झारखंड में हड़ताली पारा टीचरों की बर्खास्तगी शुरू
रांची हिन्दुस्तान टीम राज्य के हड़ताली पारा टीचरों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई। जिला स्थापना समितियों के फैसले के अनुरूप काम पर नहीं लौटनेवाले पारा टीचरों की सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया जा रहा है। हजारीबाग और गिरिडीह में आदेश जारी किया जा चुका है।
रांची और पूर्वी सिंहभूम समेत कई अन्य जिलों में सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ जिलों में शुक्रवार तक का अल्टीमेटम दिया गया है। उसके बाद कार्रवाई होगी। राज्य के करीब 25 हजार पारा टीचर 17 अक्तूबर से हड़ताल पर हैं।
हजारीबाग के 3519 पारा शिक्षकों का अनुबंध समाप्त करने का फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। गिरिडीह में छह हजार पारा टीचरों की बर्खास्तगी के आदेश जारी हो गए हैं। रामगढ़ में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। रांची में 89 पारा टीचरों को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
कोडरमा के डीएसई ने काम पर नहीं लौटने वाले पारा टीचरों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दे दिया है। जिले में करीब 1850 पारा शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें 54 शिक्षक पिछले दिन काम पर लौटे थे। लातेहार में डीसी ने कहा कि नोटिस जारी किया गया है । एक-दो दिन में कार्रवाई होगी । सिमडेगा में डीसी ने बताया कि सात नवंबर तक काम पर लौटने का समय दिया गया है। चतरा में अल्टीमेटम चार नवंबर को पूरा हो रहा है। धनबाद और बोकारो में 24 घंटे में कार्रवाई होगी। दुमका में 2216 बर्खास्तगी की संचिका को कार्रवाई के लिए डीएसई ने डीसी के पास भेज दिया है। गोड्डा में तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। अन्य जिलों में भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पश्चिमी सिंहभूम में चार नवंबर के बाद कार्रवाई होगी। सरायकेला-खरसावां में एक सप्ताह में कार्रवाई होगी।
हड़ताली पारा टीचरों ने फिलहाल रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में डेरा डाल रखा है। राज्य में करीब 69 हजार पारा टीचर हड़ताल पर हैं।
कोट
सरकार की धमकी से हम डरनेवाले नहीं हैं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। ऐसे भी हमारी नियुक्ति ग्राम शिक्षा समिति ने की है। सरकारी आदेश से हमारी बर्खास्तगी नहीं हो सकती है। सरकार के अधिकारी हड़ताल खत्म कराने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे हैं।
संजय दुबे, प्रदेश अध्यक्ष, झारखंड पारा शिक्षक महासंघ
रांची हिन्दुस्तान टीम राज्य के हड़ताली पारा टीचरों की बर्खास्तगी की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई। जिला स्थापना समितियों के फैसले के अनुरूप काम पर नहीं लौटनेवाले पारा टीचरों की सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया जा रहा है। हजारीबाग और गिरिडीह में आदेश जारी किया जा चुका है।
रांची और पूर्वी सिंहभूम समेत कई अन्य जिलों में सेवा समाप्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कुछ जिलों में शुक्रवार तक का अल्टीमेटम दिया गया है। उसके बाद कार्रवाई होगी। राज्य के करीब 25 हजार पारा टीचर 17 अक्तूबर से हड़ताल पर हैं।
हजारीबाग के 3519 पारा शिक्षकों का अनुबंध समाप्त करने का फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। गिरिडीह में छह हजार पारा टीचरों की बर्खास्तगी के आदेश जारी हो गए हैं। रामगढ़ में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। रांची में 89 पारा टीचरों को बर्खास्त करने का आदेश जारी कर दिया गया है।
कोडरमा के डीएसई ने काम पर नहीं लौटने वाले पारा टीचरों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दे दिया है। जिले में करीब 1850 पारा शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें 54 शिक्षक पिछले दिन काम पर लौटे थे। लातेहार में डीसी ने कहा कि नोटिस जारी किया गया है । एक-दो दिन में कार्रवाई होगी । सिमडेगा में डीसी ने बताया कि सात नवंबर तक काम पर लौटने का समय दिया गया है। चतरा में अल्टीमेटम चार नवंबर को पूरा हो रहा है। धनबाद और बोकारो में 24 घंटे में कार्रवाई होगी। दुमका में 2216 बर्खास्तगी की संचिका को कार्रवाई के लिए डीएसई ने डीसी के पास भेज दिया है। गोड्डा में तीन दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। अन्य जिलों में भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पश्चिमी सिंहभूम में चार नवंबर के बाद कार्रवाई होगी। सरायकेला-खरसावां में एक सप्ताह में कार्रवाई होगी।
हड़ताली पारा टीचरों ने फिलहाल रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में डेरा डाल रखा है। राज्य में करीब 69 हजार पारा टीचर हड़ताल पर हैं।
कोट
सरकार की धमकी से हम डरनेवाले नहीं हैं। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। ऐसे भी हमारी नियुक्ति ग्राम शिक्षा समिति ने की है। सरकारी आदेश से हमारी बर्खास्तगी नहीं हो सकती है। सरकार के अधिकारी हड़ताल खत्म कराने के लिए दबाव की राजनीति कर रहे हैं।
संजय दुबे, प्रदेश अध्यक्ष, झारखंड पारा शिक्षक महासंघ
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