सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है। किसी तरह पारा शिक्षकों और
स्कूल समिति के सहयोग से विद्यालय संचालित हो पा रहे हैं। परंतु विद्यालयों
में पढ़ाई की स्थिति काफी गंभीर है। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं
मिल पा रही है। इसकी वजह विद्यालयों में सरकारी शिक्षकों की घोर कमी है।
ये बातें दुलमी बीडीओ जयाशंखी मुर्मू ने कही। वह शुक्रवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय होन्हे जांच के लिए पहुंची हुई थी। उन्होंने आश्वस्त किया कि जांच रिपोर्ट के साथ दुलमी प्रखंड क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के लिए विभाग को अवगत करवाया जाएगा। साथ ही विभाग से शिक्षकों की डिमांड भी की जाएगी। ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। उउवि होन्हे में गांव के ही कैशर इमाम द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिलने के कारण विद्यार्थियों के पलायन करने की शिकायत की गई थी। बीडीओ ने विद्यालय में मध्याह्न भोजन की भी जांच की, जिसे बेहतर पाया। मौके पर विद्यालय समिति अध्यक्ष बिहारी महतो, प्रधानाध्यापक असदउल्लाह गालिब, बीसीओ लक्ष्मीकांत पांडेय, बालकृष्ण ओहदार, विनोद नायक सहित कई मौजूद थे।
ये बातें दुलमी बीडीओ जयाशंखी मुर्मू ने कही। वह शुक्रवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय होन्हे जांच के लिए पहुंची हुई थी। उन्होंने आश्वस्त किया कि जांच रिपोर्ट के साथ दुलमी प्रखंड क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के लिए विभाग को अवगत करवाया जाएगा। साथ ही विभाग से शिक्षकों की डिमांड भी की जाएगी। ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। उउवि होन्हे में गांव के ही कैशर इमाम द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिलने के कारण विद्यार्थियों के पलायन करने की शिकायत की गई थी। बीडीओ ने विद्यालय में मध्याह्न भोजन की भी जांच की, जिसे बेहतर पाया। मौके पर विद्यालय समिति अध्यक्ष बिहारी महतो, प्रधानाध्यापक असदउल्लाह गालिब, बीसीओ लक्ष्मीकांत पांडेय, बालकृष्ण ओहदार, विनोद नायक सहित कई मौजूद थे।
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