जिलेके प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में बहाल शिक्षकों की टेट प्रमाण
पत्रों की सत्यापन में रोज नया खुलासा हो रहा है। जिला शिक्षा विभाग को
प्रमाण पत्रों की जांच में उलझाने के लिए 127 शिक्षकों को पहले फर्जी और
बाद में इन्हीं शिक्षकों को सही बताया जा रहा है। प्रमाण पत्रों की सत्यापन
में गुरुवार को एक नई कड़ी जुड़ गया
है। जिसके तहत फर्जीवाड़े के सिंडिकेट ने 17 शिक्षकों का सत्यापन रिपोर्ट डीईओ डॉ माधुरी कुमार को भेज कर उन्हें सही बताया है। जबकि उक्त शिक्षकों के ही दो तरह के सत्यापन रिपोर्ट डीएसई कार्यालय को भी भेजा गया है। बता दे कि पिछले 10 दिनों में जैक की ओर से भेजे गए सत्यापन रिपोर्ट से जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय कंफ्यूज है। कारण है कि पहले 127 शिक्षकों के सत्यापन रिपोर्ट में उनके टेट प्रमाण पत्र को फर्जी बताया गया था। वहीं पांच अन्य रिपोर्ट में इनमें से 76 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही करार दिया गया था। अब सवाल ये उठता है कि जब डीईओ कार्यालय की ओर से प्रमाण पत्रों की जांच के लिए भेजा ही नहीं गया है, तो जैक डीईओ के नाम सत्यापन रिपोर्ट कैसे भेज रहा है। ऐसे में उक्त सत्यापन रिपोर्ट पर संदेह जाहिर करते हुए डीईओ ने इसकी गंभीरता से जांच करवाने का निर्देश देते हुए डीएसई को सौंप दिया है।
जैक की ओर से एक ही दिन एक ही पत्रांक से दो तरह के पत्र जारी किए गए है। एक पत्र पत्रांक 823/2016 डीएसई के नाम लिखा गया है। इसमें कुल 18 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही बताया गया है। वहीं दूसरे पत्र में भी पत्रांक 823/2016 डीईओ के नाम लिखा गया है इसमें कुल 17 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही बताया गया है। दोनों ही पत्र में 17 शिक्षकों के नाम एक ही है। हालांकि उनके क्रम संख्या में थोड़ा अंतर जरूर है। इसके साथ ही दोनों पत्र में जिस पत्र पत्रांक 536 दिनांक 23 फरवरी 2016 का जिक्र किया गया है। जो ही डीएसई और ही डीईओ कार्यालय से जारी किया गया है।
वेबसाइटके अनुसार 134 का टेट प्रमाण पत्र फर्जी
डीएसईविनीत कुमार ने बताया कि जिले में वर्तमान में कुल 922 शिक्षक कार्यरत है। इनमें से अभी तक 788 शिक्षकों का प्रमाण पत्र का सत्यापन हो चुका है। उक्त सभी शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया गया है। वहीं 134 शिक्षकों ही स्पष्ट रूप से प्रमाण पत्रों की ही जांच हुई है। यहां तक की 134 शिक्षकों का टेट प्रमाण पत्र की जानकारी जैक के वेबसाइट पर भी नहीं दी गई है। डीएसई ने बताया कि जैक की ओर से टेट परीक्षा में सफल सभी अभ्यर्थियों की जानकारी अपने वेबसाइट पर दी गई है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बहाल 134 शिक्षकों का प्रमाण पत्र जैक से निर्गत नहीं है। ऐसे में वे स्वयं: उक्त प्रमाण पत्रों की जांच करवाने के बाद ही उनका वेतन भुगतान करेंगे।
है। जिसके तहत फर्जीवाड़े के सिंडिकेट ने 17 शिक्षकों का सत्यापन रिपोर्ट डीईओ डॉ माधुरी कुमार को भेज कर उन्हें सही बताया है। जबकि उक्त शिक्षकों के ही दो तरह के सत्यापन रिपोर्ट डीएसई कार्यालय को भी भेजा गया है। बता दे कि पिछले 10 दिनों में जैक की ओर से भेजे गए सत्यापन रिपोर्ट से जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय कंफ्यूज है। कारण है कि पहले 127 शिक्षकों के सत्यापन रिपोर्ट में उनके टेट प्रमाण पत्र को फर्जी बताया गया था। वहीं पांच अन्य रिपोर्ट में इनमें से 76 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही करार दिया गया था। अब सवाल ये उठता है कि जब डीईओ कार्यालय की ओर से प्रमाण पत्रों की जांच के लिए भेजा ही नहीं गया है, तो जैक डीईओ के नाम सत्यापन रिपोर्ट कैसे भेज रहा है। ऐसे में उक्त सत्यापन रिपोर्ट पर संदेह जाहिर करते हुए डीईओ ने इसकी गंभीरता से जांच करवाने का निर्देश देते हुए डीएसई को सौंप दिया है।
जैक की ओर से एक ही दिन एक ही पत्रांक से दो तरह के पत्र जारी किए गए है। एक पत्र पत्रांक 823/2016 डीएसई के नाम लिखा गया है। इसमें कुल 18 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही बताया गया है। वहीं दूसरे पत्र में भी पत्रांक 823/2016 डीईओ के नाम लिखा गया है इसमें कुल 17 शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र को सही बताया गया है। दोनों ही पत्र में 17 शिक्षकों के नाम एक ही है। हालांकि उनके क्रम संख्या में थोड़ा अंतर जरूर है। इसके साथ ही दोनों पत्र में जिस पत्र पत्रांक 536 दिनांक 23 फरवरी 2016 का जिक्र किया गया है। जो ही डीएसई और ही डीईओ कार्यालय से जारी किया गया है।
वेबसाइटके अनुसार 134 का टेट प्रमाण पत्र फर्जी
डीएसईविनीत कुमार ने बताया कि जिले में वर्तमान में कुल 922 शिक्षक कार्यरत है। इनमें से अभी तक 788 शिक्षकों का प्रमाण पत्र का सत्यापन हो चुका है। उक्त सभी शिक्षकों का वेतन भुगतान कर दिया गया है। वहीं 134 शिक्षकों ही स्पष्ट रूप से प्रमाण पत्रों की ही जांच हुई है। यहां तक की 134 शिक्षकों का टेट प्रमाण पत्र की जानकारी जैक के वेबसाइट पर भी नहीं दी गई है। डीएसई ने बताया कि जैक की ओर से टेट परीक्षा में सफल सभी अभ्यर्थियों की जानकारी अपने वेबसाइट पर दी गई है। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार जिले में बहाल 134 शिक्षकों का प्रमाण पत्र जैक से निर्गत नहीं है। ऐसे में वे स्वयं: उक्त प्रमाण पत्रों की जांच करवाने के बाद ही उनका वेतन भुगतान करेंगे।
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