रांची। समान कार्य के
लिए समान वेतन समेत अन्य मांगों को लेकर राज्यभर के विभिन्न जिलों से आये
पारा शिक्षकों ने सोमवार से रांची में मुख्यमंत्री आवास का घेराव शुरु किया
है।
17 अप्रैल से पदयात्रा पर हैं पारा शिक्षक
घेराव प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए राज्य
के सभी प्रमंडलों से पारा शिक्षक पदयात्रा कर रांची पहुंच रहे हैं। झारखंड
एकीकृत पारा शिक्षक संघ के बैनर तले पारा शिक्षकों ने 17 अप्रैल से
पदयात्रा शुरु की थी। चरणबद्ध आंदोलन के तहत पारा शिक्षक मुख्यमंत्री आवास का जिलावार घेराव करेंगे और एक मई को भूख हड़ताल करेंगे।
सीएम आवास की सुरक्षा बढ़ायी गई
इस बीच पारा शिक्षकों के कार्यक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है। मुख्यमंत्री आवास के आसपास के इलाकों की बैरिकेटिंग कर दी गयी है और अतिरिक्त बल की तैनाती की गयी है।
पांच मांगों पर अब तक सरकार ने नहीं की पहल
पारा शिक्षकों के नेता संजय दूबे ने बताया
कि सरकार उनकी पांच मांगों पर अबतक कोई पहल नहीं की। इसमें सेवा नियमित
करना, समान काम के बदले समान वेतन, विद्य्नालयों के विलय को रोकना, पारा
शिक्षकों को पीएफ का लाभ, डीएलए की राशि को वापस करने और टेट पास
अभ्यर्थियों की सीधी नियुक्ति की मांग शामिल है।
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उन्होंने बताया कि पारा शिक्षक वर्ष 2004
से लंबित मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और इसी क्रम में राज्य के 81
विधायकों, 14 सांसदों और सीएम के नाम बीते फरवरी में मांग पत्र सौंपा गया
था। 10 मार्च को शिक्षामंत्री के आवास का घेराव किया गया। उसके बाद दो
दिनों में सीएम से वार्ता कराने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक सीएम
से बातचीत नहीं हुई। यह साफ बताता है कि पारा शिक्षकों की समस्याओं को लेकर
सरकार गंभीर नहीं है।
मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी के साथ वार्ता
इधर पारा शिक्षकों की आज दोपहर बाद मुख्य
सचिव सुधीर त्रिपाठी के साथ वार्ता होगी। बैठक में पारा शिक्षकों के मांगों
पर विचार किया जायेगा। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के प्रधान सचिव और
अन्य विभाग के प्रतिनिधि भी बैठक में शामिल होंगे। बैठक में संघ की ओर से
झारखंड राज्य एकीकृत पारा शिक्षक संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
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