संवाद सहयोगी, चाईबासा : एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की बैठक रविवार
को जिलाध्यक्ष दीपक बेहरा की अध्यक्षता में जिला स्कूल मैदान में हुई।
इसमें मुख्य रूप से हड़ताल के 45वें दिन की सफलता पर चर्चा की गई। बता दें
कि जिले के पारा शिक्षक पूर्णरूपेण हड़ताल पर अपनी मांगों को लेकर तटस्थ
हैं।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि विगत 27 दिसंबर को राज्य कार्यकारिणी पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा एवं शिक्षा मंत्री के बीच पहले दौर की वार्ता हुई। वार्ता के क्रम में पारा शिक्षक मुख्य रूप से स्थायीकरण व वेतनमान को लेकर शिक्षा मंत्री के समक्ष बात रखी तो शिक्षा मंत्री ने तत्काल मानदेय में सबसे न्यूनतम 9100 एवं अधिकतम 13000 तक मानदेय देने की सहमति जताई। पारा शिक्षक इस पर तैयार नहीं हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारे कार्यानुभव के आधार को देखते हुए छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सबसे न्यूनतम वेतनमान ही दें। अगर सरकार वेतनमान देने में समय लगा रही है तो तत्काल पैब के अनुसार 18000 से 22000 मानदेय तत्काल दें। मानदेय की प्रक्रिया लागू होने तक। उन्होंने बताया कि दो जनवरी को प्रदेश स्तरीय बैठक में सभी प्रखंड के प्रतिनिधि सह जिला कमेटी के पारा शिक्षक भाग लेंगे। इस बार सरकार चाहे आंदोलन को कुचलने के लिए जो भी हथकंडा अपनाए हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। टेट पास की नियुक्ति करने, सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवा लेने की जो भी वैकल्पिक व्यवस्था रही सब फेल हो चुकी है। अब शिक्षा मंत्री टेट पास छात्रों की काउंसिलिंग करने को लेकर हड़ताल को तोड़ने की साजिश रच रही हैं। यह भी धरी की धरी रह जाएगी। बैठक में विरेंद्र केराई, शैलेश बिरुवा, गुरा सिरका, सालेन ¨पगुवा, सुखमति, कृष्णा सामड, कश्मीर ¨सह सिरका, शुरू होनहागा, मुरारी प्रधान, भवतरण महतो, आनंद महतो, विजय पंडित, लक्ष्मण पुरती, भवेंद्र, विजय प्रताप, बलभद्र आदि उपस्थित थे।
जिलाध्यक्ष ने बताया कि विगत 27 दिसंबर को राज्य कार्यकारिणी पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा एवं शिक्षा मंत्री के बीच पहले दौर की वार्ता हुई। वार्ता के क्रम में पारा शिक्षक मुख्य रूप से स्थायीकरण व वेतनमान को लेकर शिक्षा मंत्री के समक्ष बात रखी तो शिक्षा मंत्री ने तत्काल मानदेय में सबसे न्यूनतम 9100 एवं अधिकतम 13000 तक मानदेय देने की सहमति जताई। पारा शिक्षक इस पर तैयार नहीं हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमारे कार्यानुभव के आधार को देखते हुए छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सबसे न्यूनतम वेतनमान ही दें। अगर सरकार वेतनमान देने में समय लगा रही है तो तत्काल पैब के अनुसार 18000 से 22000 मानदेय तत्काल दें। मानदेय की प्रक्रिया लागू होने तक। उन्होंने बताया कि दो जनवरी को प्रदेश स्तरीय बैठक में सभी प्रखंड के प्रतिनिधि सह जिला कमेटी के पारा शिक्षक भाग लेंगे। इस बार सरकार चाहे आंदोलन को कुचलने के लिए जो भी हथकंडा अपनाए हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। टेट पास की नियुक्ति करने, सेवानिवृत्त शिक्षकों से सेवा लेने की जो भी वैकल्पिक व्यवस्था रही सब फेल हो चुकी है। अब शिक्षा मंत्री टेट पास छात्रों की काउंसिलिंग करने को लेकर हड़ताल को तोड़ने की साजिश रच रही हैं। यह भी धरी की धरी रह जाएगी। बैठक में विरेंद्र केराई, शैलेश बिरुवा, गुरा सिरका, सालेन ¨पगुवा, सुखमति, कृष्णा सामड, कश्मीर ¨सह सिरका, शुरू होनहागा, मुरारी प्रधान, भवतरण महतो, आनंद महतो, विजय पंडित, लक्ष्मण पुरती, भवेंद्र, विजय प्रताप, बलभद्र आदि उपस्थित थे।
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