झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ निरसा इकाई के तत्वावधान में मंगलवार को
शिक्षकों ने अपने तीन सूत्री मांगो के समर्थन में निरसा प्रखंड कार्यालय
परिसर में एक दिवसीय धरना दिया। इस दौरान शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम
अपने तीन सूत्री मांगो को बीडीओ मुकेश कुमार बाउरी को सौंपा।
धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि, शिक्षक समाज का ऐसा पायदान है जो हर वर्ग के बच्चों के बीच शिक्षा देने का काम करते हैं। परंतु आज राज्य सरकार द्वारा उचित पहल नहीं किये जाने के कारण शिक्षकोंं की दुर्दशा हो रही है।
शिक्षको के लिए जारी नए पेंशन स्कीम में कई सारी खामियां है। पूर्व में बनाये गए पेंशन स्कीम ही शिक्षकों के लिए लाभदायक था। छठे वेतन के विसंगतियों को दूर कर राज्य सरकार सातवां वेतन आयोग में संशोधन करे। वहीं सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार सामान काम के लिए सामान वेतन को 1 जनवरी 2016 से लागू किया जाए। शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए राष्ट्रीय प्रारंभिक शिक्षा आयोग का गठन किया जाए।
धरना में लोकेश घोषाल, नारायण पाण्डेय, दिनेश रविदास, श्यामली बनर्जी, मानस चौधरी, दिलीप नंदी, नीरू महतो सहित अन्य शामिल थे।
धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि, शिक्षक समाज का ऐसा पायदान है जो हर वर्ग के बच्चों के बीच शिक्षा देने का काम करते हैं। परंतु आज राज्य सरकार द्वारा उचित पहल नहीं किये जाने के कारण शिक्षकोंं की दुर्दशा हो रही है।
शिक्षको के लिए जारी नए पेंशन स्कीम में कई सारी खामियां है। पूर्व में बनाये गए पेंशन स्कीम ही शिक्षकों के लिए लाभदायक था। छठे वेतन के विसंगतियों को दूर कर राज्य सरकार सातवां वेतन आयोग में संशोधन करे। वहीं सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार सामान काम के लिए सामान वेतन को 1 जनवरी 2016 से लागू किया जाए। शिक्षक शिक्षिकाओं के लिए राष्ट्रीय प्रारंभिक शिक्षा आयोग का गठन किया जाए।
धरना में लोकेश घोषाल, नारायण पाण्डेय, दिनेश रविदास, श्यामली बनर्जी, मानस चौधरी, दिलीप नंदी, नीरू महतो सहित अन्य शामिल थे।
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