठ हजार रुपये में किसी का भी परिवार चलना मुश्किल है। ऐसे में वेतनमान बढ़ाने और समायोजित करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए प्रदेश के पारा शिक्षक एकजुट होकर लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे हैं। जिसे यह सरकार बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज कराकर आंदोलन को दबाना चाहते हैं।
जयराज दास, प्रखंड अध्यक्ष, सरायकेला
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