कोडरमा: जिले के सभी हड़ताली पारा शिक्षकों को 15 दिसंबर तक का अल्टीमेटम
दिया गया है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के हवाले से कहा गया है कि 15
नवंबर को विद्यालय का संचालन कर सरकार एवं विभाग की उपलब्धि बच्चों एवं
अभिभावकों को बताने को कहा गया था।
लेकिन सरकार के अपील के बाद भी 16 नवंबर से पारा शिक्षक हड़ताल पर चले गए। इसे लेकर सभी पारा शिक्षकों से प्रथम कारणपृच्छा करते हुए दिनांक 20 नवंबर तक अपने विद्यालय में योगदान करने का निर्देश दिया गया था। बावजूद पारा शिक्षकों द्वारा ना तो योगदान किया गया और ना ही स्पष्टीकरण का जवाब दिया गया। प्रधान सचिव ने पारा शिक्षकों से 15 दिसंबर तक विद्यालय में योगदान करने की अपील की है। अन्यथा आरटीई के उल्लंघन के आरोप में संविदा रद करने की चेतावनी दी गई है। यह जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दी। वहीं मामले को लेकर जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक में इस मुद्दे पर गहन चर्चा की गई। साथ ही पारा शिक्षकों के योगदान नहीं देने पर आरटीई के तहत कार्रवाई का निर्देश प्रखंडों के पदाधिकारियों को दिया गया। जिले में करीब 1800 पारा शिक्षक पिछले 16 नवंबर से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर हैं। पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर अड़े है। इससे शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हुई है। वहीं विभाग स्तर से बंद पड़े 175 विद्यालयों में डीएलईडी के अभ्यर्थियों से सेवा ली जा रही है। विभाग का दावा है कि सभी बंद विद्यालयों में अब शिक्षण व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जबकि टेट पास 70 अभ्यर्थियों को भी शिक्षण कार्य में लगाया जा रहा है।
लेकिन सरकार के अपील के बाद भी 16 नवंबर से पारा शिक्षक हड़ताल पर चले गए। इसे लेकर सभी पारा शिक्षकों से प्रथम कारणपृच्छा करते हुए दिनांक 20 नवंबर तक अपने विद्यालय में योगदान करने का निर्देश दिया गया था। बावजूद पारा शिक्षकों द्वारा ना तो योगदान किया गया और ना ही स्पष्टीकरण का जवाब दिया गया। प्रधान सचिव ने पारा शिक्षकों से 15 दिसंबर तक विद्यालय में योगदान करने की अपील की है। अन्यथा आरटीई के उल्लंघन के आरोप में संविदा रद करने की चेतावनी दी गई है। यह जानकारी जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दी। वहीं मामले को लेकर जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक में इस मुद्दे पर गहन चर्चा की गई। साथ ही पारा शिक्षकों के योगदान नहीं देने पर आरटीई के तहत कार्रवाई का निर्देश प्रखंडों के पदाधिकारियों को दिया गया। जिले में करीब 1800 पारा शिक्षक पिछले 16 नवंबर से अनिश्चितकालिन हड़ताल पर हैं। पारा शिक्षक अपनी मांगों को लेकर अड़े है। इससे शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हुई है। वहीं विभाग स्तर से बंद पड़े 175 विद्यालयों में डीएलईडी के अभ्यर्थियों से सेवा ली जा रही है। विभाग का दावा है कि सभी बंद विद्यालयों में अब शिक्षण व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जबकि टेट पास 70 अभ्यर्थियों को भी शिक्षण कार्य में लगाया जा रहा है।
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