शिक्षकों की फर्जी बहाली में नए फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। फर्जी बहाली
से जुड़े सिंडिकेट ने इस बार जैक की जांच रिपोर्ट में ही फर्जीवाड़ा कर
दिया है। शिक्षकों के टेट प्रमाण पत्र की जांच से संबंधित दो तरह की
रिपोर्ट डीएसई कार्यालय पहुंची है।
एक जांच रिपोर्ट ने 127 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को फर्जी बताया है, जबकि दूसरी जांच रिपोर्ट में फर्जी शिक्षकों की सूची में शामिल 76 शिक्षकों के प्रमाण पत्र को सही बताया जा रहा है।
जैक की तरफ से आई पहली जांच रिपोर्ट के जारी होने की तिथि 20 अक्टूबर 2016 है। इसमें 76 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को सही करार दिया गया है। वहीं, 24 अक्टूबर 2016 को एक अन्य जांच रिपोर्ट जारी हुई है। 24 को जारी जांच रिपोर्ट में जैक ने 117 शिक्षकों के प्रमाण पत्र को फर्जी बताया है। फर्जी बताए गए शिक्षकों की सूची में वे 76 शिक्षक भी शामिल हैं, जिन्हें 20 अक्टूबर 2016 को जारी जांच रिपोर्ट में सही करार दिया गया था। हैरानी की बात यह है कि जैक की तरफ से जारी ये दोनों ही जांच रिपोर्ट 28 अक्टूबर 2016 को डीएसई कार्यालय पहुंची हैं। जैक की ओर से जारी दो तरह की इन जांच रिपोर्टों ने शिक्षा विभाग को हैरान कर दिया है।
जांच रिपोर्ट 2: फर्जी पाए गए 76 शिक्षक हैं सही
जांच रिपोर्ट 1: 127 शिक्षकों के प्रमाणपत्र हैं फर्जी
क्या कहते हैं अिधकारी
^झारखंडएकेडमिक काउंसिल की तरफ से दो तरह की जांच रिपोर्ट आई है। ऐसी स्थिति में अभी कुछ स्पष्ट कर पाना मुश्किल है। मैं जैक कार्यालय जाकर शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करूंगा। जरूरत पड़ी, तो मैं रांची में कैंप कर सत्यापन का काम पूरा करूंगा। इस संबंध में जैक के अध्यक्ष और सचिव से भी बात करूंगा। विनीतकुमार, डीएसई, धनबाद
20 अक्टूबर 2016 को जारी जांच रिपोर्ट फर्जी
जैकसे जारी दोनों ही जांच रिपोर्ट की जांच शिक्षा विभाग ने की है। प्रारंभिक जांच में 20 अक्टूबर 2016 को जारी रिपोर्ट को फर्जी पाया गया है। यह वही जांच रिपोर्ट है, जिसमें 76 फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को सही बताया गया है। जांच रिपोर्ट फर्जी होने से संबंधित कुछ प्रमाण भी हाथ लगे हैं। इसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
एक जांच रिपोर्ट ने 127 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को फर्जी बताया है, जबकि दूसरी जांच रिपोर्ट में फर्जी शिक्षकों की सूची में शामिल 76 शिक्षकों के प्रमाण पत्र को सही बताया जा रहा है।
जैक की तरफ से आई पहली जांच रिपोर्ट के जारी होने की तिथि 20 अक्टूबर 2016 है। इसमें 76 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को सही करार दिया गया है। वहीं, 24 अक्टूबर 2016 को एक अन्य जांच रिपोर्ट जारी हुई है। 24 को जारी जांच रिपोर्ट में जैक ने 117 शिक्षकों के प्रमाण पत्र को फर्जी बताया है। फर्जी बताए गए शिक्षकों की सूची में वे 76 शिक्षक भी शामिल हैं, जिन्हें 20 अक्टूबर 2016 को जारी जांच रिपोर्ट में सही करार दिया गया था। हैरानी की बात यह है कि जैक की तरफ से जारी ये दोनों ही जांच रिपोर्ट 28 अक्टूबर 2016 को डीएसई कार्यालय पहुंची हैं। जैक की ओर से जारी दो तरह की इन जांच रिपोर्टों ने शिक्षा विभाग को हैरान कर दिया है।
जांच रिपोर्ट 2: फर्जी पाए गए 76 शिक्षक हैं सही
जांच रिपोर्ट 1: 127 शिक्षकों के प्रमाणपत्र हैं फर्जी
क्या कहते हैं अिधकारी
^झारखंडएकेडमिक काउंसिल की तरफ से दो तरह की जांच रिपोर्ट आई है। ऐसी स्थिति में अभी कुछ स्पष्ट कर पाना मुश्किल है। मैं जैक कार्यालय जाकर शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच करूंगा। जरूरत पड़ी, तो मैं रांची में कैंप कर सत्यापन का काम पूरा करूंगा। इस संबंध में जैक के अध्यक्ष और सचिव से भी बात करूंगा। विनीतकुमार, डीएसई, धनबाद
20 अक्टूबर 2016 को जारी जांच रिपोर्ट फर्जी
जैकसे जारी दोनों ही जांच रिपोर्ट की जांच शिक्षा विभाग ने की है। प्रारंभिक जांच में 20 अक्टूबर 2016 को जारी रिपोर्ट को फर्जी पाया गया है। यह वही जांच रिपोर्ट है, जिसमें 76 फर्जी शिक्षकों के प्रमाण पत्रों को सही बताया गया है। जांच रिपोर्ट फर्जी होने से संबंधित कुछ प्रमाण भी हाथ लगे हैं। इसके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है।
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