RANCHI: हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति नियमावली में
त्रुटियों को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए शिक्षा विभाग नियमावली में
संशोधन करने वाला है। एक- दो दिनों में बैठक कर तय किया जाएगा कि नियमावली
में क्या- क्या बदलाव किया जाए।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा है कि अधिकारियों से बातचीत कर विचार किया जाएगा कि क्या- क्या त्रुटियां हैं। इसके बाद जरूरी संशोधन किए जाएंगे.
अभ्यर्थियों को होगा लाभ
हिस्ट्री के साथ सिविक्स, केमिस्ट्री के साथ बायोलॉजी और मैथ्स के साथ फिजिक्स कॉम्बीनेशन के साथ अप्लाई करने वाले अभ्यर्थियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। संभावना है कि ऑनर्स पेपर के साथ सब्सिडियरी पेपर में ब्भ् परसेंट मार्क्स की बाध्यता भी खत्म हो जाए। यानी ऑनर्स या सब्सिडियरी(दोनों में से किसी एक)विषय में ब्भ् परसेंट मार्क्स अनिवार्य किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं के लिए जारी की गई रिक्तियों में भी बदलाव हो सकता है। बता दें कि हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति भर्ती परीक्षा के लिए म् जनवरी से ऑनलाइन आवेदन जमा लिया जाएगा। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन(जेएसएससी)ने क्78भ्ख् पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है। नियुक्ति निमयावली एक सप्ताह पहले ही जारी की गई थी, इसके बाद से ही अभ्यर्थियों ने आपत्तियों की झड़ी लगा दी थी।
हटेगा निगेटिव मार्किग का प्रावधान
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में निगेटिव मार्किग का प्रोविजन हटेगा। नियुक्ति नियमावली में कहीं भी निगेटिव मार्किग का प्रावधान नहीं है लेकिन झारखंड स्टाफ सलेक्शन कमीशन(जेएसएससी)ने जो नियमावली जारी किया है उसमें निगेटिव मार्किग का प्रोविजन कर दिया गया है।
क्78भ्ख् पदों के लिए निकली है विज्ञप्ति
हाई स्कूल में क्78भ्ख् शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन(जेएसएससी) के थ्रू बहाली ली जा रही है। इसके लिए म् जनवरी से ऑनलाइन फॉर्म भरे जाएंगे। लेकिन बहाली के पहले ही छात्रों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। इधर, आंदोलन और विरोध को देखते हुए शिक्षा विभाग भी सकते में है।
क्या हैं खामियां
इन विषयों में सब्सिडियरी का बैरियर
फिजिक्स, बायोलॉजी, केमिस्ट्री, हिस्ट्री, सिविक्स सब्जेक्ट में टीचर बनने के लिए दोनों ही सब्जेक्ट(ऑनर्स और सब्सिडियरी)में ब्भ् परसेंट मार्क्स होना जरूरी है।
क्7 के सब्सिडियरी में ब्भ् परसेंट मार्क्स जरूरी नहीं
हिन्दी, अंग्रेजी, उडि़या, बांग्ला, भूगोल, इकोनॉमिक्स, होम साइंस, अकाउंट, नागपुरी, पंचपरगनिया, कुरमाली, मुंडारी, हो, कृषि, संताली, खोरठा व सोशियोलॉजी में सिर्फ बीएड की डिग्री खोजी जा रही है। यानी इन विषयों में सब्सिडियरी की कोई अनिवार्यता नहीं है।
ब् के लिए पीजी व बीएड डिग्री
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति नियमावली में चार विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ बीएड की भी डिग्री चाहिए। जबकि अन्य विषयों के लिए सिर्फ बीएड और क्7 विषयों में शिक्षक बनने के लिए बीएड के साथ सब्सिडियरी पेपर में ब्भ् परसेंट मार्क्स का बैरियर है। इसके साथ ही हिस्ट्री के साथ पॉलिटिकल साइंस का कॉम्बिनेशन बना दिया गया है। वहीं फिजिक्स के साथ मैथ्स का भी कॉम्बीनेशन है। इससे कई छात्रों को यह भी परेशानी है कि उन्होंने सब्सिडियरी पेपर में कॉम्बीनेशन पेपर से अलग सब्जेक्ट रखा था।
स्थानीयता का पैमाना भी अलग अलग
स्थानीयता का पैमाना भी अलग अलग किया गया है। ग्यारह अनुसूचित जिलों में सिर्फ स्थानीय युवक ही फॉर्म फिलअप कर सकते हैं बाकि क्फ् जिलों में देशभर के अभ्यर्थियों को फॉर्म भरने की छूट होगी।
वर्जन :::::::
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति नियमावली में संशोधन होगा। नियुक्ति नियमावली पर अभ्यर्थियों ने ध्यान आकृष्ट कराया है। सभी अधिकारियों से बातचीत करने के बाद विचार किया जाएगा कि कहां- कहां त्रुटियां हैं।
- आराधना पटनायक, सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा है कि अधिकारियों से बातचीत कर विचार किया जाएगा कि क्या- क्या त्रुटियां हैं। इसके बाद जरूरी संशोधन किए जाएंगे.
अभ्यर्थियों को होगा लाभ
हिस्ट्री के साथ सिविक्स, केमिस्ट्री के साथ बायोलॉजी और मैथ्स के साथ फिजिक्स कॉम्बीनेशन के साथ अप्लाई करने वाले अभ्यर्थियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा। संभावना है कि ऑनर्स पेपर के साथ सब्सिडियरी पेपर में ब्भ् परसेंट मार्क्स की बाध्यता भी खत्म हो जाए। यानी ऑनर्स या सब्सिडियरी(दोनों में से किसी एक)विषय में ब्भ् परसेंट मार्क्स अनिवार्य किया जाएगा। इसके साथ ही क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं के लिए जारी की गई रिक्तियों में भी बदलाव हो सकता है। बता दें कि हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति भर्ती परीक्षा के लिए म् जनवरी से ऑनलाइन आवेदन जमा लिया जाएगा। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन(जेएसएससी)ने क्78भ्ख् पदों के लिए विज्ञापन जारी किया है। नियुक्ति निमयावली एक सप्ताह पहले ही जारी की गई थी, इसके बाद से ही अभ्यर्थियों ने आपत्तियों की झड़ी लगा दी थी।
हटेगा निगेटिव मार्किग का प्रावधान
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में निगेटिव मार्किग का प्रोविजन हटेगा। नियुक्ति नियमावली में कहीं भी निगेटिव मार्किग का प्रावधान नहीं है लेकिन झारखंड स्टाफ सलेक्शन कमीशन(जेएसएससी)ने जो नियमावली जारी किया है उसमें निगेटिव मार्किग का प्रोविजन कर दिया गया है।
क्78भ्ख् पदों के लिए निकली है विज्ञप्ति
हाई स्कूल में क्78भ्ख् शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। झारखंड स्टाफ सेलेक्शन कमीशन(जेएसएससी) के थ्रू बहाली ली जा रही है। इसके लिए म् जनवरी से ऑनलाइन फॉर्म भरे जाएंगे। लेकिन बहाली के पहले ही छात्रों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है। इधर, आंदोलन और विरोध को देखते हुए शिक्षा विभाग भी सकते में है।
क्या हैं खामियां
इन विषयों में सब्सिडियरी का बैरियर
फिजिक्स, बायोलॉजी, केमिस्ट्री, हिस्ट्री, सिविक्स सब्जेक्ट में टीचर बनने के लिए दोनों ही सब्जेक्ट(ऑनर्स और सब्सिडियरी)में ब्भ् परसेंट मार्क्स होना जरूरी है।
क्7 के सब्सिडियरी में ब्भ् परसेंट मार्क्स जरूरी नहीं
हिन्दी, अंग्रेजी, उडि़या, बांग्ला, भूगोल, इकोनॉमिक्स, होम साइंस, अकाउंट, नागपुरी, पंचपरगनिया, कुरमाली, मुंडारी, हो, कृषि, संताली, खोरठा व सोशियोलॉजी में सिर्फ बीएड की डिग्री खोजी जा रही है। यानी इन विषयों में सब्सिडियरी की कोई अनिवार्यता नहीं है।
ब् के लिए पीजी व बीएड डिग्री
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति नियमावली में चार विषयों में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ बीएड की भी डिग्री चाहिए। जबकि अन्य विषयों के लिए सिर्फ बीएड और क्7 विषयों में शिक्षक बनने के लिए बीएड के साथ सब्सिडियरी पेपर में ब्भ् परसेंट मार्क्स का बैरियर है। इसके साथ ही हिस्ट्री के साथ पॉलिटिकल साइंस का कॉम्बिनेशन बना दिया गया है। वहीं फिजिक्स के साथ मैथ्स का भी कॉम्बीनेशन है। इससे कई छात्रों को यह भी परेशानी है कि उन्होंने सब्सिडियरी पेपर में कॉम्बीनेशन पेपर से अलग सब्जेक्ट रखा था।
स्थानीयता का पैमाना भी अलग अलग
स्थानीयता का पैमाना भी अलग अलग किया गया है। ग्यारह अनुसूचित जिलों में सिर्फ स्थानीय युवक ही फॉर्म फिलअप कर सकते हैं बाकि क्फ् जिलों में देशभर के अभ्यर्थियों को फॉर्म भरने की छूट होगी।
वर्जन :::::::
हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति नियमावली में संशोधन होगा। नियुक्ति नियमावली पर अभ्यर्थियों ने ध्यान आकृष्ट कराया है। सभी अधिकारियों से बातचीत करने के बाद विचार किया जाएगा कि कहां- कहां त्रुटियां हैं।
- आराधना पटनायक, सचिव, स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
No comments:
Post a Comment