गुमला : शिक्षकों के विभिन्न ग्रेडों में प्रोन्नति के लिए जिला शिक्षा
अधीक्षक कार्यालय से जारी वरीयता सूची को अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ
ने आपत्ति जताई है। इस संबंध में मंगलवार को संघ के पदाधिकारियों ने
उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा है और त्रुटिपूर्ण वरीयता सूची को तत्काल रद
करने की मांग की है।
इन्होंने कहा कि प्रकाशित वरीयता सूची नियम के अनुकूल नही हैं। प्रकाशित वरीयता सूची स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के संकल्प संख्या 3027 के प्रतिकूल है जिस कारण शिक्षक संघ के महासचिव रामचन्द्र खेरवार ने त्रुटिपूर्ण वरीयता सूची को रद करते हुए संकल्प संख्या 3027 में दर्ज प्रोन्नति नियमावली के तहत करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वरीयता सूची में वरीयता का निर्धारण लोक सेवा आयोग से अनुशंसित क्रमांक से किया गया है जबकि संकल्प पत्र में वरीयता सूची का निर्धारण योगदान तिथि को माना गया है। प्रवक्ता त्रिभुवन कुमार ने कहा है कि आपत्ति पर विचार कर संशोधन नहीं किया जाता है तब संगठन फिर से आंदोलन करने को बाध्य होगा।
इन्होंने कहा कि प्रकाशित वरीयता सूची नियम के अनुकूल नही हैं। प्रकाशित वरीयता सूची स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के संकल्प संख्या 3027 के प्रतिकूल है जिस कारण शिक्षक संघ के महासचिव रामचन्द्र खेरवार ने त्रुटिपूर्ण वरीयता सूची को रद करते हुए संकल्प संख्या 3027 में दर्ज प्रोन्नति नियमावली के तहत करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वरीयता सूची में वरीयता का निर्धारण लोक सेवा आयोग से अनुशंसित क्रमांक से किया गया है जबकि संकल्प पत्र में वरीयता सूची का निर्धारण योगदान तिथि को माना गया है। प्रवक्ता त्रिभुवन कुमार ने कहा है कि आपत्ति पर विचार कर संशोधन नहीं किया जाता है तब संगठन फिर से आंदोलन करने को बाध्य होगा।
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