गावां (गिरिडीह)। सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे पारा शिक्षकों को उचित एवं सम्मानजनक मानदेय मिलना चाहिए। मानदेय के लिए इस भीषण गर्मी में पारा शिक्षकों को पैदल मार्च करना पड़ रहा है यह सरकार की व्यवस्था पर एक जोरदार तमाचा है।
पारा शिक्षकों की मांग का भाकपा माले करती है समर्थन
भाकपा माले पारा शिक्षकों की माँगों का
समर्थन करता है। पार्टी उनके हक के लिए सड़क से लेकर सदन तक आवाज बुलंद करती
आई है। उक्त बातें धनवार विधायक राजकुमार यादव ने सोमवार की सुबह अपने आवास पर पत्रकारों के साथ वार्ता में कही।
‘पारा शिक्षकों का मजदूरों से कम वेतन’
कहा कि संविधान ने भी उन्हें अधिकार दिया
है कि समान काम के बदले उन्हें समान वेतन दिया जाए। आज पारा शिक्षकों का
मानदेय न्यूनतम मजदूरी से भी कम है। स्कूलों के विलय पर विधायक ने कहा कि
एक साजिश के तहत लोगों को शिक्षित होने का अधिकार छीना जा रहा है।
विपक्षी बिखराव का फायदा मिला भाजपा को
नगर निकाय चुनाव में झारखंड में
सबसे ज्यादा सीटें भाजपा द्वारा जीतने पर विधायक यादव ने कहा कि विपक्षी
दलों के बिखराव का फायदा भाजपा को मिला है। इस चुनाव से विपक्षी सभी दलों
को सीख लेने की जरूरत है। भाजपा को पछाड़ने के लिए एक मजबूत गठबंधन तैयार
करने की जरूरत है। कहा कि एससी-एसटी एक्ट में संशोधन भाजपा सरकार की विफलता
का परिणाम है। भाकपा माले लोगों के हक के लिए अपने आंदोलन को और तेज
करेगा। इस अवसर पर माले प्रखंड सचिव नागेश्वर यादव सहित अन्य लोग उपस्थित
थे।
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