चतरा : पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी के आदेश को विद्यालय प्रबंधन समिति
मानने को तैयार नहीं है। समिति का मानना है कि यदि पारा शिक्षकों को
बर्खास्त किया जाता है, तो वैसे में पठन पाठन की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।
पारा शिक्षकों का आंदोलन आज न कल समाप्त हो जाएगा।
नए सिरे से पारा शिक्षक की बहाली आसान नहीं है। बहाली को लेकर गांव में अलग से राजनीति शुरू हो जाएगी। ऐसे में बेहतर है कि किसी बर्खास्तगी नहीं हो। विद्यालय प्रबंधन समिति इसी नीति को पिछले 24 नवंबर से अपनाए हुए है। बताते चलें कि पारा शिक्षक राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे थे। इसी क्रम में पुलिस ने पारा शिक्षकों के साथ बर्बरतापूर्ण नीति अपनाते हुए उनकी जमकर पिटाई की थी। जिससे एक पारा शिक्षक की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आंदोलित 280 पारा शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद 16 नवंबर से पारा शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके कारण जिले के 888 स्कूलों में पठन पाठन और मध्याह्न भोजन ठप है। राज्य परियोजना निदेशक ने 22 नवंबर को आदेश जारी कर जेल भेजे गए सभी पारा शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए नए सिरे से बहाली का निर्देश दिया था। जिसके आलोक में झारखंड शिक्षा परियोजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक सह जिला शिक्षा अधीक्षक ने 24 नवंबर को संबंधित विद्यालय प्रबंधन समिति को चौदह पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश दिया था। आदेश मिलने के बाद किसी ने भी इसका अनुपालन नहीं किया। समिति के सदस्यों का कहना है कि पारा शिक्षकों की मांगे उचित है। सरकार को इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए। इधर संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों ने विद्यालय प्रबंधन समिति को पत्र जारी कर कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर आरोपी सभी 14 पारा शिक्षकों को बर्खास्त नहीं किया गया, तो वैसे समिति को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराया जाएगा। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों का पत्र मिलने के बाद भी समिति अपने निर्णय पर अडिग है। अब देखना है कि समिति के विरूद्ध कार्रवाई होती है या नहीं।
इन पारा शिक्षकों को बर्खास्त करने का है आदेश
सिमरिया प्रखंड -: यूपीएस सलैयाटंडा के रवींद्र प्रसाद यादव, यूएमएस करमाटांड के कैलाश बैठा, यूपीएस देवकीटांड सुबोध कुमार यादव, यूपीएस भगवानपुर करीमुदीन अंसारी, यूएमएस कासीआतू जयचंद ठाकुर, यूएमएस कसारी उर्दू ईश्वरी बैठा।
चतरा प्रखंड -: यूपीएस तिलरा नरेश राम एवं यूपीएस ऊंटा अनिल प्रियदर्शी।
मयूरहंड प्रखंड -: यूएमएस फुलांग संतोष गुप्ता,
लावालौंग प्रखंड -: एनपीएस ढाढा, लमटा एवं प्रकाश यादव।
कुंदा -: राजकीय मध्य विद्यालय सूरलमल कुमार।
कान्हाचट्टी -: उत्क्रमिम मध्य विद्यालय कंदनी के महावीर मंडल,
गिद्धौर -: उत्क्रमित मध्य विद्यालय तिलैया के मो. अरशद आलम।
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अधिकारी वर्जन
प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों के माध्यम से संबंधित विद्यालय प्रबंधन समिति को पत्र दिया गया है। यदि उसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो विद्यालय समिति को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराया जाएगा।
अंबुजा पांडेय, एपीओ, झारखंड शिक्षा परियोजना, चतरा।
नए सिरे से पारा शिक्षक की बहाली आसान नहीं है। बहाली को लेकर गांव में अलग से राजनीति शुरू हो जाएगी। ऐसे में बेहतर है कि किसी बर्खास्तगी नहीं हो। विद्यालय प्रबंधन समिति इसी नीति को पिछले 24 नवंबर से अपनाए हुए है। बताते चलें कि पारा शिक्षक राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी के मोरहाबादी मैदान में आंदोलन कर रहे थे। इसी क्रम में पुलिस ने पारा शिक्षकों के साथ बर्बरतापूर्ण नीति अपनाते हुए उनकी जमकर पिटाई की थी। जिससे एक पारा शिक्षक की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने आंदोलित 280 पारा शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उसके बाद 16 नवंबर से पारा शिक्षक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके कारण जिले के 888 स्कूलों में पठन पाठन और मध्याह्न भोजन ठप है। राज्य परियोजना निदेशक ने 22 नवंबर को आदेश जारी कर जेल भेजे गए सभी पारा शिक्षकों को बर्खास्त करते हुए नए सिरे से बहाली का निर्देश दिया था। जिसके आलोक में झारखंड शिक्षा परियोजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक सह जिला शिक्षा अधीक्षक ने 24 नवंबर को संबंधित विद्यालय प्रबंधन समिति को चौदह पारा शिक्षकों की बर्खास्तगी का आदेश दिया था। आदेश मिलने के बाद किसी ने भी इसका अनुपालन नहीं किया। समिति के सदस्यों का कहना है कि पारा शिक्षकों की मांगे उचित है। सरकार को इस पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए। इधर संबंधित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों ने विद्यालय प्रबंधन समिति को पत्र जारी कर कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर आरोपी सभी 14 पारा शिक्षकों को बर्खास्त नहीं किया गया, तो वैसे समिति को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराया जाएगा। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों का पत्र मिलने के बाद भी समिति अपने निर्णय पर अडिग है। अब देखना है कि समिति के विरूद्ध कार्रवाई होती है या नहीं।
इन पारा शिक्षकों को बर्खास्त करने का है आदेश
सिमरिया प्रखंड -: यूपीएस सलैयाटंडा के रवींद्र प्रसाद यादव, यूएमएस करमाटांड के कैलाश बैठा, यूपीएस देवकीटांड सुबोध कुमार यादव, यूपीएस भगवानपुर करीमुदीन अंसारी, यूएमएस कासीआतू जयचंद ठाकुर, यूएमएस कसारी उर्दू ईश्वरी बैठा।
चतरा प्रखंड -: यूपीएस तिलरा नरेश राम एवं यूपीएस ऊंटा अनिल प्रियदर्शी।
मयूरहंड प्रखंड -: यूएमएस फुलांग संतोष गुप्ता,
लावालौंग प्रखंड -: एनपीएस ढाढा, लमटा एवं प्रकाश यादव।
कुंदा -: राजकीय मध्य विद्यालय सूरलमल कुमार।
कान्हाचट्टी -: उत्क्रमिम मध्य विद्यालय कंदनी के महावीर मंडल,
गिद्धौर -: उत्क्रमित मध्य विद्यालय तिलैया के मो. अरशद आलम।
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अधिकारी वर्जन
प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों के माध्यम से संबंधित विद्यालय प्रबंधन समिति को पत्र दिया गया है। यदि उसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है, तो विद्यालय समिति को भंग कर नए सिरे से चुनाव कराया जाएगा।
अंबुजा पांडेय, एपीओ, झारखंड शिक्षा परियोजना, चतरा।
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