जमशेदपुर : पारा शिक्षकों के हड़ताल का
सोमवार को व्यापक असर दिखा. जिले के सभी 2198 पारा शिक्षकों में से सिर्फ
52 पारा शिक्षक ही हड़ताल से दूर रहे. बाकी सभी ने पठन-पाठन कार्य का
बहिष्कार किया अौर बीआरसी पर धरना दिया. जिन 52 पारा शिक्षकों ने हड़ताल से
खुद को दूर रखा है, उनमें 48 ऐसे शिक्षक हैं, जो डीएलइडी का प्रशिक्षण ले
रहे हैं.
इन लोगों ने स्वयं को पारा शिक्षकों के
आंदोलन से दूर रखा है. हालांकि जिला शिक्षा विभाग की अोर से पारा शिक्षकों
के आंदोलन का असर बच्चों के पठन-पाठन पर न पड़े, इसे लेकर तैयारी की गयी थी
और सभी एनपीएस में सरकारी शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी, लेकिन
इसके बाद भी कई स्कूलों में रसोइया को क्लास लेना पड़ा.
साथ ही प्रतिनियुक्त शिक्षकों को
पठन-पाठन कार्य से रोकने की संभावित आशंका को देखते हुए जिला शिक्षा
पदाधिकारी शिवेंद्र कुमार ने स्पष्ट कर दिया था कि इस प्रकार की गतिविधियों
में शामिल रहने वाले पारा शिक्षकों पर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. हालांकि
किसी भी स्कूल में पारा शिक्षकों द्वारा किसी सरकारी शिक्षकों को डिस्टर्ब
करने से संबंधित कोई शिकायत जिला शिक्षा विभाग कार्यालय को नहीं प्राप्त
हुई.
15 दिनों के लिए डीएलइडी का प्रशिक्षण
लेने वाले प्रशिक्षु होंगे तैनात. पारा शिक्षकों के कारण पठन-पाठन
प्रभावित न हो इसकी हर स्तर पर तैयारी की जा रही है. स्कूली शिक्षा एवं
साक्षरता विभाग के सचिव ने इसे लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी को एक पत्र
जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि एनआइओएस केंद्रों से डीएलएड का
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी शिक्षकों को पारा शिक्षकों की जगह
पठन-पाठन कार्य में लगाएं. करीब 15 दिनों तक नियमित रूप से इनकी सेवा लेने
को कहा गया है. गौरतलब है कि पूर्वी सिंहभूम में कुल 2554 शिक्षक डीएलएड
का प्रशिक्षण ले रहे हैं. इसमें 48 पारा शिक्षक भी शामिल हैं.
15 दिसंबर से बच्चों की संख्या और
शिक्षकों की उपस्थिति टैब पर अपलोड करने का आदेश. पूर्वी सिंहभूम में पारा
शिक्षकों की हड़ताल के कारण ई-विद्यावाहिनी योजना प्रभावित न हो इस पर
निगरानी करने का निर्देश डीइअो ने सभी बीइइअो को दिया है. इसे लेकर सोमवार
को बैठक भी हुई.
इस दौरान डीइअो ने कहा कि हर हाल में 15
दिसंबर से 60 प्रतिशत छात्रों और 100 प्रतिशत शिक्षकों की संख्या को टैब
पर अपलोड कर लेना है. उन्होंने कहा कि विभाग के सारे कार्य इस योजना के तहत
होने है, इस कारण इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाये. इसके अलावा पारा
शिक्षकों के हड़ताल की वजह से स्कूल बंद न हो, इसकी वैकल्पिक व्यवस्था
करने को कहा है. अगर यह बंद होता है, तो बीइइअो पर कार्रवाई होगी.
नव प्राथमिक स्कूल मछुआ पाड़ा
एक ही क्लास में 41 बच्चों को पढ़ाया गया
मानगो के नव प्राथमिक स्कूल मछुआ पाड़ा
में दो पारा शिक्षक तैनात हैं, लेकिन दोनों हड़ताल पर हैं. इसके बाद यहां
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी विद्यालय के शिक्षक विपिन कुमार झा को तैनात
किया गया है. सोमवार को जब प्रभात खबर की टीम स्कूल पहुंची, तो पाया कि एक
ही कमरे में सभी क्लास के बच्चों को बैठा कर शिक्षक कविता पढ़ा रहे
थे. स्कूल में कुल 65 बच्चे नामांकित हैं, जिसमें से सोमवार को 41 बच्चे
उपस्थित हुए थे. वहीं तय समय पर मिड डे मील भी बच्चों को मिली.
नव प्राथमिक विद्यालय हरिजन बस्ती
एलकेजी से दूसरी के बच्चों को रसोइये ने पढ़ाया
नव प्राथमिक विद्यालय हरिजन बस्ती में
99 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन सोमवार को 69 बच्चे उपस्थित थे. इन बच्चों को
पढ़ाने के लिए तीन पारा शिक्षकों की यहां तैनाती थी, लेकिन तीनों हड़ताल
पर चले गये हैं. जिस वजह से बागबेड़ा के राजेंद्र प्राथमिक विद्यालय के
शिक्षक को प्रतिनियोजित किया गया था. बच्चों को दो कमरे में बैठा कर पढ़ाया
गया. शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए यहां एलकेजी, पहली अौर दूसरी
क्लास के बच्चे की क्लास रसोइया ने ली, जबकि तीसरी से पांचवीं तक की क्लास
शिक्षक लेते दिखे.
पारा शिक्षकों का प्रखंड बीआरसी पर धरना जारी
जिले के पारा शिक्षकों का हड़ताल जारी
है. सोमवार को भी सभी ने प्रखंड बीआरसी पर धरना दिया. इस दौरान शिक्षकों
में सीएम के पलामू में पारा शिक्षकों को लेकर दिये गये बयान पर काफी
नाराजगी देखी गयी. पारा शिक्षक संघ के प्रवक्ता सन्नी कुमार ने प्रेस
विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जिस प्रकार का बयान
शिक्षकों को लेकर दिया है वह अशोभनीय है.
उन्होंने गुरुअों का अपमान किया है.
गिरफ्तार पारा शिक्षिका के बच्चों का हाल बुरा. जमशेदपुर की पारा शिक्षिका
शाहिला बेगम को रांची में गिरफ्तार कर लिया गया है. उनकी गिरफ्तारी के बाद
उनके बच्चे का हाल बुरा है. सन्नी कुमार ने कहा कि जिस प्रकार से पारा
शिक्षकों को पकड़ कर जेल भेजा जा रहा है.
नव प्राथमिक विद्यालय बलदेव बस्ती
41 में से 28 बच्चे ही उपस्थित
नव प्राथमिक विद्यालय बलदेव बस्ती में
दो पारा शिक्षक (जमुना और दीप्ति) तैनात हैं, लेकिन सोमवार को दोनों स्कूल
नहीं आये थे. विभाग की अोर से कविता सरकार को यहां प्रतिनियोजित किया गया
था. स्कूल में 41 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन सोमवार को 28 बच्चे ही उपस्थित
हुए. सभी बच्चों को पढ़ाने के इंतजाम किया गया था. सभी की एक साथ ही क्लास
लगी. वहीं तय समय पर सभी बच्चों को मिड डे मील भी दिया गया.
आज भेजा जायेगा सेकेंड शो-कॉज, उसके बाद होगी बर्खास्तगी की कार्रवाई
जमशेदपुर. स्थायीकरण और समान काम-समान
वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे पारा शिक्षकों के पास हड़ताल से वापस
लौटने के लिए मंगलवार का दिन अंतिम मौका होगा.
सोमवार को सभी पारा शिक्षकों को शो-कॉज
नोटिस बीइइअो के माध्यम से भेज दिया गया. उनके नोटिस मुखिया और ग्राम
शिक्षा समिति के सदस्यों को सौंपी गयी. हालांकि कुछ लोगों ने इसे लेने से
इनकार कर दिया गया है.
इस पर जिला शिक्षा पदाधिकारी शिवेंद्र
कुमार ने कहा कि शो-कॉज नोटिस नहीं लेने की स्थिति पर उसे स्कूल में चस्पा
कर देने का आदेश दिया गया है. मंगलवार को सेकेंड शो-कॉज नोटिस जारी की
जायेगी. इसके बाद उनके बर्खास्तगी की कार्रवाई होगी.
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