कैरो : प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय चाल्हो के बच्चे शिक्षक की गलती की
सजा भुगत रहे हैं। सेवानिवृत प्रधानाध्यापिका द्वारा वित्तीय प्रभार नही
देने के कारण बच्चों को अब तक पोशाक नही मिल पाई है।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एंजलीना लकड़ा विगत पांच महीने पूर्व अक्टूबर 2016 में सेवानिवृत्त हो गई। जिसके बाद से वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक सुदर्शन राम लकड़ा को वित्तीय प्रभार नही मिला है। साथ ही प्रधानाध्यापिका एंजलीना लकड़ा की मिलीभगत से प्रबंधन समिति के नए अध्यक्ष को भी वित्तीय प्रभार नही मिला है। जिसके कारण विद्यालय के बच्चों को पोशाक, बेंच-डेस्क सहित कई महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहा है। शिक्षक की गलती की सजा बच्चों को मिल रही है। विद्यालय द्वारा दी जाने वाली पोशाक नहीं मिलने के कारण बच्चे जैसे-तैसे विद्यालय आते हैं। दूसरी ओर तीन वर्षों से नए विद्यालय भवन का भी कार्य अधूरा है। विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक में कुल नामांकित बच्चों की संख्या 178 है। जिनके लिए एक सरकारी व दो पारा शिक्षक हैं। वही भवन निर्माण अधूरा रहने से बच्चों को बैठने में परेशानी होती है। विद्यालय के वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक सुदर्शन राम हजाम का कहना है कि वित्तीय प्रभार नही मिलने के कारण कार्य करने में परेशानी हो रही है। मामले में डीएसई रेणुका तिग्गा का कहना है कि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका को नवंबर माह में ही सभी प्रभार देने का निर्देश दिया गया था। बावजूद अब तक प्रभार नही देना कार्य के प्रति लापरवाही है। वे शीघ्र मामले की जांच कर 24 घंटे के अंदर वित्तीय प्रभार दिलाएंगे। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई होगी। भवन निर्माण की राशि भी प्रधानाध्यापिका से वसूली जाएगी।
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एंजलीना लकड़ा विगत पांच महीने पूर्व अक्टूबर 2016 में सेवानिवृत्त हो गई। जिसके बाद से वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक सुदर्शन राम लकड़ा को वित्तीय प्रभार नही मिला है। साथ ही प्रधानाध्यापिका एंजलीना लकड़ा की मिलीभगत से प्रबंधन समिति के नए अध्यक्ष को भी वित्तीय प्रभार नही मिला है। जिसके कारण विद्यालय के बच्चों को पोशाक, बेंच-डेस्क सहित कई महत्वपूर्ण कार्य नहीं हो पा रहा है। शिक्षक की गलती की सजा बच्चों को मिल रही है। विद्यालय द्वारा दी जाने वाली पोशाक नहीं मिलने के कारण बच्चे जैसे-तैसे विद्यालय आते हैं। दूसरी ओर तीन वर्षों से नए विद्यालय भवन का भी कार्य अधूरा है। विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक में कुल नामांकित बच्चों की संख्या 178 है। जिनके लिए एक सरकारी व दो पारा शिक्षक हैं। वही भवन निर्माण अधूरा रहने से बच्चों को बैठने में परेशानी होती है। विद्यालय के वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक सुदर्शन राम हजाम का कहना है कि वित्तीय प्रभार नही मिलने के कारण कार्य करने में परेशानी हो रही है। मामले में डीएसई रेणुका तिग्गा का कहना है कि सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापिका को नवंबर माह में ही सभी प्रभार देने का निर्देश दिया गया था। बावजूद अब तक प्रभार नही देना कार्य के प्रति लापरवाही है। वे शीघ्र मामले की जांच कर 24 घंटे के अंदर वित्तीय प्रभार दिलाएंगे। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई होगी। भवन निर्माण की राशि भी प्रधानाध्यापिका से वसूली जाएगी।
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