साहिबगंज: अपनी मांगों व सरकार के विरोध में पारा शिक्षकों ने शनिवार को
जिला सचिव विकास चौधरी नेतृत्व में आक्रोश रैली निकाली। रैली रेलवे जेनरन
इंस्टीच्यूट मैदान से निकाली गई, जो गांधी चौक, पटेल चौक, स्टेशन चौक,
कॉलेज रोड़, भगत ¨सह चौक, जिरवाबाड़ी सुभाष चौक होते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक
कार्यालय पहुंची।
यहां पारा शिक्षकों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक प्रमोद प्रसाद को सौंपा। इसके पहले रैली में पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए। कहा कि अपने हक व अधिकार लेकर रहेंगे। पारा शिक्षक मूलवासी हैं, सरकार इन्हें ठगना बंद करे। छत्तीसगढ़ व बिहार के तर्ज पर स्थायी करने की मांग की गई। रैली में पारा शिक्षक कई प्रकार के स्लोगन लिखा तख्ती लिये हुए थे। इसके पूर्व रेलवे इंस्टीच्यूट मैदान मे जिला परिषद अध्यक्ष रेणुका मुर्मू ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी जायज मांग को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन सरकार लगातार आश्वासन देकर उन्हें छल रही है। सरकार को पारा शिक्षकों की मांग पर विचार करना चाहिए। वहीं झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जंगबहादूर ओझा ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है। पारा शिक्षकों की मांगें बिल्कुल जायज है। पारा शिक्षको की मांगें पूरी नहीं की गई तो सरकारी शिक्षक भी पारा शिक्षकों के समर्थन में आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहीं शिव सेना जिला प्रमुख मुरलीधर तिवारी ने पारा शिक्षकों का आक्रोश रैली का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य में लगता है ब्रिटिश हुकूमत आ गई है। जहां लोकतांत्रिक तरीके से हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले आंदोलनकारियों को जेल और डंडा मिल रही हो। राज्य में पारा शिक्षक कई दिनों से आदोलरत है। जिससे शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है, लेकिन सरकार को समय नही है कि शिक्षकों की मांगो को मानकर हड़ताल समाप्त करवायें। वहीं पारा शिक्षक जिला सचिव विकास चौधरी ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत है। जब तक सभी मांगें पूरी नहीं कर दी जा जाती है। तबतक आंदोलन जारी रहेगा। वेतनमान हमारा अधिकार है, इसे हम लेकर रहेंगे। पारा शिक्षकों की एक शिष्टमंडल ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक प्रमोद प्रसाद को सौंपा। जिसमें समान काम के लिए समान वेतन, छत्तीसगढ़ व बिहार की तर्ज पर पारा शिक्षकों स्थायीकरण आदि की मांगें शामिल है। मौके पर अशोक साह, इंद्रकांत, चंदन ¨सह, अजगैबीनाथ यादव, राजकुमार दूबे, अनिल कुमार, दयानंद यादव, अवधेश कुमार ¨सह, जितेन्द हरि, फसाहत हुसैन, शंभु कुमार, चंदन झा, गोपाल राम, चंदन रजक, नसीम इमान हुसैन, उपेंद्र मंडल आदि थे। इधर पारा शिक्षकों की आक्रोश रैली को लेकर विकास भवन रोड में बड़ी संख्या पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिसने पारा शिक्षकों को समाहरणालय की ओर जाने से रोक दिया।
यहां पारा शिक्षकों ने मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक प्रमोद प्रसाद को सौंपा। इसके पहले रैली में पारा शिक्षकों ने राज्य सरकार के विरोध में नारे लगाए। कहा कि अपने हक व अधिकार लेकर रहेंगे। पारा शिक्षक मूलवासी हैं, सरकार इन्हें ठगना बंद करे। छत्तीसगढ़ व बिहार के तर्ज पर स्थायी करने की मांग की गई। रैली में पारा शिक्षक कई प्रकार के स्लोगन लिखा तख्ती लिये हुए थे। इसके पूर्व रेलवे इंस्टीच्यूट मैदान मे जिला परिषद अध्यक्ष रेणुका मुर्मू ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी जायज मांग को लेकर आंदोलनरत है, लेकिन सरकार लगातार आश्वासन देकर उन्हें छल रही है। सरकार को पारा शिक्षकों की मांग पर विचार करना चाहिए। वहीं झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष जंगबहादूर ओझा ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है। पारा शिक्षकों की मांगें बिल्कुल जायज है। पारा शिक्षको की मांगें पूरी नहीं की गई तो सरकारी शिक्षक भी पारा शिक्षकों के समर्थन में आंदोलन करने को बाध्य होंगे। वहीं शिव सेना जिला प्रमुख मुरलीधर तिवारी ने पारा शिक्षकों का आक्रोश रैली का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य में लगता है ब्रिटिश हुकूमत आ गई है। जहां लोकतांत्रिक तरीके से हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने वाले आंदोलनकारियों को जेल और डंडा मिल रही हो। राज्य में पारा शिक्षक कई दिनों से आदोलरत है। जिससे शिक्षा व्यवस्था ठप हो गई है, लेकिन सरकार को समय नही है कि शिक्षकों की मांगो को मानकर हड़ताल समाप्त करवायें। वहीं पारा शिक्षक जिला सचिव विकास चौधरी ने कहा कि पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलनरत है। जब तक सभी मांगें पूरी नहीं कर दी जा जाती है। तबतक आंदोलन जारी रहेगा। वेतनमान हमारा अधिकार है, इसे हम लेकर रहेंगे। पारा शिक्षकों की एक शिष्टमंडल ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन जिला शिक्षा अधीक्षक प्रमोद प्रसाद को सौंपा। जिसमें समान काम के लिए समान वेतन, छत्तीसगढ़ व बिहार की तर्ज पर पारा शिक्षकों स्थायीकरण आदि की मांगें शामिल है। मौके पर अशोक साह, इंद्रकांत, चंदन ¨सह, अजगैबीनाथ यादव, राजकुमार दूबे, अनिल कुमार, दयानंद यादव, अवधेश कुमार ¨सह, जितेन्द हरि, फसाहत हुसैन, शंभु कुमार, चंदन झा, गोपाल राम, चंदन रजक, नसीम इमान हुसैन, उपेंद्र मंडल आदि थे। इधर पारा शिक्षकों की आक्रोश रैली को लेकर विकास भवन रोड में बड़ी संख्या पुलिस बल की तैनाती की गई थी, जिसने पारा शिक्षकों को समाहरणालय की ओर जाने से रोक दिया।
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