गावां (गिरिडीह)। सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे पारा शिक्षकों को उचित एवं सम्मानजनक मानदेय
मिलना चाहिए। मानदेय के लिए इस भीषण गर्मी में पारा शिक्षकों को पैदल
मार्च करना पड़ रहा है। यह सरकार की व्यवस्था पर एक जोरदार तमाचा है।
भाकपा माले पारा शिक्षकों की मांगों का समर्थन करता है
पार्टी उनके हक के लिए सड़क से लेकर सदन तक आवाज बुलंद करती आई है। उक्त बातें धनवार विधायक राजकुमार यादव ने सोमवार की सुबह अपने आवास पर पत्रकारों के साथ वार्ता में कही।
चास : मानदेय तय करने के लिये जल सहियाओं का प्रदर्शन
मानदेय न्यून मजदूरी से भी कम
संविधान ने भी उन्हें अधिकार दिया है कि
समान काम के बदले उन्हें समान वेतन दिया जाए। आज पारा शिक्षकों का मानदेय
न्यूनतम मजदूरी से भी कम है। स्कूलों के विलय पर विधायक ने कहा कि एक साजिश
के तहत लोगों को शिक्षित होने का अधिकार छीना जा रहा है।
No comments:
Post a Comment