भास्कर न्यूज| जमशेदपुर/ चाईबासा झारखंड की दूसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) 20 नवंबर को आयोजित की
जाएगी। जिले में इसके लिए 55 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 25138
परीक्षा हिस्सा लेंगे। झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से ली जाने वाली इस
परीक्षा में परीक्षार्थी 19 क्षेत्रीय भाषाओं में किसी एक भाषा में परीक्षा
दे सकेंगे।
उनके लिए यह जरूरी नहीं है कि जिस जिले के वे निवासी हैं उसी जिले की भाषा की जानकारी उन्हें होनी चाहिए। डीईओ राजकुमार प्रसाद सिंह के अनुसार परीक्षा को लेकर सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है। परीक्षार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए इस बार विशेष प्रबंध किए गए हैं। मालूम हो कि इससे पहले 2013 में टेट परीक्षा हुई थी जिसमें सफल होने वालों को राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में दो बार नियुक्ति का मौका मिल चुका है। अब तीन साल बाद दूसरी बार टेट का आयोजन किया जा रहा है। यह इंटर प्रशिक्षित और स्नातक प्रशिक्षित युवाओं के लिए शिक्षक नियुक्ति की पात्रता हासिल करने का बेहतरीन मौका होगा।
ढाई घंटे की होगी परीक्षा
टेटपरीक्षा 2.30 घंटे की होगी। 2013 में अवधि 1.30 घंटे थी। पिछली बार की परीक्षा में 150 प्रश्नों के उत्तर के लिए 90 मिनट का समय था। परीक्षार्थी 2.30 घंटे की मांग कर रहे थे। परीक्षा दो पालियों होगी। पहली से पांचवीं की परीक्षा सुबह साढ़े 9 से दोपहर 12 और कक्षा छठी से आठवीं की परीक्षा दोपहर दो से साढ़े चार बजे तक होगी।
150 अंक के होंगे सवाल
कक्षाएक से पांचवीं तक के लिए होने वाली परीक्षा में हिंदी उर्दू (अंग्रेजी), क्षेत्रीय जनजातीय भाषा, बाल विकास एवं शिक्षक पद्धति, गणित और पर्यावरण अध्ययन से 30-30 सवाल होंगे। कुल 150 सवाल होंगे। जबकि छह से आठवीं तक के लिए परीक्षा में हिंदी अंग्रेजी (अंग्रेजी), 30-30 सवाल और अन्य विषयों से 60 सवाल होंगे।
बहुविकल्प होंगे प्रश्न
जेटेटमें सभी सवाल बहु विकल्पीय होंगे। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए उर्दू-अंग्रेजी की परीक्षा होगी। वहीं हिंदी सहायक शिक्षक के लिए हिंदी-अंग्रेजी की परीक्षा होगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रमाण पत्र पांच वर्षों के लिए मान्य है, ऐसे में वर्ष 2013 में जेटेट में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की मान्यता वर्ष 2018 में समाप्त हो जाएगी।
संसाधनों की कमी का हवाला दे 10 हजार छात्रों को दूसरे केंद्र पर शिफ्ट करने
टेटपरीक्षा को लेकर जिले में संसाधनों की कमी का मामला प्रकाश में आया है। जैक ने जमशेदपुर में कुल 35 हजार परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को दिया था। लेकिन जब विभाग ने केंद्र के लिए स्कूलों की सूची तैयार करनी शुरू की तो पता चला की जमशेदपुर में 55 स्कूल कॉलेज ही ऐसे हैं जहां परीक्षा केंद्र बनाया जा सकता है इसमें कुल 25130 हजार परीक्षार्थी ही परीक्षा दे सकते हैं। अत: शेष 10 हजार छात्रों को किसी दूसरे केंद्र पर शिफ्ट किया जाए।
उनके लिए यह जरूरी नहीं है कि जिस जिले के वे निवासी हैं उसी जिले की भाषा की जानकारी उन्हें होनी चाहिए। डीईओ राजकुमार प्रसाद सिंह के अनुसार परीक्षा को लेकर सभी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है। परीक्षार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए इस बार विशेष प्रबंध किए गए हैं। मालूम हो कि इससे पहले 2013 में टेट परीक्षा हुई थी जिसमें सफल होने वालों को राज्य के प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में दो बार नियुक्ति का मौका मिल चुका है। अब तीन साल बाद दूसरी बार टेट का आयोजन किया जा रहा है। यह इंटर प्रशिक्षित और स्नातक प्रशिक्षित युवाओं के लिए शिक्षक नियुक्ति की पात्रता हासिल करने का बेहतरीन मौका होगा।
ढाई घंटे की होगी परीक्षा
टेटपरीक्षा 2.30 घंटे की होगी। 2013 में अवधि 1.30 घंटे थी। पिछली बार की परीक्षा में 150 प्रश्नों के उत्तर के लिए 90 मिनट का समय था। परीक्षार्थी 2.30 घंटे की मांग कर रहे थे। परीक्षा दो पालियों होगी। पहली से पांचवीं की परीक्षा सुबह साढ़े 9 से दोपहर 12 और कक्षा छठी से आठवीं की परीक्षा दोपहर दो से साढ़े चार बजे तक होगी।
150 अंक के होंगे सवाल
कक्षाएक से पांचवीं तक के लिए होने वाली परीक्षा में हिंदी उर्दू (अंग्रेजी), क्षेत्रीय जनजातीय भाषा, बाल विकास एवं शिक्षक पद्धति, गणित और पर्यावरण अध्ययन से 30-30 सवाल होंगे। कुल 150 सवाल होंगे। जबकि छह से आठवीं तक के लिए परीक्षा में हिंदी अंग्रेजी (अंग्रेजी), 30-30 सवाल और अन्य विषयों से 60 सवाल होंगे।
बहुविकल्प होंगे प्रश्न
जेटेटमें सभी सवाल बहु विकल्पीय होंगे। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए उर्दू-अंग्रेजी की परीक्षा होगी। वहीं हिंदी सहायक शिक्षक के लिए हिंदी-अंग्रेजी की परीक्षा होगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रमाण पत्र पांच वर्षों के लिए मान्य है, ऐसे में वर्ष 2013 में जेटेट में सफल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र की मान्यता वर्ष 2018 में समाप्त हो जाएगी।
संसाधनों की कमी का हवाला दे 10 हजार छात्रों को दूसरे केंद्र पर शिफ्ट करने
टेटपरीक्षा को लेकर जिले में संसाधनों की कमी का मामला प्रकाश में आया है। जैक ने जमशेदपुर में कुल 35 हजार परीक्षार्थियों के लिए केंद्र बनाने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को दिया था। लेकिन जब विभाग ने केंद्र के लिए स्कूलों की सूची तैयार करनी शुरू की तो पता चला की जमशेदपुर में 55 स्कूल कॉलेज ही ऐसे हैं जहां परीक्षा केंद्र बनाया जा सकता है इसमें कुल 25130 हजार परीक्षार्थी ही परीक्षा दे सकते हैं। अत: शेष 10 हजार छात्रों को किसी दूसरे केंद्र पर शिफ्ट किया जाए।
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