रांची : राज्य के 70 हजार पारा शिक्षकों को दो माह से मानदेय नहीं
मिला है. मानदेय नहीं मिलने से पारा शिक्षक आक्रोशित हैं. झारखंड प्रदेश
पारा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय कुमार दुबे ने कहा कि वर्तमान
वित्तीय वर्ष के शुरू से ही पारा शिक्षकों को नियमित मानदेय का भुगतान नहीं
हो रहा है. अप्रैल से अगस्त तक का मानदेय सितंबर में मिला था.
केवल सितंबर का मानदेय अक्तूबर में दिया गया. इसके बाद से फिर पारा
शिक्षकों को मानदेय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा है कि मानदेय भुगतान
नहीं होने से पारा शिक्षकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पारा शिक्षकों को बढ़ा हुआ मानदेय भी नहीं मिल रहा है. भारत सरकार व राज्य
सरकार से मानदेय में दस फीसदी की बढ़ोतरी को स्वीकृति मिल गयी है. इसके बाद
भी वित्तीय वर्ष के आठ माह बीत जाने के बाद भी अब तक बढ़ा हुआ मानदेय नहीं
मिल रहा है. पारा शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के प्रति सरकार गंभीर
नहीं है. उन्होंने कहा है कि अगले वर्ष पारा शिक्षक राज्य स्तरीय आंदोलन
करेंगे.
शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन
झारखंड राज्य सहयोगी शिक्षा मित्र पारा शिक्षक संघ का प्रतिनिधिमंडल
शुक्रवार को शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने दस
फीसदी बढ़ोतरी के साथ बकाया मानदेय का भुगतान, शिक्षक पात्रता परीक्षा सफल
पारा शिक्षकों को स्थायी शिक्षक बनाने, शिक्षक कल्याण कोष के गठन की मांग
की. शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की मांगों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन
दिया. प्रतिनिधिमंडल में संघ के अध्यक्ष विनोद तिवारी, नरोत्तम सिंह
मुंडा, वीरेंद्र राय समेत अन्य लोग शामिल थे.
जल्द मानदेय भुगतान की मांग
सामुदायिक पारा शिक्षक संघ की रांची जिला इकाई का प्रतिनिधिमंडल
शुक्रवार को झारखंड शिक्षा परियोजना के लेखा पदाधिकारी से मिला.
प्रतिनिधिमंडल ने बकाया मानदेय के जल्द भुगतान की मांग की. लेखा पदाधिकारी
ने जल्द मानदेय भुगतान का आश्वासन दिया. प्रतिनिधिमंडल में मो शकील विनाेद
राम, अनिल कुमार महतो, अनिमा टोप्पो समेत अन्य लोग शामिल थे.
रांची : रांची विवि के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा शोधार्थी संघ ने
स्नातकोत्तर के प्रस्तावित पाठ्यक्रम का विरोध किया है़ शुक्रवार को हुई
बैठक में छात्रों ने कहा कि अनिवार्य विषय ईसी (101) व (102) में समानता
है़
अध्यक्ष राम कुमार ने कहा कि पूर्व में प्रभारी एचओडी डॉ त्रिवेणी
नाथ साहू से इस विषय पर चर्चा हुई थी, जिसमें उन्होंने इसे सुधारने का
आश्वासन दिया था. पर शुक्रवार को जब छात्र उनसे मिलने गये, तो उन्होंने
बदलाव लाने से साफ इनकार कर दिया़ यदि एचओडी का यही रवैया बरकरार रहा, तो
शोधार्थी पठन-पाठन व शोध कार्य छोड़ कर विवि परिसर में धरना देंगे़ संघ
ने मामले की जानकारी वीसी को भी दी है़ बैठक में विजय गागराई, अमित
कुमार, निरंजन कुमार, मनोज कच्छप, शैलेश महतो, शांति नाग, एमलिन केरकेट्टा,
ज्योत्सना टुडू, रेखा कुमारी सहित कई शोधार्थी शामिल थे़
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