रांची : पुलिस प्रशासन की सख्ती से पारा शिक्षकों ने मंगलवार को जयपाल
सिंह स्टेडियम को खाली कर दिया। झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक महासंघ के बैनर
तले घेरा डालो-डेरा डालो कार्यक्रम के तहत पारा शिक्षक 20 अक्टूबर से जयपाल
सिंह स्टेडियम में जमे थे।
पारा शिक्षकों ने स्टेडियम भले ही खाली किया है लेकिन उनका आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है।
सुबह 7.30 में ही स्टेडियम खाली कराने पहुंच गए सुरक्षाकर्मी :
जयपाल सिंह स्टेडियम में पारा शिक्षकों को हटाने के लिए पुलिस के जवान सुबह 7:30 बजे ही पहुंच गए थे। पुलिस का डंडा देख कई पारा शिक्षकों ने यहां से खिसकना शुरू कर दिया। करीब 200 की संख्या में ही पारा शिक्षक बचे थे। जबकि पांच बसों में सवार होकर उनसे अधिक संख्या में पुलिस के जवान पहुंचे थे। पारा शिक्षकों ने उन्हें लिखित रूप में दिया कि वे दो बजे के बाद खुद मैदान खाली कर देंगे। इसके पूर्व उन्हें आंदोलन करने दें। इसके बाद पारा शिक्षकों ने स्टेडियम परिसर में सामूहिक रूप से अभियान गीत व राष्ट्रीय गान गाया। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को लेकर स्टेडियम परिसर में स्वच्छता अभियान चलाकर सफाई की। अपनी समस्याओं के निदान के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। इसकी प्रतिलिपि को शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों को भेजा है।
महासंघ के संरक्षक विक्रांत ज्योति, प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार दुबे व महामंत्री प्रघुम्न कुमार सिंह ने कहा कि बुधवार 9 नवंबर को प्रखंडों में धरना दिया जाएगा। वहीं काला झंडा लगाकर क्षेत्र भ्रमण होगा। दस नवंबर को प्रखंड मुख्यालयों में सभा होगी। 12 नवंबर को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने प्रदर्शन और 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर मोरहाबादी मैदान में रोषपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। 22 से 25 नवंबर तक विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन, सात दिसंबर को लखनऊ में प्रेसवार्ता कर अपनी पीड़ा को सार्वजनिक करेंगे। इसके अलावा 15 दिसंबर को लखनऊ में भीख मांगो रैली निकाली जाएगी।
पारा शिक्षकों ने स्टेडियम भले ही खाली किया है लेकिन उनका आंदोलन समाप्त नहीं हुआ है।
सुबह 7.30 में ही स्टेडियम खाली कराने पहुंच गए सुरक्षाकर्मी :
जयपाल सिंह स्टेडियम में पारा शिक्षकों को हटाने के लिए पुलिस के जवान सुबह 7:30 बजे ही पहुंच गए थे। पुलिस का डंडा देख कई पारा शिक्षकों ने यहां से खिसकना शुरू कर दिया। करीब 200 की संख्या में ही पारा शिक्षक बचे थे। जबकि पांच बसों में सवार होकर उनसे अधिक संख्या में पुलिस के जवान पहुंचे थे। पारा शिक्षकों ने उन्हें लिखित रूप में दिया कि वे दो बजे के बाद खुद मैदान खाली कर देंगे। इसके पूर्व उन्हें आंदोलन करने दें। इसके बाद पारा शिक्षकों ने स्टेडियम परिसर में सामूहिक रूप से अभियान गीत व राष्ट्रीय गान गाया। प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान को लेकर स्टेडियम परिसर में स्वच्छता अभियान चलाकर सफाई की। अपनी समस्याओं के निदान के लिए चलाए जा रहे आंदोलन को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। इसकी प्रतिलिपि को शिक्षा मंत्री, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव सहित अन्य पदाधिकारियों को भेजा है।
महासंघ के संरक्षक विक्रांत ज्योति, प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार दुबे व महामंत्री प्रघुम्न कुमार सिंह ने कहा कि बुधवार 9 नवंबर को प्रखंडों में धरना दिया जाएगा। वहीं काला झंडा लगाकर क्षेत्र भ्रमण होगा। दस नवंबर को प्रखंड मुख्यालयों में सभा होगी। 12 नवंबर को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने प्रदर्शन और 15 नवंबर को झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर मोरहाबादी मैदान में रोषपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा। 22 से 25 नवंबर तक विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन, सात दिसंबर को लखनऊ में प्रेसवार्ता कर अपनी पीड़ा को सार्वजनिक करेंगे। इसके अलावा 15 दिसंबर को लखनऊ में भीख मांगो रैली निकाली जाएगी।
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