भास्कर टीम | रांची/हजारीबाग/दुमका वेतनमाननिर्धारण और सेवा नियमित करने की मांग को लेकर बेमियादी हड़ताल
कर रहे पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू हो गई है। गुरुवार को
राज्य में 12486 पारा शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। कई जिलों में
उन्हें काम पर लौटने के लिए शुक्रवार तक का समय दिया गया है, वरना बर्खास्त
कर दिया जाएगा।
सबसे ज्यादा 6633 पारा शिक्षक गिरिडीह में बर्खास्त किए गए। वहीं हजारीबाग में 3548 पारा शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। गुरुवार को यहां डीसी रविशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में स्थापना समिति की बैठक हुई। इसमें बताया गया कि जिले में कुल 5242 पारा शिक्षक थे। इनमें में जेटेट पास 300 पारा शिक्षक सहायक शिक्षक बन गए। 1021 पारा शिक्षक हड़ताल पर नहीं गए थे। डीएसई इंदुभूषण सिंह ने बताया कि हड़ताल पर गए शिक्षकों को कई बार अल्टीमेटम दिया गया, मगर वे काम पर नहीं लौटे। इसके बाद इन्हें बर्खास्त करने का फैसला ले लिया गया। वहीं दुमका में भी काम पर नहीं लौटने पर गुरुवार को 2216 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया।
इधर, रांची जिले के खेलारी प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत 89 पारा शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। जिले के 460 पारा शिक्षक हड़ताल पर थे। इन्हें 25 अक्टूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया गया था। 371 शिक्षक काम पर लौट आए। शेष 89 शिक्षकों को दो नवंबर को शाम पांच बजे तक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया। लेकिन इन शिक्षकों ने कोई जवाब नहीं दिया।
लापरवाही पर विद्यालय प्रबंध समिति भंग होगी
जमशेदपुर | पाराशिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने में लापरवाही बरतने वाली विद्यालय प्रबंध समिति भंग की जाएगी। इसकी जगह नई समिति बनेगी। जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है। वहीं चाईबासा के डीसी ने कहा कि काम पर लौट चुके पारा शिक्षकों को दोबारा हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य करने वाले शिक्षक संघ के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने ऐसे नेताओं के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज कराने को कहा है। साथ ही उन नेताओं की सूची भी मांगी है। गौरतलब है कि 152 पारा शिक्षक काम पर लौट आए थे। उन्हें संघ से बाहर करने की धमकी दी गई तो वे फिर हड़ताल पर चले गए।
आज आखिरी मौका
चतराऔर कोडरमा में हड़ताली पारा शिक्षकों को शुक्रवार तक काम पर लौटने का आखिरी मौका दिया गया है। अगर नहीं लौटे तो इनकी बर्खास्तगी का पत्र जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद सफाई का मौका नहीं दिया जाएगा।
सबसे ज्यादा 6633 पारा शिक्षक गिरिडीह में बर्खास्त किए गए। वहीं हजारीबाग में 3548 पारा शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है। गुरुवार को यहां डीसी रविशंकर शुक्ल की अध्यक्षता में स्थापना समिति की बैठक हुई। इसमें बताया गया कि जिले में कुल 5242 पारा शिक्षक थे। इनमें में जेटेट पास 300 पारा शिक्षक सहायक शिक्षक बन गए। 1021 पारा शिक्षक हड़ताल पर नहीं गए थे। डीएसई इंदुभूषण सिंह ने बताया कि हड़ताल पर गए शिक्षकों को कई बार अल्टीमेटम दिया गया, मगर वे काम पर नहीं लौटे। इसके बाद इन्हें बर्खास्त करने का फैसला ले लिया गया। वहीं दुमका में भी काम पर नहीं लौटने पर गुरुवार को 2216 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया।
इधर, रांची जिले के खेलारी प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत 89 पारा शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। जिले के 460 पारा शिक्षक हड़ताल पर थे। इन्हें 25 अक्टूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया गया था। 371 शिक्षक काम पर लौट आए। शेष 89 शिक्षकों को दो नवंबर को शाम पांच बजे तक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया। लेकिन इन शिक्षकों ने कोई जवाब नहीं दिया।
लापरवाही पर विद्यालय प्रबंध समिति भंग होगी
जमशेदपुर | पाराशिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने में लापरवाही बरतने वाली विद्यालय प्रबंध समिति भंग की जाएगी। इसकी जगह नई समिति बनेगी। जिला शिक्षा अधीक्षक बांके बिहारी सिंह ने सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है। वहीं चाईबासा के डीसी ने कहा कि काम पर लौट चुके पारा शिक्षकों को दोबारा हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य करने वाले शिक्षक संघ के नेताओं के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने ऐसे नेताओं के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में केस दर्ज कराने को कहा है। साथ ही उन नेताओं की सूची भी मांगी है। गौरतलब है कि 152 पारा शिक्षक काम पर लौट आए थे। उन्हें संघ से बाहर करने की धमकी दी गई तो वे फिर हड़ताल पर चले गए।
आज आखिरी मौका
चतराऔर कोडरमा में हड़ताली पारा शिक्षकों को शुक्रवार तक काम पर लौटने का आखिरी मौका दिया गया है। अगर नहीं लौटे तो इनकी बर्खास्तगी का पत्र जारी कर दिया जाएगा। इसके बाद सफाई का मौका नहीं दिया जाएगा।
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