हजारीबाग : अपने मांगों को लेकर अड़े हड़ताली पारा शिक्षकों को हटाने के
लिए एक नवंबर को स्थापना समिति द्वारा पारित आदेश का अनुपालन बुधवार से
शुरू होगा। विद्यालय बंद होने की दशा में यह प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो सकी
थी। ग्राम शिक्षा समिति बुधवार को विद्यालय खुलने के बाद इस दिशा में
अग्रेतर कार्रवाई शुरू करेगी।
जिले में हड़ताल पर जाने वाले 3548 पारा शिक्षकों को चिन्हित करते हुए चयन मुक्त करने की निर्णय लिया गया था। परंतु विद्यालय बंद होने की दिशा में यह निर्णय बुधवार से लागू होगी। इस बाबत डीएसई इंद्र भूषण सिंह ने बताया ग्राम शिक्षा समिति द्वारा निर्णय को पूरा कराने के लिए सभी बीइइओ को विशेष निर्देश दिया गया है। इसके अनुपालन होते ही पारा शिक्षक बर्खास्त हो जाएंगे।
थम नहीं रहा है विरोध का सिलसिला
इधर परा शिक्षक सरकार की नीति और विभाग के रवैया का लगातार विरोध कर रहे हैं। पुतला दहन और काला बिल्ला लगाने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। इस बाबत पारा शिक्षक संघ के संस्थापक अध्यक्ष पीसी प्रभाकर ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा की राज्य सरकार जबरदस्ती पर उतर आई है। शिक्षक इस बार आर - पार की लड़ाई के मूड में हैं। जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हम अपनी मांग पर अड़े रहेंगे। कहा कि जरुरत पड़ी तो शिक्षक उग्र आंदोलन भी करेंगे। वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने कहा कि सरकार की गीदड़ भभकी से हम नहीं डरने वाले। जिला प्रशासन जो चाहे कर ले हम अपनी मांग से हटने वाले नहीं हैं।
जिले में हड़ताल पर जाने वाले 3548 पारा शिक्षकों को चिन्हित करते हुए चयन मुक्त करने की निर्णय लिया गया था। परंतु विद्यालय बंद होने की दिशा में यह निर्णय बुधवार से लागू होगी। इस बाबत डीएसई इंद्र भूषण सिंह ने बताया ग्राम शिक्षा समिति द्वारा निर्णय को पूरा कराने के लिए सभी बीइइओ को विशेष निर्देश दिया गया है। इसके अनुपालन होते ही पारा शिक्षक बर्खास्त हो जाएंगे।
थम नहीं रहा है विरोध का सिलसिला
इधर परा शिक्षक सरकार की नीति और विभाग के रवैया का लगातार विरोध कर रहे हैं। पुतला दहन और काला बिल्ला लगाने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा। इस बाबत पारा शिक्षक संघ के संस्थापक अध्यक्ष पीसी प्रभाकर ने दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए कहा की राज्य सरकार जबरदस्ती पर उतर आई है। शिक्षक इस बार आर - पार की लड़ाई के मूड में हैं। जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हम अपनी मांग पर अड़े रहेंगे। कहा कि जरुरत पड़ी तो शिक्षक उग्र आंदोलन भी करेंगे। वहीं दूसरी ओर जिलाध्यक्ष चंदन मेहता ने कहा कि सरकार की गीदड़ भभकी से हम नहीं डरने वाले। जिला प्रशासन जो चाहे कर ले हम अपनी मांग से हटने वाले नहीं हैं।
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