धनबाद, जेएनएन। सैनिक स्कूल में एंट्रेंस एग्जाम का
प्रश्न पत्र लीक मामले में सीबीआइ ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में पता
चला है कि अंग्रेजी प्रश्न पत्र को हिन्दी में अनुवाद कर छपवाने के दाैरान
ही प्रश्न पत्र लीक कर
दिया है। इस मामले में सीबीआइ ने सैनिक स्कूल तिलैया के तत्कालीन प्रिंसिपल कर्नल नबारुण राॅय, वाइस प्रिंसिपल स्क्वाड्रन लीडर संजय कुमार, प्रशासनिक पदाधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल शिशिर कुमार, कार्यालय अधीक्षक वीके त्रिवेदी, शिक्षक धनंजय कुमार व मनोरंजन पाठक को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।सैनिक स्कूल में छठी से नौवीं कक्षा में दाखिले के लिए 7 जनवरी 18 को झारखंड के 12 केंद्रों समेत देशभर में परीक्षा हुई थी। इस साल पहली बार ओएमआर शीट पर परीक्षा ली गई। आरोप है कि अंग्रेजी में आए प्रश्नपत्रों का हिन्दी अनुवाद कर छपवाने के क्रम में उसे लीक कर दिया गया।
सैनिक स्कूल में एंट्रेंस एग्जाम का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले की जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ धनबाद को साैंपी गई थी। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार इंटरव्यू के लिए बिहार के ज्यादा बच्चों को बुलाया गया। इंटरव्यू में प्रदर्शन की बजाय दूसरी बातों के आधार पर अंक दिए गए। ऐसा कर आरोपियों ने झारखंड और अन्य राज्यों के लिए तय कोटे में उन बच्चों का दाखिला ले लिया, जो योग्य नहीं थे। सैनिक स्कूल, तिलैया की ओर से चलाए जानेवाले एक स्थानीय प्राथमिक आवासीय विद्यालय के कई बच्चों का चयन भी कर लिया था। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई एसीबी धनबाद के डीएसपी उमेश कुमार को अनुसंधानकर्ता बनाया गया है।
दिया है। इस मामले में सीबीआइ ने सैनिक स्कूल तिलैया के तत्कालीन प्रिंसिपल कर्नल नबारुण राॅय, वाइस प्रिंसिपल स्क्वाड्रन लीडर संजय कुमार, प्रशासनिक पदाधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल शिशिर कुमार, कार्यालय अधीक्षक वीके त्रिवेदी, शिक्षक धनंजय कुमार व मनोरंजन पाठक को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।सैनिक स्कूल में छठी से नौवीं कक्षा में दाखिले के लिए 7 जनवरी 18 को झारखंड के 12 केंद्रों समेत देशभर में परीक्षा हुई थी। इस साल पहली बार ओएमआर शीट पर परीक्षा ली गई। आरोप है कि अंग्रेजी में आए प्रश्नपत्रों का हिन्दी अनुवाद कर छपवाने के क्रम में उसे लीक कर दिया गया।
सैनिक स्कूल में एंट्रेंस एग्जाम का प्रश्न पत्र लीक होने के मामले की जांच की जिम्मेवारी सीबीआइ धनबाद को साैंपी गई थी। सीबीआइ सूत्रों के अनुसार इंटरव्यू के लिए बिहार के ज्यादा बच्चों को बुलाया गया। इंटरव्यू में प्रदर्शन की बजाय दूसरी बातों के आधार पर अंक दिए गए। ऐसा कर आरोपियों ने झारखंड और अन्य राज्यों के लिए तय कोटे में उन बच्चों का दाखिला ले लिया, जो योग्य नहीं थे। सैनिक स्कूल, तिलैया की ओर से चलाए जानेवाले एक स्थानीय प्राथमिक आवासीय विद्यालय के कई बच्चों का चयन भी कर लिया था। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई एसीबी धनबाद के डीएसपी उमेश कुमार को अनुसंधानकर्ता बनाया गया है।
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