रांची: काम के बदले दाम
समेत 5 मांगों को लेकर राज्य की विभिन्न इलाकों से झारखण्ड की राजधानी
रांची पहुंचे पारा शिक्षकों के बड़े जत्थे को पुलिस ने रांची के मोहराबादी
चौक में रोक लिया, पारा शिक्षक सामान काम के बदले सामान दाम और स्कूलों को
एक दूसरे में विलय करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास घेरने की योजना
बना रहे थे , लेकिन पुलिस की मुस्तैदी की वजह से उन्हें मुख्यमंत्री आवास
से बहुत दूर ही रोक लिया गया.
शिक्षकों की योजना थी कि वे अपनी मांगों
को लेकर 30 अप्रैल तक मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना देंगे और एक मई को
राजभवन के सामने भूख हड़ताल पर बैठेंगे. पारा शिक्षकों के आंदोलन को राजद
समेत विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों का समर्थन भी प्राप्त है. ऐसे
में किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पुलिस ने पहले ही सारे इंतेज़ाम कर
रखे थे और उसी के तहत पुलिस ने शिक्षकों को मोहराबादी चौक में ही रोक
लिया.
हालांकि इस मामले में स्कूली शिक्षा एवं
साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव एपी सिंह ने रांची के उपायुक्तएवं एसएसपी को
निरोधात्मक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा है, जिसके बाद एहतियातन तौर पर
जिला प्रशासन ने राजभवन से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक कई स्तरों पर
बैरिकेडिंग कर वहां पुलिस बल तैनात कर दिया है. आपको बता दें कि अपनी
मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास को घेरने के लिए शिक्षकों का यह जत्था 6
अप्रैल से पैदल यात्रा पर हैं, समान काम के बदले समान मानदेय तथा नियमित
मानदेय भुगतान की मांग को लेकर पूर्व में कई दौर का आंदोलन कर चुके पारा
शिक्षकों ने अब आरपार की लड़ाई की चेतावनी दी है.
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