झारखंड में पिछले कई दिनों से हड़ताल पर बैठे संविदा शिक्षकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से लिखा पत्र भेजा है। वेतनमान में बढ़ोत्तरी और शिक्षकों को स्थाई किए जाने की मांग कर रहे ये शिक्षक पिछले एक महीने से हड़ताल पर हैं।
राज्य सरकार की ओर से इस दिशा में कोई प्रयास होता न देख अब पारा शिक्षक व बीआरपी-सीआरपी शिक्षकों ने सीधे प्रधानमंत्री से इस मामले में न्याय की मांग की है।
झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय कुमार दुबे ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। संघ के अध्यक्ष ने बताया कि 23 अक्टूबर के बाद आंदोलन को और तेज किया जायेगा।
राज्य सरकार ने पारा शिक्षकों को 25 अक्तूबर तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया है। राज्य सरकार ने यह भी कहा कि 25 अक्तूबर तक काम पर जो शिक्षक काम पर नहीं लौटेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इस संबंध में सभी जिलों को पत्र भेज दिया गया है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। उन्हें इस तरह के अल्टीमेटम्स से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह भी 
पिछले एक महीने से हजारों शिक्षक रांची के जयपाल स्टेडियम में डटे हुए हैं। अब तक 20,000 से अधिक शिक्षक अपनी 6 सूत्री मांग के लिए अपने खून से पत्र लिख चुके हैं। पुलिस ने स्टेडियम के आस पास सुरक्षा बढ़ा दी है। खबर है कि झारखंड शिक्षा परियोजना कर्मियों की सोमवार को स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव वार्ता होगी।