शुक्रवार को घड़ी में शाम के 6.30 बज रहे थे। तभी विद्यालय परिसर में विद्यालय के 50 वर्ष पुराने पूर्ववर्ती छात्रों को लेकर गाडिय़ों की कतार पहुंची गाड़ियों का गेट खुलते ही नीचे उतरने से पूर्व कई पूर्ववर्ती छात्रों ने अपने विद्यालय की धरती को छूकर प्रणाम किया।
इसी के साथ ही चहुंओर वेलकम नेतरहाट के शब्द गूंज उठे। इसी के साथ विद्यालय में बीते एक पखवाड़े से गोल्डेन जुबली को लेकर चल रही तैयारियों का पटाक्षेप हो गया और लोग गोल्डेन जुबली को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो गए।
इधर, नेतरहाट आवासीय विद्यालय में सामान्य दिनों की तुलना में हलचल बढ़ी हुई थी, विद्यालय के प्राचार्य डा. संतोष कुमार ङ्क्षसह, कोषपाल रौशन कुमार शिक्षक अनिल कुमार व डा. प्रसाद पासवान के साथ विद्यालय के 50 वर्ष पुराने छात्रों की आगवानी के लिए तैयार खड़े थे। विद्यालय के सभागार में 50 वर्ष पुराने छात्रों के पहुंचने पर सभी जगहों पर हर्ष का माहौल हो गया। विद्यालय के प्राचार्य की अगुवाई में पूर्ववर्ती छात्रों का गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया गया।
देश से लेकर विदेशों तक में कार्यक्रम की चर्चा
विद्यालय परिसर में आयोजित गोल्डेन जुबली कार्यक्रम की देश और विदेश में भी चर्चा हुई। देश और विदेश में भी विद्यालय के कार्यक्रम को प्रचारित करने में सोशल साइटों की महती भूमिका रही। कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीर को पूर्ववर्ती छात्रों ने अपनी सोशल साइटों पर शेयर किया। इस पर भारत के बाहर रहने वाले नेतरहाट आवासीय विद्यालय के छात्रों ने सोशल साइटों पर पोस्ट की गई तस्वीरों पर कमेंट््स कर उन्हें शेयर भी किया।
पूर्ववर्ती छात्र के बच्चों में भी था कौतूहल
गोल्डेन जुबली कार्यक्रम को लेकर पूर्ववर्ती छात्रों के बच्चों में भी खास उत्साह था। कार्यक्रम में शामिल होने आए 50 वर्ष पुराने छात्रों के बच्चे फोन पर लगातार अपने अभिभावकों के संपर्क में बने हुए थे। बच्चों के अभिभावक भी उन्हें निराश किए बिना पल-पल की जानकारी से उन्हें अपडेट किए हुए नजर आए। बच्चों की हर जिज्ञासा को शांत करने के लिए पूर्ववर्ती छात्रों ने वर्तमान के शिक्षकों से बात कराई।
गांव की फिजाओं में चर्चा
नेतरहाट आवासीय विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम की आसपास के गांव में भी खासी चर्चा होती रही। विशेष तौर पर सनसेट प्वाइंट के समीप गांवों में रहने वाले लोगों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह नजर आया। वहीं, कुछ ग्रामीणों ने खुद से तैयार किए गए पुष्प गुच्छ देकर उनको सम्मनित किया। वहीं कुछ ग्रामीण युवक युवतियों ने पूर्ववर्ती छात्रों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
शिक्षकों के साथ की बैठक
पूर्ववर्ती छात्रों ने विद्यालय के प्राचार्य समेत विद्यालय के शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में विद्यालय के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। 50 वर्ष पूर्व से लेकर अब तक की स्थिति में हुए बदलाव पर विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा भविष्य की योजनाओं पर विमर्श किया। इसके बाद विद्यालय का परिसर का भ्रमण कर पुरानी यादों का ताजा किया। कई स्थानों पर ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।
लगाए 600 पौधे
झारखंड के पूर्व गृह सचिव जे बी तुबिद, प्रख्यात चिकित्सक डॉ. पन्नग भूषण, नालंदा नव बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति बैजनाथ लाभ, बीएचयू के प्रख्यात चिकित्सक डा. कुंदन कुमार, कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश, रांची विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डा. वासुदेव ङ्क्षसह, सेवानिवृत्त आइएएस राजकुमार, भारत सरकार के पूर्व कोयला सचिव सुशील कुमार, अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार झा, अमेरिका निवासी डा. मिथिलेश कुमार मिश्र, डा. मनोहर ठाकुर, रिम्स के प्रख्यात चिकित्सक डा. लक्ष्मण लाल शहीद ने मिलकर 600 पौधे भी लगाए।
दीपावली सा था माहौल
गोल्डन जुबली कार्यक्रम को लेकर विद्यालय परिसर में दीपावली जैसा माहौल था। पूरे विद्यालय परिसर की पुष्प मालाओं से सज्जा की गई थी वहीं, विविध स्थानों पर लगी रंगीन लाइटों से भवन की खूबसूरती में चार चांद लग गए थे। रात के समय विद्यालय के गार्डन में लगे फुहारों के साथ रिमझिम रौशनी के साथ पूर्ववर्ती छात्रों के परिजन तस्वीर खिंचाने में व्यस्त नजर आए।
इसी के साथ ही चहुंओर वेलकम नेतरहाट के शब्द गूंज उठे। इसी के साथ विद्यालय में बीते एक पखवाड़े से गोल्डेन जुबली को लेकर चल रही तैयारियों का पटाक्षेप हो गया और लोग गोल्डेन जुबली को लेकर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो गए।
इधर, नेतरहाट आवासीय विद्यालय में सामान्य दिनों की तुलना में हलचल बढ़ी हुई थी, विद्यालय के प्राचार्य डा. संतोष कुमार ङ्क्षसह, कोषपाल रौशन कुमार शिक्षक अनिल कुमार व डा. प्रसाद पासवान के साथ विद्यालय के 50 वर्ष पुराने छात्रों की आगवानी के लिए तैयार खड़े थे। विद्यालय के सभागार में 50 वर्ष पुराने छात्रों के पहुंचने पर सभी जगहों पर हर्ष का माहौल हो गया। विद्यालय के प्राचार्य की अगुवाई में पूर्ववर्ती छात्रों का गर्मजोशी से भव्य स्वागत किया गया।
देश से लेकर विदेशों तक में कार्यक्रम की चर्चा
विद्यालय परिसर में आयोजित गोल्डेन जुबली कार्यक्रम की देश और विदेश में भी चर्चा हुई। देश और विदेश में भी विद्यालय के कार्यक्रम को प्रचारित करने में सोशल साइटों की महती भूमिका रही। कार्यक्रम से जुड़ी तस्वीर को पूर्ववर्ती छात्रों ने अपनी सोशल साइटों पर शेयर किया। इस पर भारत के बाहर रहने वाले नेतरहाट आवासीय विद्यालय के छात्रों ने सोशल साइटों पर पोस्ट की गई तस्वीरों पर कमेंट््स कर उन्हें शेयर भी किया।
पूर्ववर्ती छात्र के बच्चों में भी था कौतूहल
गोल्डेन जुबली कार्यक्रम को लेकर पूर्ववर्ती छात्रों के बच्चों में भी खास उत्साह था। कार्यक्रम में शामिल होने आए 50 वर्ष पुराने छात्रों के बच्चे फोन पर लगातार अपने अभिभावकों के संपर्क में बने हुए थे। बच्चों के अभिभावक भी उन्हें निराश किए बिना पल-पल की जानकारी से उन्हें अपडेट किए हुए नजर आए। बच्चों की हर जिज्ञासा को शांत करने के लिए पूर्ववर्ती छात्रों ने वर्तमान के शिक्षकों से बात कराई।
गांव की फिजाओं में चर्चा
नेतरहाट आवासीय विद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम की आसपास के गांव में भी खासी चर्चा होती रही। विशेष तौर पर सनसेट प्वाइंट के समीप गांवों में रहने वाले लोगों में कार्यक्रम को लेकर उत्साह नजर आया। वहीं, कुछ ग्रामीणों ने खुद से तैयार किए गए पुष्प गुच्छ देकर उनको सम्मनित किया। वहीं कुछ ग्रामीण युवक युवतियों ने पूर्ववर्ती छात्रों के साथ फोटो भी खिंचवाई।
शिक्षकों के साथ की बैठक
पूर्ववर्ती छात्रों ने विद्यालय के प्राचार्य समेत विद्यालय के शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में विद्यालय के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। 50 वर्ष पूर्व से लेकर अब तक की स्थिति में हुए बदलाव पर विस्तार से चर्चा की। इसके अलावा भविष्य की योजनाओं पर विमर्श किया। इसके बाद विद्यालय का परिसर का भ्रमण कर पुरानी यादों का ताजा किया। कई स्थानों पर ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।
लगाए 600 पौधे
झारखंड के पूर्व गृह सचिव जे बी तुबिद, प्रख्यात चिकित्सक डॉ. पन्नग भूषण, नालंदा नव बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति बैजनाथ लाभ, बीएचयू के प्रख्यात चिकित्सक डा. कुंदन कुमार, कर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश, रांची विश्वविद्यालय के वरीय प्राध्यापक डा. वासुदेव ङ्क्षसह, सेवानिवृत्त आइएएस राजकुमार, भारत सरकार के पूर्व कोयला सचिव सुशील कुमार, अल्पसंख्यक मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार झा, अमेरिका निवासी डा. मिथिलेश कुमार मिश्र, डा. मनोहर ठाकुर, रिम्स के प्रख्यात चिकित्सक डा. लक्ष्मण लाल शहीद ने मिलकर 600 पौधे भी लगाए।
दीपावली सा था माहौल
गोल्डन जुबली कार्यक्रम को लेकर विद्यालय परिसर में दीपावली जैसा माहौल था। पूरे विद्यालय परिसर की पुष्प मालाओं से सज्जा की गई थी वहीं, विविध स्थानों पर लगी रंगीन लाइटों से भवन की खूबसूरती में चार चांद लग गए थे। रात के समय विद्यालय के गार्डन में लगे फुहारों के साथ रिमझिम रौशनी के साथ पूर्ववर्ती छात्रों के परिजन तस्वीर खिंचाने में व्यस्त नजर आए।
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