चंदवा (लातेहार) : विगत चार माह से पारा शिक्षकों के मानदेय का भुगतान
नहीं किया जा रहा है। मानदेय भुगतान नहीं होने के कारण उनकी स्थिति दयनीय
हो गई है। पारा शिक्षक ने बताया कि उसकी बेटी बीमार है। इलाज के लिए पैसे
नहीं है लेकिन वह मजबूर है।
उधार लेकर बहुत दिनों तक काम चलाया। बीआरसी के बार-बार चक्कर लगाकर वो थक चुके हैं। उनकी सुननेवाला कोई नहीं है। पारा शिक्षकों की मानें तो उनका मानदेय इतना कम है कि मुश्किल से गुजारा होता है। बावजूद समय पर भुगतान नहीं किया जाता। विगत एक माह से उन्हें मानदेय भुगतान का कोरा आश्वासन दिया जा रहा है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इसमें दिलचस्पी नहीं ले रहे। जिसके कारण यह स्थिति बनी है। बीईईओ ने इस बावत बताया कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शीघ्र ही मानदेय का भुगतान करा दिया जाएगा।
उधार लेकर बहुत दिनों तक काम चलाया। बीआरसी के बार-बार चक्कर लगाकर वो थक चुके हैं। उनकी सुननेवाला कोई नहीं है। पारा शिक्षकों की मानें तो उनका मानदेय इतना कम है कि मुश्किल से गुजारा होता है। बावजूद समय पर भुगतान नहीं किया जाता। विगत एक माह से उन्हें मानदेय भुगतान का कोरा आश्वासन दिया जा रहा है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इसमें दिलचस्पी नहीं ले रहे। जिसके कारण यह स्थिति बनी है। बीईईओ ने इस बावत बताया कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शीघ्र ही मानदेय का भुगतान करा दिया जाएगा।
No comments:
Post a Comment