संवाद सहयोगी, घाटशिला : एकीकृत पारा शिक्षक संघ के आंदोलन को पूर्व
राज्यसभा सदस्य डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू ने पूर्ण रूप से समर्थन किया।
घाटशिला के फुलडुंगरी वन विश्रामागार में एकीकृत पारा शिक्षक संघ की बैठक
में शामिल होकर बलमुचू ने पारा शिक्षकों का हौसला बढ़ाया।
बलमुचू ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक समाज की नींव रखने वाले लोग है। नींव मजबूत होगा तो हमारा समाज भी मजबूत होगा। लेकिन रघुवर सरकार स्कूल बंद कर हमारे बच्चों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। शिक्षक भविष्य के निर्माता होते हैं अगर स्कूल बंद होंगे तो शिक्षक नहीं रहेंगे। कहा कि विलय नीति के तहत स्कूल बंद होकर दूर हो जाएंगे। ऐसे में अभिभावक बच्चों को विद्यालय नहीं भेज पाएंगे। इस कारण हमारे बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। ऐसे में हमारा भविष्य कहां बचेगा। अभिभावकों को भी यह समझना होगा। बलमुचू ने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन मिलना चाहिए। पारा शिक्षकों की मांगे जायज हैं। अगर पारा शिक्षकों को अच्छा वेतन नहीं देंगे तो सरकार उनसे अच्छी भविष्य की उम्मीद कैसे कर सकती हैं। सांसद-विधायक के पैसे बढ़ सकते हैं तो पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी क्यों नहीं हो सकती। इसका जवाब सरकार को देना होगा। पारा शिक्षक गांव-गांव में जाकर अभिभावकों को जागरूक करें। यह बताए की कैसे प्रदेश की रघुवर सरकार हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश रच रही है। स्कूलों को किस साजिश के तहत बंद किए जा रहे हैं। इन बातों पर अभिभावकों को जागरूक करें और एक साथ मिलकर ऐसी सरकार के नीतियों का विरोध करें। यह समय अनुकूल हैं। इस समय सरकार को झुकाया जा सकता। अपने आंदोलन से पारा शिक्षक रघुवर सरकार के अंदर डर पैदा करें। जब चारों तरफ से इस हिटलरशाही सरकार पर दबाव बढ़ेगा तो निश्चित तौर पर पारा शिक्षकों की मांगे पूरी होगी। वहीं सांसद प्रतिनिधि काल्टू चक्रवर्ती ने कहा कि पारा शिक्षकों की मांगे जायज हैं। पारा शिक्षकों के हर आंदोलन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ हैं। सरकार से लड़कर पारा शिक्षकों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा। मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष करुणा कर महतो, सत्यजीत सीट, मोहन महंती, अब्दूल गफ्फार, शमशाद खान, दुर्गा चरण मुर्मू, ठाकुर प्रसाद मार्डी, शंभू शरण, नवीन साव, श्यामू टुडू, लखींद्र प्रधान, शंकर बेहरा, पारा शिक्षक के अनुमंडल अध्यक्ष हिमांशु महतो, खगेंद्र नाथ भकत, खिरोद ¨सह, मोहन लाल दास, मालती मुर्मू, सोहागी टुडू समेत कई पारा शिक्षक मौजूद थे।
बलमुचू ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक समाज की नींव रखने वाले लोग है। नींव मजबूत होगा तो हमारा समाज भी मजबूत होगा। लेकिन रघुवर सरकार स्कूल बंद कर हमारे बच्चों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। शिक्षक भविष्य के निर्माता होते हैं अगर स्कूल बंद होंगे तो शिक्षक नहीं रहेंगे। कहा कि विलय नीति के तहत स्कूल बंद होकर दूर हो जाएंगे। ऐसे में अभिभावक बच्चों को विद्यालय नहीं भेज पाएंगे। इस कारण हमारे बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाएंगे। ऐसे में हमारा भविष्य कहां बचेगा। अभिभावकों को भी यह समझना होगा। बलमुचू ने कहा कि समान काम के बदले समान वेतन मिलना चाहिए। पारा शिक्षकों की मांगे जायज हैं। अगर पारा शिक्षकों को अच्छा वेतन नहीं देंगे तो सरकार उनसे अच्छी भविष्य की उम्मीद कैसे कर सकती हैं। सांसद-विधायक के पैसे बढ़ सकते हैं तो पारा शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी क्यों नहीं हो सकती। इसका जवाब सरकार को देना होगा। पारा शिक्षक गांव-गांव में जाकर अभिभावकों को जागरूक करें। यह बताए की कैसे प्रदेश की रघुवर सरकार हमारे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की साजिश रच रही है। स्कूलों को किस साजिश के तहत बंद किए जा रहे हैं। इन बातों पर अभिभावकों को जागरूक करें और एक साथ मिलकर ऐसी सरकार के नीतियों का विरोध करें। यह समय अनुकूल हैं। इस समय सरकार को झुकाया जा सकता। अपने आंदोलन से पारा शिक्षक रघुवर सरकार के अंदर डर पैदा करें। जब चारों तरफ से इस हिटलरशाही सरकार पर दबाव बढ़ेगा तो निश्चित तौर पर पारा शिक्षकों की मांगे पूरी होगी। वहीं सांसद प्रतिनिधि काल्टू चक्रवर्ती ने कहा कि पारा शिक्षकों की मांगे जायज हैं। पारा शिक्षकों के हर आंदोलन में कांग्रेस पार्टी उनके साथ हैं। सरकार से लड़कर पारा शिक्षकों को उनका अधिकार दिलाया जाएगा। मौके पर कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष करुणा कर महतो, सत्यजीत सीट, मोहन महंती, अब्दूल गफ्फार, शमशाद खान, दुर्गा चरण मुर्मू, ठाकुर प्रसाद मार्डी, शंभू शरण, नवीन साव, श्यामू टुडू, लखींद्र प्रधान, शंकर बेहरा, पारा शिक्षक के अनुमंडल अध्यक्ष हिमांशु महतो, खगेंद्र नाथ भकत, खिरोद ¨सह, मोहन लाल दास, मालती मुर्मू, सोहागी टुडू समेत कई पारा शिक्षक मौजूद थे।
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