खूंटी: सेवा स्थायी करने, समान काम के बदले समान वेतन आदि मागों लेकर हड़ताल
में शामिल पारा शिक्षकों ने मंगलवार को तिरंगे के साथ जिला मुख्यालय में
न्याय मार्च निकाला।
इसमें जिले के लगभग नौ सौ पारा शिक्षकों ने भाग लिया। न्याय मार्च कचहरी मैदान से शुरू होकर बाजार टाड़, मेन रोड, भगत सिंह चौक, नेताजी चौक, पिपराटोली होते नामकुम जोड़ा बगीचा पहुंचा और सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए एकीकृत पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार पाठक ने कहा कि हम शिक्षक हैं और शिक्षक की गरिमा को ध्यान में रख कर तिरंगे के साथ मार्च निकाल कर न्याय की माग कर रहे हैं। हमारी मागों का समर्थन बुद्धिजीवी, ग्रामीण के साथ ही सासद कड़िया मुंडा और अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी किया है। विद्यालय प्रबंध समिति भी पारा शिक्षकों के साथ है। इसके बाद भी सरकार को पारा शिक्षक पत्थरबाज नजर आते हैं। उन पर झूठे मुकदमे लादे जाते हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार को पारा शिक्षकों की गरीबी नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता छोड़ पारा शिक्षकों की मागों पर गंभीरता पूर्वक विचार करे। जिला सचिव नेली लुकस ने कहा कि यह आदोलन हमारे मान-सम्मान की लड़ाई है। जब तक मागें पूरी नहीं हो जातीं, उनकी हड़ताल जारी रहेगी। मौके पर दिनेश महतो, सुखदेव राम, बालचंद मगाहीया,शदाब खान, दिलीप पाढ़ी, महेश सिंह, गौर सिंह, बुढ़न सिंह मुंडा, जितेंद्र माझी, कृष्णा महतो, अजय साहू, अवध बिहारी, जयसिंह मुंडा, अमृता कुमारी, करिश्मा मुंडू, मिथिलेश कुमार आदि उपस्थित थे।
इसमें जिले के लगभग नौ सौ पारा शिक्षकों ने भाग लिया। न्याय मार्च कचहरी मैदान से शुरू होकर बाजार टाड़, मेन रोड, भगत सिंह चौक, नेताजी चौक, पिपराटोली होते नामकुम जोड़ा बगीचा पहुंचा और सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए एकीकृत पारा शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार पाठक ने कहा कि हम शिक्षक हैं और शिक्षक की गरिमा को ध्यान में रख कर तिरंगे के साथ मार्च निकाल कर न्याय की माग कर रहे हैं। हमारी मागों का समर्थन बुद्धिजीवी, ग्रामीण के साथ ही सासद कड़िया मुंडा और अन्य जन प्रतिनिधियों ने भी किया है। विद्यालय प्रबंध समिति भी पारा शिक्षकों के साथ है। इसके बाद भी सरकार को पारा शिक्षक पत्थरबाज नजर आते हैं। उन पर झूठे मुकदमे लादे जाते हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार को पारा शिक्षकों की गरीबी नजर नहीं आती। उन्होंने कहा कि सरकार हठधर्मिता छोड़ पारा शिक्षकों की मागों पर गंभीरता पूर्वक विचार करे। जिला सचिव नेली लुकस ने कहा कि यह आदोलन हमारे मान-सम्मान की लड़ाई है। जब तक मागें पूरी नहीं हो जातीं, उनकी हड़ताल जारी रहेगी। मौके पर दिनेश महतो, सुखदेव राम, बालचंद मगाहीया,शदाब खान, दिलीप पाढ़ी, महेश सिंह, गौर सिंह, बुढ़न सिंह मुंडा, जितेंद्र माझी, कृष्णा महतो, अजय साहू, अवध बिहारी, जयसिंह मुंडा, अमृता कुमारी, करिश्मा मुंडू, मिथिलेश कुमार आदि उपस्थित थे।
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