वर्ष1988 2004 में फर्जी संस्थान से शिक्षक प्रशिक्षण की डिग्री पर नौकरी
कर रहे 200 से ज्यादा शिक्षकों पर कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई
है।
गैर मान्यता प्राप्त संस्थान से शिक्षक प्रशिक्षण की डिग्री प्राप्त कर बहाल शिक्षकों पर शिकंजा कसने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शिविर लगाकर शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच करने का आदेश दिया गया। इस मामले में मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत के बाद उपायुक्त अरवा राजकमल द्वारा वर्ष 1988 2004 में बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को आदेश दिया गया था। जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा 2 3 नवंबर को शिविर लगाकर शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई गई है। इसमें वर्ष 1988 के 63 शिक्षक और वर्ष 2004 बैच के 255 शिक्षक के अनुपस्थित रहे। अनुपस्थिति 318 शिक्षकों को एक मौका और देने के लिए 18 को फिर शिविर लगाया गया। इसमें लगभग 200 शिक्षकों ने प्रमाण पत्र की जांच नहीं कराई है। अब शिक्षा विभाग शिकंजा कसने की तैयारी में है। अब विभाग किसी दिन इनका वेतन बंद कर सकता है।
गैर मान्यता प्राप्त संस्थान से शिक्षक प्रशिक्षण की डिग्री प्राप्त कर बहाल शिक्षकों पर शिकंजा कसने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा शिविर लगाकर शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच करने का आदेश दिया गया। इस मामले में मुख्यमंत्री जनसंवाद में शिकायत के बाद उपायुक्त अरवा राजकमल द्वारा वर्ष 1988 2004 में बहाल शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक को आदेश दिया गया था। जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा 2 3 नवंबर को शिविर लगाकर शिक्षकों के प्रमाण पत्र की जांच कराई गई है। इसमें वर्ष 1988 के 63 शिक्षक और वर्ष 2004 बैच के 255 शिक्षक के अनुपस्थित रहे। अनुपस्थिति 318 शिक्षकों को एक मौका और देने के लिए 18 को फिर शिविर लगाया गया। इसमें लगभग 200 शिक्षकों ने प्रमाण पत्र की जांच नहीं कराई है। अब शिक्षा विभाग शिकंजा कसने की तैयारी में है। अब विभाग किसी दिन इनका वेतन बंद कर सकता है।
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