चक्रधरपुर : झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ ने भाजपा
प्रदेश अध्यक्ष सह ¨सहभूम सांसद लक्ष्मण गिलुवा को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन
में कहा गया कि झारखंड के पारा शिक्षक अत्यंत अल्प मानदेय में विगत 15
वर्षों से लगातार सेवा देते आ रहे हैं।
उनका भविष्य अंधकार में है। पारा शिक्षक अपने भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर सदैव ¨चतित हैं। बहुमत की सरकार से एवं प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पारा शिक्षकों की उनसे आस है कि उनका भविष्य संवर जाएगा। परंतु सरकार की ओर से अब तक कोई पहल नहीं होने के कारण राज्य के सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर चले गए हैं। पारा शिक्षकों की मांग है कि पड़ोसी राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के पारा शिक्षकों, शिक्षा मित्रों की तर्ज पर झारखंड के पारा शिक्षकों को भी समायोजित किया जाए। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मुरारी मोहन प्रधान, बुधन ¨सह मुंडा, मांगता मंगल ¨सह दोंगो, नर¨सह प्रधान, चांदमनी जामुदा आदि उपस्थित थे।
उनका भविष्य अंधकार में है। पारा शिक्षक अपने भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर सदैव ¨चतित हैं। बहुमत की सरकार से एवं प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पारा शिक्षकों की उनसे आस है कि उनका भविष्य संवर जाएगा। परंतु सरकार की ओर से अब तक कोई पहल नहीं होने के कारण राज्य के सभी पारा शिक्षक हड़ताल पर चले गए हैं। पारा शिक्षकों की मांग है कि पड़ोसी राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ के पारा शिक्षकों, शिक्षा मित्रों की तर्ज पर झारखंड के पारा शिक्षकों को भी समायोजित किया जाए। मौके पर प्रखंड अध्यक्ष मुरारी मोहन प्रधान, बुधन ¨सह मुंडा, मांगता मंगल ¨सह दोंगो, नर¨सह प्रधान, चांदमनी जामुदा आदि उपस्थित थे।
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