चक्रधरपुर : झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ ने बुधवार काे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद लक्ष्मण गिलुवा के नाम एक पत्र सांसद प्रतिनिधि को सौंपा. पत्र में कहा गया है कि पारा शिक्षकों को अत्यंत अल्प मानदेय में 15 वर्षों से लगातार सेवा ली जा रही है.
इस कारण पारा शिक्षकों का भविष्य अंधकारमय है.
पारा शिक्षक अपने भविष्य की सुरक्षा को लेकर सदैव चिंतित रहते हैं. पारा शिक्षकों का कहना है कि बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ के पारा शिक्षकों, शिक्षा मित्र की तर्ज पर झारखंड के पारा शिक्षकों को भी समायोजित किया जाये. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दीपक कुमार बेहरा, कार्यकारी अध्यक्ष विजय प्रताप,
उपाध्यक्ष जगन्नाथ नायक, महासचिव विरंची कारवा, उप सचिव धर्मदेव गोप, सचिव सुजीत प्रभाकर, सह सचिव चंद्रशेखर बिरूवा, कोषाध्यक्ष हिमांशु सिंकु, उप कोषाध्यक्ष उत्तम कुमार डे, प्रेस प्रवक्ता संजीव कुमार डे, सलाहकार सुरेश महतो, रमेश पुरती, भावतरण महतो, शिव शंकर यादव, स्टेपन डेविड पुरती, मुरारी मनोह प्रधान, सनातन सुंडी, रतनसिंह बोदरा, प्रतिमा देवी, देव कुमार दास आदि उपस्थित थे.
इस कारण पारा शिक्षकों का भविष्य अंधकारमय है.
पारा शिक्षक अपने भविष्य की सुरक्षा को लेकर सदैव चिंतित रहते हैं. पारा शिक्षकों का कहना है कि बिहार, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ के पारा शिक्षकों, शिक्षा मित्र की तर्ज पर झारखंड के पारा शिक्षकों को भी समायोजित किया जाये. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष दीपक कुमार बेहरा, कार्यकारी अध्यक्ष विजय प्रताप,
उपाध्यक्ष जगन्नाथ नायक, महासचिव विरंची कारवा, उप सचिव धर्मदेव गोप, सचिव सुजीत प्रभाकर, सह सचिव चंद्रशेखर बिरूवा, कोषाध्यक्ष हिमांशु सिंकु, उप कोषाध्यक्ष उत्तम कुमार डे, प्रेस प्रवक्ता संजीव कुमार डे, सलाहकार सुरेश महतो, रमेश पुरती, भावतरण महतो, शिव शंकर यादव, स्टेपन डेविड पुरती, मुरारी मनोह प्रधान, सनातन सुंडी, रतनसिंह बोदरा, प्रतिमा देवी, देव कुमार दास आदि उपस्थित थे.
No comments:
Post a Comment