पारा शिक्षकों की बैठक 19 को: सोनुवा| सोनुवामें 19 अक्टूबर को पारा
शिक्षकों की बैठक होगी। पारा शिक्षक संघ सोनुवा एवं गुदड़ी प्रखंड इकाई के
अध्यक्ष भवतारण महतो ने इस संबंध में बताया कि सोनुवा बीआरसी परिसर में 11
बजे से बैठक होगी। इसमें हड़ताल से संबंधित रणनीति तय की जाएगी।
हड़तालके 25वें दिन भी चक्रधरपुर प्रखंड के पारा शिक्षक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। इस दौरान बीआरसी चक्रधरपुर में बैठक कर हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया। बैठक में प्रखंड अध्यक्ष मुरारी मोहन प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से पारा शिक्षकों को अल्टीमेटम दिया गया है कि 25 अक्टूबर तक शिक्षक अगर अपने विद्यालय में योगदान नहीं करते हैं तो नए पारा शिक्षक बहाल किए जाएंगे। परंतु रघुवर सरकार को यह पता नहीं है कि राज्य में 72000 पारा शिक्षक हैं।
आरटीई के तहत नए पारा शिक्षक बहाल करना मामूली नहीं है। श्री प्रधान ने कहा कि सभी पारा शिक्षक महात्मा गांधी के नियम का पालन करते हुए अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर समायोजन को लेकर पूरे राज्य के पारा शिक्षक हड़ताल पर हैं। सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। यह बहुत ही दु:ख की बात है। बैठक में बुधन सिंह मुंडा, मांगता मंगल सिंह दोंगो, नरसिंह प्रधान, राकेश कुमार वर्मा, अजय माझी, कृष्णा चंद्र महतो, राजकुमार खलखो, रामकृष्ण प्रधान, आनंद बिहारी प्रधान, खोकन मिस्त्री, हसीना सांडिल, ललिता टेटे, दीपक सिंह, राजकिशोर महतो, देवेंद्र प्रधान, हिमांशु प्रधान, दीपक मंडल, अश्विनी प्रधान आदि मौजूद थे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में शामिल पारा शिक्षक।
प्रोन्नति सूची में होगा संशोधन आवेदन जमा करने को कहा
राष्ट्रीयशैक्षिक महासंघ की बैठक बीआरसी चक्रधरपुर में विमल शंकर महतो जिला महामंत्री की अध्यक्षता में की गई। जिसमें देश में शांति एवं सुरक्षा के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। बैठक में प्रोन्नति को लेकर सूची में अगर त्रुटि है तो फिर से संशोधन के लिए आवेदन पत्र जमा करने का निर्णय लिया गया। योगदान तिथि से मैट्रिक, इंटर को ग्रेड वन में प्रोन्नति देने के संबंध में विचार कर मांग करने, 1983, 1986 में नियुक्त शिक्षकों को योगदान तिथि से ग्रेड वन मानते हुए ग्रेड देने तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों का नाम दर्ज प्रोन्नति सूची में किए जाने पर विचार किया गया। बैठक में अजीत कुमार, शुभेंद्र षाड़ंगी, योगेश्वर, बवरु वाहन, सुबिनय षाड़ंगी, मुचीराय, निर्मल षाड़ंगी, शंभु चरण मौजूद थे।
मुख्यमंत्री रघुवर दास का बयान
गलत: विधायक शशिभूषण सामड़
विधायकशशिभूषण सामड़ ने हड़ताली पारा शिक्षकों के समर्थन में कहा कि मुख्यमंत्री को टीचर पर ब्लैकमेलर का बयान गलत है। ऐसा बयान एक मुख्यमंत्री के मुंह से शोभा नहीं देता है। उक्त बातें विधायक श्री सामड़ ने सोमवार की शाम अपने आवास पर पत्रकार सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी मांग रखने का अधिकार है। हमारे पड़ोसी राज्यों में पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाते हुए समायोजन किया गया है। ऐसा झारखंड में भी होना चाहिए। श्री सामड़ ने कहा कि रघुवर जी के कार्यकाल में शिक्षक ही नहीं, डॉक्टर, परियोजनाकर्मी सभी हड़ताल कर रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य में जो भी हो रहा है, वह सही नहीं है।
हड़तालके 25वें दिन भी चक्रधरपुर प्रखंड के पारा शिक्षक अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। इस दौरान बीआरसी चक्रधरपुर में बैठक कर हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया। बैठक में प्रखंड अध्यक्ष मुरारी मोहन प्रधान ने कहा कि सरकार की ओर से पारा शिक्षकों को अल्टीमेटम दिया गया है कि 25 अक्टूबर तक शिक्षक अगर अपने विद्यालय में योगदान नहीं करते हैं तो नए पारा शिक्षक बहाल किए जाएंगे। परंतु रघुवर सरकार को यह पता नहीं है कि राज्य में 72000 पारा शिक्षक हैं।
आरटीई के तहत नए पारा शिक्षक बहाल करना मामूली नहीं है। श्री प्रधान ने कहा कि सभी पारा शिक्षक महात्मा गांधी के नियम का पालन करते हुए अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़, बिहार, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर समायोजन को लेकर पूरे राज्य के पारा शिक्षक हड़ताल पर हैं। सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। यह बहुत ही दु:ख की बात है। बैठक में बुधन सिंह मुंडा, मांगता मंगल सिंह दोंगो, नरसिंह प्रधान, राकेश कुमार वर्मा, अजय माझी, कृष्णा चंद्र महतो, राजकुमार खलखो, रामकृष्ण प्रधान, आनंद बिहारी प्रधान, खोकन मिस्त्री, हसीना सांडिल, ललिता टेटे, दीपक सिंह, राजकिशोर महतो, देवेंद्र प्रधान, हिमांशु प्रधान, दीपक मंडल, अश्विनी प्रधान आदि मौजूद थे।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में शामिल पारा शिक्षक।
प्रोन्नति सूची में होगा संशोधन आवेदन जमा करने को कहा
राष्ट्रीयशैक्षिक महासंघ की बैठक बीआरसी चक्रधरपुर में विमल शंकर महतो जिला महामंत्री की अध्यक्षता में की गई। जिसमें देश में शांति एवं सुरक्षा के लिए एक मिनट का मौन रखा गया। बैठक में प्रोन्नति को लेकर सूची में अगर त्रुटि है तो फिर से संशोधन के लिए आवेदन पत्र जमा करने का निर्णय लिया गया। योगदान तिथि से मैट्रिक, इंटर को ग्रेड वन में प्रोन्नति देने के संबंध में विचार कर मांग करने, 1983, 1986 में नियुक्त शिक्षकों को योगदान तिथि से ग्रेड वन मानते हुए ग्रेड देने तथा सेवानिवृत्त शिक्षकों का नाम दर्ज प्रोन्नति सूची में किए जाने पर विचार किया गया। बैठक में अजीत कुमार, शुभेंद्र षाड़ंगी, योगेश्वर, बवरु वाहन, सुबिनय षाड़ंगी, मुचीराय, निर्मल षाड़ंगी, शंभु चरण मौजूद थे।
मुख्यमंत्री रघुवर दास का बयान
गलत: विधायक शशिभूषण सामड़
विधायकशशिभूषण सामड़ ने हड़ताली पारा शिक्षकों के समर्थन में कहा कि मुख्यमंत्री को टीचर पर ब्लैकमेलर का बयान गलत है। ऐसा बयान एक मुख्यमंत्री के मुंह से शोभा नहीं देता है। उक्त बातें विधायक श्री सामड़ ने सोमवार की शाम अपने आवास पर पत्रकार सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी मांग रखने का अधिकार है। हमारे पड़ोसी राज्यों में पारा शिक्षकों का मानदेय बढ़ाते हुए समायोजन किया गया है। ऐसा झारखंड में भी होना चाहिए। श्री सामड़ ने कहा कि रघुवर जी के कार्यकाल में शिक्षक ही नहीं, डॉक्टर, परियोजनाकर्मी सभी हड़ताल कर रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि राज्य में जो भी हो रहा है, वह सही नहीं है।
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