संवाद सूत्र, गोड्डा : फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर शिक्षक की नौकरी
पानेवालों पर विभाग भी सख्त हो गया है। अन्य जिलों में शिक्षक बहाली में
फर्जीवाड़ा का खुलासा होने से राज्य के निर्देश के बाद विभाग पूरी तरह से
सक्रिय हो गया है। इसी कड़ी में विभाग ने 33 शिक्षकों की सूची तैयार की है
जिनकी जांच की जा रही है।
इन सभी शिक्षकों से साक्ष्य के साथ 24 घंटा के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक अशोक कुमार झा ने एक कार्यालय आदेश जारी किया है। इसमें उन 33 शिक्षकों का नाम और स्कूल का नाम भी है। आदेश में लिखा है कि वर्ष 2015-16 में विभाग द्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति के आधार पर वे सभी शिक्षकों की नियुक्ति कक्षा 1 से 5 कक्षा तक के लिए सहायक शिक्षक पद पर गैर पारा श्रेणी में किया गया था। लेकिन उन्होंने जो प्रमाणपत्र विभाग में जमा किया है उनमें डीपीई का प्रमाण पत्र भी संलग्न है। डीपीई का प्रमाणपत्र पारा शिक्षकों को ही मिल सकता है। डीएसई ने कहा है कि आखिर किस परिस्थिति में आपने डीपीई की योग्यता रहते हुए भी गैर पारा श्रेणी में आवेदन किया। साथ ही यह भी स्पष्ट करें कि आवेदन के पूर्व शिक्षकों ने पूर्व से कार्यरत पारा शिक्षक पद से त्याग पत्र दिया या नहीं।
33 शिक्षकों को चिह्नित कर सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर 24 घंटा के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं आता है तो समझा जाएगा कि इस पर शिक्षक कुछ भी कहना नहीं चाह रहे हैं। इसके बाद इस सूची को स्थापना समिति की बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक कुमार झा, डीएसई, गोड्डा
इन सभी शिक्षकों से साक्ष्य के साथ 24 घंटा के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा गया है। जिला शिक्षा अधीक्षक अशोक कुमार झा ने एक कार्यालय आदेश जारी किया है। इसमें उन 33 शिक्षकों का नाम और स्कूल का नाम भी है। आदेश में लिखा है कि वर्ष 2015-16 में विभाग द्वारा प्रकाशित विज्ञप्ति के आधार पर वे सभी शिक्षकों की नियुक्ति कक्षा 1 से 5 कक्षा तक के लिए सहायक शिक्षक पद पर गैर पारा श्रेणी में किया गया था। लेकिन उन्होंने जो प्रमाणपत्र विभाग में जमा किया है उनमें डीपीई का प्रमाण पत्र भी संलग्न है। डीपीई का प्रमाणपत्र पारा शिक्षकों को ही मिल सकता है। डीएसई ने कहा है कि आखिर किस परिस्थिति में आपने डीपीई की योग्यता रहते हुए भी गैर पारा श्रेणी में आवेदन किया। साथ ही यह भी स्पष्ट करें कि आवेदन के पूर्व शिक्षकों ने पूर्व से कार्यरत पारा शिक्षक पद से त्याग पत्र दिया या नहीं।
33 शिक्षकों को चिह्नित कर सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर 24 घंटा के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं आता है तो समझा जाएगा कि इस पर शिक्षक कुछ भी कहना नहीं चाह रहे हैं। इसके बाद इस सूची को स्थापना समिति की बैठक में रखा जाएगा। इसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
- अशोक कुमार झा, डीएसई, गोड्डा
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