धनबाद/ मुख्य संवाददाता धनबाद में 123 नवनियुक्त शिक्षक बर्खास्त हो गए हैं। फर्जी टेट सर्टिफिकेट के सहारे नौकरी पाने वाले इन शिक्षकों के खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज होगा। 123 फर्जी शिक्षकों में सर्वाधिक 71 गिरिडीह से, कोडरमा से 19, पलामू, रामगढ़ व हजारीबाग से एक-एक शिक्षक शामिल है।
30 शिक्षक बिहार के नवादा समेत अन्य जिलों के रहने वाले है। गिरिडीह से आधे से अधिक संख्या गिरिडीह से देखकर शिक्षा विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सन्न है।
बताते चलें कि नियुक्ति के समय भी एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी पकड़े गए थे। इन अभ्यिर्थयों से बांड भरवाकर चेतावनी के साथ छोड़ा गया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि पांच से पचास हजार रुपए में फर्जी टेट का सर्टिफिकेट खरीदा था। तत्कालीन डीएसई बांके बिहारी सिंह ने आठ अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। गिरिडीह के अयोध्या पांडेय पर फर्जी टेट सर्टिफिकेट बेचने का आरोप लगा है। उसके बाद मुकदमा भी दर्ज कराया गया। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। धनबाद में अब तक 148 फर्जी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं। जानकारों का कहना है कि धनबाद में 40 से 50 मामले और सामने आने की संभावना जताई जा रही है। बिहार बोर्ड से प्रमाणपत्रों समेत 700 से अधिक का अभी तक सत्यापन नहीं हुआ है।
30 शिक्षक बिहार के नवादा समेत अन्य जिलों के रहने वाले है। गिरिडीह से आधे से अधिक संख्या गिरिडीह से देखकर शिक्षा विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सन्न है।
बताते चलें कि नियुक्ति के समय भी एक दर्जन से अधिक अभ्यर्थी पकड़े गए थे। इन अभ्यिर्थयों से बांड भरवाकर चेतावनी के साथ छोड़ा गया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि पांच से पचास हजार रुपए में फर्जी टेट का सर्टिफिकेट खरीदा था। तत्कालीन डीएसई बांके बिहारी सिंह ने आठ अभ्यर्थियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। गिरिडीह के अयोध्या पांडेय पर फर्जी टेट सर्टिफिकेट बेचने का आरोप लगा है। उसके बाद मुकदमा भी दर्ज कराया गया। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। धनबाद में अब तक 148 फर्जी शिक्षक चिह्नित हो चुके हैं। जानकारों का कहना है कि धनबाद में 40 से 50 मामले और सामने आने की संभावना जताई जा रही है। बिहार बोर्ड से प्रमाणपत्रों समेत 700 से अधिक का अभी तक सत्यापन नहीं हुआ है।
No comments:
Post a Comment