राज्य में 18208 प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया इस माह शुरू
होगी. परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) लेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा
(टीइटी) पास विद्यार्थी सीधे शिक्षक पद पर नियुक्त किये जायेंगे. इस माह
परीक्षा के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी जायेगी.
जैक ने मानव संसाधन विकास विभाग से जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं के पाठयक्रम, परीक्षा शुल्क निर्धारण, बीएड एपयरिंग विद्यार्थियों के परीक्षा में शामिल होने समेत अन्य बिंदुओं पर विभाग से दिशा-निर्देश मांगा था. विभाग ने अब सभी दिशा-निर्देश के साथ प्रस्ताव जैक को वापस लौटा दिया है. प्रथम चरण में 13,807 सहायक शिक्षक व 4,401 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों का जिलावार मेरिट लिस्ट तैयार किया जायेगा. राज्य में प्राथमिक सहायक शिक्षकों के लगभग 24 हजार व पारा शिक्षकों के लगभग 20 हजार पद रिक्त हैं. वर्ष 2013 में नये शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जायेगी.
जिलावार तैयार होगा पैनल : शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों का जिले में रिक्त सीट के अनुरूप मेरिट लिस्ट तैयार किया जायेगा. नियुक्ति में जिलावार आरक्षण रोस्टर का पालन होगा. जैक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देगी. विद्यार्थी इस प्रमाण पत्र के आधार पर पांच वर्ष तक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होंगे.
इनकी निगरानी में होगी नियुक्ति : शिक्षकों का पदस्थापन जिला शिक्षा समिति करेगी. समिति के अध्यक्ष जिला के उपायुक्त होंगे. जिला शिक्षा अधीक्षक सदस्य सचिव होंगे. जबकि उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी व उपायुक्त द्वारा मनोनीत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के एक राजपत्रित पदाधिकारी इसके सदस्य होंगे.
पारा शिक्षकों के लिए 50 फीसदी पद आरक्षित : प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में पारा शिक्षकों के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित होगा. आरक्षित सीटों पर अगर पारा शिक्षक उत्तीर्ण नहीं हुए, तो इसे अन्य उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरा जायेगा. आरक्षण का लाभ वैसे पारा शिक्षकों को ही मिलेगा, जिनकी दो वर्ष की अटूट सेवा होगी.
60 फीसदी अंक लाना होगा
सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को 60 फीसदी व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति व विकलांग विद्यार्थियों के लिए पास मार्क्स 52 फीसदी होगा.
अनिवार्य होगी जनजातीय भाषा
राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा अनिवार्य होगी. सरकार द्वारा निर्धारित जिलावार क्षेत्रीय व जनजातीय में से एक भाषा की परीक्षा देना विद्यार्थियों के लिए आवश्यक होगा. सरकार द्वारा दिये गये निर्देश में कहा गया है कि परीक्षार्थियों को संबंधित जिले में लागू जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा बोलने व समझने का ज्ञान होना चाहिए.
पांच विषयों की होगी परीक्षा
दोनों वर्ग के लिए पांच विषय की परीक्षा होगी. प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे. परीक्षा का माध्यम हिंदी व अंगरेजी होगा. उर्दू शिक्षकों के लिए माध्यम उर्दू व अंगरेजी होगा.
धनबाद में सबसे अधिक पद
जिला सहायक शिक्षक उर्दू शिक्षक
रांची 848 399
खूंटी 289 27
लोहरदगा 201 107
गुमला 496 52
सिमडेगा 331 60
पू सिंहभूम 827 398
सरायकेला 754 174
प सिंहभूम 948 294
पलामू 759 192
गढ.वा 531 327
लातेहार 380 135
हजारीबाग 533 308
रामगढ. 247 145
कोडरमा 288 100
चतरा 382 153
गिरिडीह 911 300
धनबाद 1054 224
बोकारो 603 252
दुमका 770 53
जामताड़ा 589 60
साहेबगंज 388 177
पाकुड़ 381 160
गोड्डा 580 202
देवघर 807 102
जैक ने मानव संसाधन विकास विभाग से जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं के पाठयक्रम, परीक्षा शुल्क निर्धारण, बीएड एपयरिंग विद्यार्थियों के परीक्षा में शामिल होने समेत अन्य बिंदुओं पर विभाग से दिशा-निर्देश मांगा था. विभाग ने अब सभी दिशा-निर्देश के साथ प्रस्ताव जैक को वापस लौटा दिया है. प्रथम चरण में 13,807 सहायक शिक्षक व 4,401 उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी. शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों का जिलावार मेरिट लिस्ट तैयार किया जायेगा. राज्य में प्राथमिक सहायक शिक्षकों के लगभग 24 हजार व पारा शिक्षकों के लगभग 20 हजार पद रिक्त हैं. वर्ष 2013 में नये शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति कर दी जायेगी.
जिलावार तैयार होगा पैनल : शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों का जिले में रिक्त सीट के अनुरूप मेरिट लिस्ट तैयार किया जायेगा. नियुक्ति में जिलावार आरक्षण रोस्टर का पालन होगा. जैक शिक्षक पात्रता परीक्षा पास विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देगी. विद्यार्थी इस प्रमाण पत्र के आधार पर पांच वर्ष तक नियुक्ति परीक्षा में शामिल होंगे.
इनकी निगरानी में होगी नियुक्ति : शिक्षकों का पदस्थापन जिला शिक्षा समिति करेगी. समिति के अध्यक्ष जिला के उपायुक्त होंगे. जिला शिक्षा अधीक्षक सदस्य सचिव होंगे. जबकि उप विकास आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी व उपायुक्त द्वारा मनोनीत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के एक राजपत्रित पदाधिकारी इसके सदस्य होंगे.
पारा शिक्षकों के लिए 50 फीसदी पद आरक्षित : प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति में पारा शिक्षकों के लिए 50 प्रतिशत सीट आरक्षित होगा. आरक्षित सीटों पर अगर पारा शिक्षक उत्तीर्ण नहीं हुए, तो इसे अन्य उत्तीर्ण अभ्यर्थियों से भरा जायेगा. आरक्षण का लाभ वैसे पारा शिक्षकों को ही मिलेगा, जिनकी दो वर्ष की अटूट सेवा होगी.
60 फीसदी अंक लाना होगा
सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को 60 फीसदी व अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ी जाति व विकलांग विद्यार्थियों के लिए पास मार्क्स 52 फीसदी होगा.
अनिवार्य होगी जनजातीय भाषा
राज्य में शिक्षक पात्रता परीक्षा में जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा अनिवार्य होगी. सरकार द्वारा निर्धारित जिलावार क्षेत्रीय व जनजातीय में से एक भाषा की परीक्षा देना विद्यार्थियों के लिए आवश्यक होगा. सरकार द्वारा दिये गये निर्देश में कहा गया है कि परीक्षार्थियों को संबंधित जिले में लागू जनजातीय व क्षेत्रीय भाषा बोलने व समझने का ज्ञान होना चाहिए.
पांच विषयों की होगी परीक्षा
दोनों वर्ग के लिए पांच विषय की परीक्षा होगी. प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे. परीक्षा का माध्यम हिंदी व अंगरेजी होगा. उर्दू शिक्षकों के लिए माध्यम उर्दू व अंगरेजी होगा.
धनबाद में सबसे अधिक पद
जिला सहायक शिक्षक उर्दू शिक्षक
रांची 848 399
खूंटी 289 27
लोहरदगा 201 107
गुमला 496 52
सिमडेगा 331 60
पू सिंहभूम 827 398
सरायकेला 754 174
प सिंहभूम 948 294
पलामू 759 192
गढ.वा 531 327
लातेहार 380 135
हजारीबाग 533 308
रामगढ. 247 145
कोडरमा 288 100
चतरा 382 153
गिरिडीह 911 300
धनबाद 1054 224
बोकारो 603 252
दुमका 770 53
जामताड़ा 589 60
साहेबगंज 388 177
पाकुड़ 381 160
गोड्डा 580 202
देवघर 807 102
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