रांची, राज्य ब्यूरो। स्थायीकरण तथा वेतनमान की मांग
को लेकर आंदोलनरत पारा शिक्षकों पर सरकार की सख्ती का कोई खास असर नहीं पड़
रहा है। जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार, भले ही लगभग दस हजार पारा
शिक्षक हड़ताल से वापस आ गए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अभी भी बड़ी संख्या में पारा शिक्षक हड़ताल में ही हैं। इधर, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज तथा जेल भेजे जाने के विरोध में पारा शिक्षकों ने कई जिला मुख्यालयों में शनिवार को आक्रोश रैली निकाली।
लातेहार, रामगढ़, चतरा, धनबाद आदि जिलों में बड़ी संख्या में पारा शिक्षक सड़क पर उतरे। इस दौरान पारा शिक्षकों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। किसी कारण जिन जिलों में शनिवार को यह रैली नहीं हो सकी, वहां 10 दिसंबर को रैली निकाली जाएगी। पारा शिक्षकों ने 19 से 23 दिसंबर तक बच्चों को सड़क पर पढ़ाने का भी निर्णय लिया है।
वार्ता नहीं, सरकार भी अड़ी : आंदोलनरत पारा शिक्षकों के साथ वार्ता का फिलहाल कोई प्रयास नहीं हो रहा है। पारा शिक्षकों के साथ-साथ सरकार भी उनके साथ किसी तरह की रियायत या वार्ता नहीं करने को लेकर अड़ी हुई है।
नप सकते हैं कई जिला पदाधिकारी : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक उमाशंकर सिंह ने सोमवार तक सभी जिलों से हड़ताली पारा शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई तथा उनकी जगह पर टेट पास युवाओं को बहाल करने को लेकर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट निर्धारित फॉर्मेट में मिली है। कई जिलों ने इसे लेकर पूर्व में दिए गए निर्देश का अनुपालन नहीं किया है। ऐसे जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों व जिला शिक्षा अधीक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है।
शिक्षक हड़ताल से वापस आ गए हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अभी भी बड़ी संख्या में पारा शिक्षक हड़ताल में ही हैं। इधर, एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर पारा शिक्षकों पर लाठीचार्ज तथा जेल भेजे जाने के विरोध में पारा शिक्षकों ने कई जिला मुख्यालयों में शनिवार को आक्रोश रैली निकाली।
लातेहार, रामगढ़, चतरा, धनबाद आदि जिलों में बड़ी संख्या में पारा शिक्षक सड़क पर उतरे। इस दौरान पारा शिक्षकों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए। किसी कारण जिन जिलों में शनिवार को यह रैली नहीं हो सकी, वहां 10 दिसंबर को रैली निकाली जाएगी। पारा शिक्षकों ने 19 से 23 दिसंबर तक बच्चों को सड़क पर पढ़ाने का भी निर्णय लिया है।
वार्ता नहीं, सरकार भी अड़ी : आंदोलनरत पारा शिक्षकों के साथ वार्ता का फिलहाल कोई प्रयास नहीं हो रहा है। पारा शिक्षकों के साथ-साथ सरकार भी उनके साथ किसी तरह की रियायत या वार्ता नहीं करने को लेकर अड़ी हुई है।
नप सकते हैं कई जिला पदाधिकारी : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक उमाशंकर सिंह ने सोमवार तक सभी जिलों से हड़ताली पारा शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई तथा उनकी जगह पर टेट पास युवाओं को बहाल करने को लेकर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट निर्धारित फॉर्मेट में मिली है। कई जिलों ने इसे लेकर पूर्व में दिए गए निर्देश का अनुपालन नहीं किया है। ऐसे जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों व जिला शिक्षा अधीक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है।
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