रमकंडा : रमकंडा प्रखंड के पंचायत प्रतिनिधियों ने मंगलवार को पारा
शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन करते हुए उनके आंदोलन को गति प्रदान करने के
लिए स्थानीय प्रखंड संसाधन केंद्र के निकट एकदिवसीय कार्यक्रम आयोजित
किया़ कार्यक्रम में सभी पंचायत प्रतिनिधियों ने पारा शिक्षकों की मांगों
को उचित ठहराते हुए आंदोलन का समर्थन किया़ जिप सदस्य गायत्री गुप्ता ने
कहा कि पारा शिक्षकों की मांगें पूरी तरह से जायज हैं. यह काफी दुखद
स्थिति है कि जब सारे लोग दीपावली, छठ जैसा अपना त्योहार मना रहे हैं, पारा
शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं.
इसके बाद भी सरकार चुपचाप बैठी हुई है़ उन्होंने कहा कि अगर यह सरकार
पारा शिक्षकों की मांगों को पूरा नहीं करती है, तो अगले चुनाव में सरकार
को हटा दिया जायेगा़ इस मौके पर मुखिया संघ के अध्यक्ष राजकिशोर यादव ने
कहा कि आज की महंगाई में पारा शिक्षकों को सरकार जो मानदेय दे रही है, उससे
घर-परिवार चलाना असंभव है़ पारा शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में अलख
जगाने का काम किया है़ सरकार की उनके खिलाफ तानाशाही रवैया नहीं चलेगी़
यदि पारा शिक्षकों का आंदोलन तेज होता है, तो वे लोग भी उसमें साथ देंगे़
मुखिया संघ के उपाध्यक्ष श्रवण प्रसाद कमलापुरी ने कहा कि यदि सरकार
पारा शिक्षकों को स्थायी नहीं कर सकती, तो कम से कम सम्मानजनक मानदेय दे,
ताकि उनका घर-परिवार ठीक से चल सके़ अभी तक जो पारा शिक्षकों का मानदेय
दिया जा रहा है, वह बहुत ही गैरवाजिब है़ मुखिया विजय प्रकाश कुजूर ने कहा
कि सरकार पारा शिक्षकों के साथ दोहरी नीति चला रही है़ इसके खिलाफ लड़ाई
लड़ना जरूरी है़ कार्यक्रम में पारा शिक्षक संघ के सचिव पूरणमल विश्वकर्मा
ने कहा कि सरकार पारा शिक्षकों के साथ हमेशा गलत व्यवहार करती है़ सरकारी
शिक्षकों के निधन पर सरकार उन्हें सभी तरह की सुविधा देती है, लेकिन पारा
शिक्षकों के निधन पर उनको कफन तक नसीब नहीं होता है़ इस मौके पर समाजसेवी
दिनेश प्रसाद, शिक्षक संघ के अध्यक्ष विरेंद्र यादव, मुखिया सुदीन राम,
शिक्षक प्रदीप रजक, विनोद प्रसाद, संजय दुबे, रिजवान फिरदौस, फारूख मंसूरी,
विजय केसरी, संजय दुबे, सुनील प्रसाद, वशिष्ठ सिंह, जितेंद्र केसरी, राजू
कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे़
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