हजारीबाग : जिले में हड़ताल पर गए 3548 पारा शिक्षकों को बर्खास्तगी पर
मुहर लगा दी गई है। गुरुवार को हुई बैठक में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला की
अध्यक्षता में गठित टीम ने यह निर्णय लिया। स्थापना समिति के निर्णय के
अनुसार बर्खास्तगी पर अंतिम मुहर ग्राम शिक्षा समिति को लगानी है, जिसके
लिए अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है।
पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी आरटीई कानून के उल्लंघन के बाद की गई है। इससे पूर्व उन्हें अंतिम चेतावनी व कारण पृच्छा 31 अक्टूबर को जारी किया गया था। इसके बाद हड़ताल से वापस नहीं लौटने वाले शिक्षकों को बर्खास्त करने की कवायद शुरु कर दी गई। वहीं दूसरी ओर पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने पूरी कार्रवाई को गीदड़ भभकी बताया है। कहा कि सरकार को जो इच्छा कर ले हम टस से मस नहीं होने वाले है। ज्ञात हो कि जिले में 4229 पारा शिक्षक है, जिनके जिम्में 709 नव प्राथमिक विद्यालय व उत्क्रमित उच्च विद्यालय है। 19 सितंबर से पारा शिक्षक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। स्थायी व 25 प्रतिशत वेतन वृद्धि, सरकारी सुविधा, टेट पास शिक्षकों की नियुक्ति सहित करीब आधा दर्जन मांगों को लेकर पारा शिक्षक आंदोलित है। वहीं स्थापना समिति द्वारा बर्खास्तगी की मुहर लगने के बाद डीएसई इंदू भूषण ¨सह ने कहा है कि करीब 7 सौ पारा शिक्षक काम पर वापस लौट गए है। ग्राम समिति को बर्खास्तगी के साथ साथ आम सभा कर नए शिक्षकों का चयन के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करने का निदेश दिया गया है। बताया कि जल्द ही विभाग इस दिशा में युद्ध स्तर पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ करने वाली है।
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
वहीं दूसरी ओर प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय दूबे ने बर्खास्तगी के मसले पर पारा शिक्षकों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है। कहा कि हम आज भी अपनी मांगों पर डटे हैं। बर्खास्तगी के बाद हमारा आंदोलन और मजबूत होगा। किसी भी सूरत में हम पीछे नहीं हटने वाले है।
पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी आरटीई कानून के उल्लंघन के बाद की गई है। इससे पूर्व उन्हें अंतिम चेतावनी व कारण पृच्छा 31 अक्टूबर को जारी किया गया था। इसके बाद हड़ताल से वापस नहीं लौटने वाले शिक्षकों को बर्खास्त करने की कवायद शुरु कर दी गई। वहीं दूसरी ओर पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने पूरी कार्रवाई को गीदड़ भभकी बताया है। कहा कि सरकार को जो इच्छा कर ले हम टस से मस नहीं होने वाले है। ज्ञात हो कि जिले में 4229 पारा शिक्षक है, जिनके जिम्में 709 नव प्राथमिक विद्यालय व उत्क्रमित उच्च विद्यालय है। 19 सितंबर से पारा शिक्षक संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। स्थायी व 25 प्रतिशत वेतन वृद्धि, सरकारी सुविधा, टेट पास शिक्षकों की नियुक्ति सहित करीब आधा दर्जन मांगों को लेकर पारा शिक्षक आंदोलित है। वहीं स्थापना समिति द्वारा बर्खास्तगी की मुहर लगने के बाद डीएसई इंदू भूषण ¨सह ने कहा है कि करीब 7 सौ पारा शिक्षक काम पर वापस लौट गए है। ग्राम समिति को बर्खास्तगी के साथ साथ आम सभा कर नए शिक्षकों का चयन के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करने का निदेश दिया गया है। बताया कि जल्द ही विभाग इस दिशा में युद्ध स्तर पर नियुक्ति प्रक्रिया प्रारंभ करने वाली है।
मांगे पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन
वहीं दूसरी ओर प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय दूबे ने बर्खास्तगी के मसले पर पारा शिक्षकों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया है। कहा कि हम आज भी अपनी मांगों पर डटे हैं। बर्खास्तगी के बाद हमारा आंदोलन और मजबूत होगा। किसी भी सूरत में हम पीछे नहीं हटने वाले है।
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