हजारीबाग : विभिन्न मांगों को लेकर 16 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल और
भाजपा सांसद - विधायकों के आवास पर डेरा डाले पारा शिक्षकों ने शनिवार को
जिला मुख्यालय पर न्याय मार्च निकालकर शक्ति प्रदर्शन किया। चार हजार की
संख्या में शामिल पारा शिक्षकों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
वक्ताओं ने सरकार के खिलाफ आग उगलते सरकार से शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा न लेने की बात कही। जिलाध्यक्ष चंदन मेहता के नेतृत्व में सुबह 11 बजे धरनास्थल से जुलूस प्रारंभ हुआ। इद्रपुरी चौक, झंडा चौक, बंशीलाल चौक होते हुए जुलूस धरना स्थल के पास आकर सभा के रुप में तब्दील हो गई। झील रोड में सभा का आयोजन किया गया था। पारा शिक्षकों के सभा के कारण झील रोड पूरी तरह से जाम हो गया। शिक्षक सड़क पर बैठकर सभा में शामिल हुए। जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने मांगों को दुहराते हुए कहा कि छतीसगढ़ मॉडल के अनुरुप सरकार हमारी मांगे पूरी नही करती है तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमारी मंशा किसी का अहित नहीं करना है। लेकिन 20 हजार शराब बेचने वालों को वेतन देने वाली यह सरकार शिक्षकों को दस हजार वेतन देकर बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है। हमारी मांगे जायज है और 15 नवंबर से पूर्व चार साल तक पारा शिक्षकों ने चरणबद्ध आंदोलन कर सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराया। कहा कि सरकार ने हमारी मांगे नहीं सुनी, हमने मांगे अधिकार और उसने हमें लाठी दी। हम इसका पूर्ण हिसाब देंगे। सभा को जिला सचिव शंकर प्रसाद, प्रमोद मेहता, प्रदीप पांडेय, सुजीत कुमार सहित कई अन्य ने भी संबोधित किया। न्याय मार्च में मनीष ठाकुर, मनोज मेहता, ऋषि रंजन, संजीत कुमार ¨सह, राजेंद्र प्रसाद, कमलदेव यादव, अजीत कुमार, भोला राणा, रवि ¨सह, चंपा कुमारी, अंजू मेहता, पुष्पा कुमारी, आश्रिता धान, सलोमी नाग, अनिता देवी, अनिल कुमार, संतोष पासवान, राजेंद्र यादव, मुंद्रिका राम, राजकिशोर राणा, श्यामदेव यादव, संजय कुमार, अजय मेहता, अनुज राम, अजित वर्मा, पवन कुमार, आलोक रंजन, रामचंद्र राम, सरोज राम, रामाशीष राम, इंद्रदेव कुमार, केसी राणा, सबिता मेहता, सुनीता देवी, कुंज बिहारी, र¨वद्र कुमार, र¨वद्र राणा, अशोक कुमार, राजेंद्र मेहता, दीपक देव, सुदास मेहता, देवनारायण प्रसाद, सुधीर कौशल, संजय पंडित, शमशेर आलम, विकास कुमार, सुनीता कुमारी, चमेली देवी, रीता देवी, अरुणा देवी, रेणु कुमारी, मोनिका एक्का, चंचला रानी, फुलमनी तिर्की, सुनीता कुमारी, निशा तिर्की, मंजू देवी, आशा कुमारी, उर्मिला देवी, मुन्नी कुमारी, सुमित्रा कुमारी, बिता देवी, अनिता देवी, चांदो साव, नरेंद्र कुमार महतो, रुपलाल राम, तेरेसा जोन, सुषमा हेम्ब्रम, सुखदेव महतो , वीणा देवी, खुर्शीद आलम, चंदन ठाकुर, रामाशीष कुमार, इजहार अंसारी, तुलसी राम, मेघू ठाकुर, अनिल प्रसाद, दीपक ¨सह, रुपलाल मेहता, सरिता कुमारी, गीता कुमारी, शीला गुप्ता, शोभा देवी, पुष्पा देवी, चंचला देवी आदि उपस्थित थे।
वक्ताओं ने सरकार के खिलाफ आग उगलते सरकार से शिक्षकों के धैर्य की परीक्षा न लेने की बात कही। जिलाध्यक्ष चंदन मेहता के नेतृत्व में सुबह 11 बजे धरनास्थल से जुलूस प्रारंभ हुआ। इद्रपुरी चौक, झंडा चौक, बंशीलाल चौक होते हुए जुलूस धरना स्थल के पास आकर सभा के रुप में तब्दील हो गई। झील रोड में सभा का आयोजन किया गया था। पारा शिक्षकों के सभा के कारण झील रोड पूरी तरह से जाम हो गया। शिक्षक सड़क पर बैठकर सभा में शामिल हुए। जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने मांगों को दुहराते हुए कहा कि छतीसगढ़ मॉडल के अनुरुप सरकार हमारी मांगे पूरी नही करती है तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हमारी मंशा किसी का अहित नहीं करना है। लेकिन 20 हजार शराब बेचने वालों को वेतन देने वाली यह सरकार शिक्षकों को दस हजार वेतन देकर बंधुआ मजदूर बनाना चाहती है। हमारी मांगे जायज है और 15 नवंबर से पूर्व चार साल तक पारा शिक्षकों ने चरणबद्ध आंदोलन कर सरकार को अपनी मांगों से अवगत कराया। कहा कि सरकार ने हमारी मांगे नहीं सुनी, हमने मांगे अधिकार और उसने हमें लाठी दी। हम इसका पूर्ण हिसाब देंगे। सभा को जिला सचिव शंकर प्रसाद, प्रमोद मेहता, प्रदीप पांडेय, सुजीत कुमार सहित कई अन्य ने भी संबोधित किया। न्याय मार्च में मनीष ठाकुर, मनोज मेहता, ऋषि रंजन, संजीत कुमार ¨सह, राजेंद्र प्रसाद, कमलदेव यादव, अजीत कुमार, भोला राणा, रवि ¨सह, चंपा कुमारी, अंजू मेहता, पुष्पा कुमारी, आश्रिता धान, सलोमी नाग, अनिता देवी, अनिल कुमार, संतोष पासवान, राजेंद्र यादव, मुंद्रिका राम, राजकिशोर राणा, श्यामदेव यादव, संजय कुमार, अजय मेहता, अनुज राम, अजित वर्मा, पवन कुमार, आलोक रंजन, रामचंद्र राम, सरोज राम, रामाशीष राम, इंद्रदेव कुमार, केसी राणा, सबिता मेहता, सुनीता देवी, कुंज बिहारी, र¨वद्र कुमार, र¨वद्र राणा, अशोक कुमार, राजेंद्र मेहता, दीपक देव, सुदास मेहता, देवनारायण प्रसाद, सुधीर कौशल, संजय पंडित, शमशेर आलम, विकास कुमार, सुनीता कुमारी, चमेली देवी, रीता देवी, अरुणा देवी, रेणु कुमारी, मोनिका एक्का, चंचला रानी, फुलमनी तिर्की, सुनीता कुमारी, निशा तिर्की, मंजू देवी, आशा कुमारी, उर्मिला देवी, मुन्नी कुमारी, सुमित्रा कुमारी, बिता देवी, अनिता देवी, चांदो साव, नरेंद्र कुमार महतो, रुपलाल राम, तेरेसा जोन, सुषमा हेम्ब्रम, सुखदेव महतो , वीणा देवी, खुर्शीद आलम, चंदन ठाकुर, रामाशीष कुमार, इजहार अंसारी, तुलसी राम, मेघू ठाकुर, अनिल प्रसाद, दीपक ¨सह, रुपलाल मेहता, सरिता कुमारी, गीता कुमारी, शीला गुप्ता, शोभा देवी, पुष्पा देवी, चंचला देवी आदि उपस्थित थे।
No comments:
Post a Comment