झारखंड प्रदेश पारा शिक्षक संघ डुमरी प्रखंड इकाई की बैठक शनिवार को डुमरी
डाक बंगला में हुई। अध्यक्षता संघ के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष डीलचंद महतो ने
की और संचालन रामजी जायसवाल ने की। बैठक में पारा शिक्षकों के प्रति सरकार
के नीतियों का विरोध करते हुए हड़ताल पर डटे रहने का निर्णय लिया।
बैठक में जिप अध्यक्ष राकेश महतो, प्रमुख यशोदा देवी और संघ के जिला उपाध्यक्ष गणेश मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे। राकेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री की कार्यशैली से स्पष्ट होता है कि प्रदेश की वर्तमान सरकार जनता को अंग्रेजों से भी अधिक शोषण करने पर उतारू है। राज्य में प्राथमिक शिक्षा पंचायत के अधीन है। यदि सरकार बर्खास्तगी के फरमान को वापस नहीं लेती है तो सभी पंचायत प्रतिनिधि पारा शिक्षकों के समर्थन में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। प्रमुख यशोदा देवी ने कहा कि डुमरी प्रखंड में एक भी पारा शिक्षक को बर्खास्त किया गया तो बीआरसी में अनिश्चितकालीन तालाबंदी की जाएगी। बैठक को आजसू के जिला उपाध्यक्ष छक्कन महतो, प्रखंड सचिव बालेश्वर महतो, राजेश साहू, उमाशंकर महतो, बैजनाथ महतो, चन्द्रशेखर महतो, संजय पटेल, कौसर अंसारी, सनाउल्लाह अंसारी, कादिर, जयलाल तुरी सहित अन्य थे।
गिरिडीह | झारखंडसरकार ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे पारा शिक्षकों को गत 03 नवम्बर, 2016 तक संबंधित विद्यालयों में योगदान करने का निर्देश दिया था। जिला शिक्षा स्थापना समिति की गुरुवार देर शाम को हुई बैठक में 6,333 पारा शिक्षकों की संविदा समाप्त भी कर दी गई। इस बाबत शनिवार को कार्यालय कक्ष में डीएसई सह डीपीओ सिंह से बातचीत की गई।
उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों की सेवा समाप्ति का निर्णय लिया जा चुका है। प्रक्रिया के तहत जिले के सभी 13 प्रखंडों में ग्राम शिक्षा समिति/ विद्यालय प्रबंधन समिति की जल्द बैठक बुलाए जाने का निर्देश दिया गया है। संबंधित हड़ताली पारा शिक्षक बैठक में व्यवधान उपस्थित नहीं करें इसके लिए एसपी से मदद मांगी गई है। शांति व्यवस्था सुरक्षा इंतजाम के लिए पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की मांग की गई है।
कहा संबंधित ग्राम शिक्षा समिति/विद्यालय प्रबंधन समिति पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के लिए कार्रवाई शुरू करेंगे। प्रक्रिया पूरी नहीं करने वाले समिति को भंग कर नए सिरे से गठन किया जाएगा।
गिरिडीह | गिरिडीहशहर स्थित पेंशनर्स कार्यालय में शनिवार को पारा शिक्षकों के हड़ताल को लेकर समीक्षा बैठक हुई। अध्यक्षता कर रहे झारखंड क्रांतिकारी विकास मोर्चा के राज्याध्यक्ष अशोक सिंह तथा महामंत्री रघुनंदन प्रसाद विश्वकर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि हड़ताली पारा शिक्षकों पर सरकार दमन की नीति बंद करे तथा सम्मान जनक समझौता सरकार करे।
बैठक में जिप अध्यक्ष राकेश महतो, प्रमुख यशोदा देवी और संघ के जिला उपाध्यक्ष गणेश मंडल मुख्य रूप से उपस्थित थे। राकेश महतो ने कहा कि मुख्यमंत्री की कार्यशैली से स्पष्ट होता है कि प्रदेश की वर्तमान सरकार जनता को अंग्रेजों से भी अधिक शोषण करने पर उतारू है। राज्य में प्राथमिक शिक्षा पंचायत के अधीन है। यदि सरकार बर्खास्तगी के फरमान को वापस नहीं लेती है तो सभी पंचायत प्रतिनिधि पारा शिक्षकों के समर्थन में उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। प्रमुख यशोदा देवी ने कहा कि डुमरी प्रखंड में एक भी पारा शिक्षक को बर्खास्त किया गया तो बीआरसी में अनिश्चितकालीन तालाबंदी की जाएगी। बैठक को आजसू के जिला उपाध्यक्ष छक्कन महतो, प्रखंड सचिव बालेश्वर महतो, राजेश साहू, उमाशंकर महतो, बैजनाथ महतो, चन्द्रशेखर महतो, संजय पटेल, कौसर अंसारी, सनाउल्लाह अंसारी, कादिर, जयलाल तुरी सहित अन्य थे।
गिरिडीह | झारखंडसरकार ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे पारा शिक्षकों को गत 03 नवम्बर, 2016 तक संबंधित विद्यालयों में योगदान करने का निर्देश दिया था। जिला शिक्षा स्थापना समिति की गुरुवार देर शाम को हुई बैठक में 6,333 पारा शिक्षकों की संविदा समाप्त भी कर दी गई। इस बाबत शनिवार को कार्यालय कक्ष में डीएसई सह डीपीओ सिंह से बातचीत की गई।
उन्होंने कहा कि पारा शिक्षकों की सेवा समाप्ति का निर्णय लिया जा चुका है। प्रक्रिया के तहत जिले के सभी 13 प्रखंडों में ग्राम शिक्षा समिति/ विद्यालय प्रबंधन समिति की जल्द बैठक बुलाए जाने का निर्देश दिया गया है। संबंधित हड़ताली पारा शिक्षक बैठक में व्यवधान उपस्थित नहीं करें इसके लिए एसपी से मदद मांगी गई है। शांति व्यवस्था सुरक्षा इंतजाम के लिए पुलिस बल के साथ दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की मांग की गई है।
कहा संबंधित ग्राम शिक्षा समिति/विद्यालय प्रबंधन समिति पारा शिक्षकों की सेवा समाप्त करने के लिए कार्रवाई शुरू करेंगे। प्रक्रिया पूरी नहीं करने वाले समिति को भंग कर नए सिरे से गठन किया जाएगा।
गिरिडीह | गिरिडीहशहर स्थित पेंशनर्स कार्यालय में शनिवार को पारा शिक्षकों के हड़ताल को लेकर समीक्षा बैठक हुई। अध्यक्षता कर रहे झारखंड क्रांतिकारी विकास मोर्चा के राज्याध्यक्ष अशोक सिंह तथा महामंत्री रघुनंदन प्रसाद विश्वकर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि हड़ताली पारा शिक्षकों पर सरकार दमन की नीति बंद करे तथा सम्मान जनक समझौता सरकार करे।
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