जिलेमें हर पांच किलोमीटर की परिधि में एक हाईस्कूल का निर्माण होगा। मध्य
विद्यालयों को उत्क्रमित कर हाईस्कूल बनाया जाएगा ताकि ग्रामीण
छात्र-छात्राओं को परेशानी हों। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा 10 जनवरी को
जिला स्तरीय बैठक होगी।
बैठक में सभी विधायक, सांसद सहित जिला स्तरीय समिति के सदस्य उपस्थित रहेंगे। यहां सभी का मंतव्य लिया जाएगा। ऐसे शिक्षा विभाग ने लगभग 60 मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित करने की सूची बनाई है।
2020तक ड्राप आउट कम करने की कवायद
सर्वशिक्षाअभियान के तहत प्रारंभिक शिक्षा के विकास को माध्यमिक शिक्षा के माध्यम से सुदृढ़ करने के लिए केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यक्रम लागू किया गया है। इसका उद्देश्य 2020 तक माध्यमिक स्तर पर ड्राप आउट कम करते हुए 100 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराना है। इसके लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत पांच किलोमीटर में एक विद्यालय की सुविधा उपलब्ध कराने की नीति निर्धारित की है।
सेवानिवृत्त शिक्षकों की होगी बहाली
जिलेके 48 उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी दूर होगी। उनमें सेवानिवृत्त शिक्षकों को बहाल किया जाएगा। प्रधान सचिव ने नियुक्ति प्रक्रिया 15 दिनों के अंदर पूरी कर करने का निर्देश दिया है। शिक्षकों को प्रत्येक घंटी के आधार पर पारिश्रमिक मिलेगा। सेवानिवृत्त शिक्षकों की अनुपलब्धता की स्थिति में अनुभवी बीएड शिक्षकों को बहाल किया जाएगा ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं हो।
उत्क्रमण के बाद बहाल होंगे शिक्षक
मध्यविद्यालय को हाईस्कूल में उत्क्रमित करने के बाद राज्य सरकार वहां अलग से शिक्षकों की नियुक्ति करेगी। इसमें एक प्रधानाध्यापक, 11 सहायक शिक्षक, एक लिपिक एवं दो आदेशपाल का पद सृजित होगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष में उत्क्रमण की स्वीकृति के पश्चात निर्माण के साथ-साथ शिक्षकों के पद सृजन की कार्रवाई कर रिक्ति भरने की कार्रवाई की जाएगी।
जिले में नामांकित बच्चे
जिलेके कक्षा एक से आठ तक लगभग 1771 विद्यालय संचालित हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार कक्षा एक से पांच तक 169615 छात्र नामांकित हैं। वहीं कक्षा छह से आठ तक 86347 विद्यार्थी नामांकित हैं।
बैठक में सभी विधायक, सांसद सहित जिला स्तरीय समिति के सदस्य उपस्थित रहेंगे। यहां सभी का मंतव्य लिया जाएगा। ऐसे शिक्षा विभाग ने लगभग 60 मध्य विद्यालयों को उत्क्रमित करने की सूची बनाई है।
2020तक ड्राप आउट कम करने की कवायद
सर्वशिक्षाअभियान के तहत प्रारंभिक शिक्षा के विकास को माध्यमिक शिक्षा के माध्यम से सुदृढ़ करने के लिए केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यक्रम लागू किया गया है। इसका उद्देश्य 2020 तक माध्यमिक स्तर पर ड्राप आउट कम करते हुए 100 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित कराना है। इसके लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत पांच किलोमीटर में एक विद्यालय की सुविधा उपलब्ध कराने की नीति निर्धारित की है।
सेवानिवृत्त शिक्षकों की होगी बहाली
जिलेके 48 उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी दूर होगी। उनमें सेवानिवृत्त शिक्षकों को बहाल किया जाएगा। प्रधान सचिव ने नियुक्ति प्रक्रिया 15 दिनों के अंदर पूरी कर करने का निर्देश दिया है। शिक्षकों को प्रत्येक घंटी के आधार पर पारिश्रमिक मिलेगा। सेवानिवृत्त शिक्षकों की अनुपलब्धता की स्थिति में अनुभवी बीएड शिक्षकों को बहाल किया जाएगा ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित नहीं हो।
उत्क्रमण के बाद बहाल होंगे शिक्षक
मध्यविद्यालय को हाईस्कूल में उत्क्रमित करने के बाद राज्य सरकार वहां अलग से शिक्षकों की नियुक्ति करेगी। इसमें एक प्रधानाध्यापक, 11 सहायक शिक्षक, एक लिपिक एवं दो आदेशपाल का पद सृजित होगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष में उत्क्रमण की स्वीकृति के पश्चात निर्माण के साथ-साथ शिक्षकों के पद सृजन की कार्रवाई कर रिक्ति भरने की कार्रवाई की जाएगी।
जिले में नामांकित बच्चे
जिलेके कक्षा एक से आठ तक लगभग 1771 विद्यालय संचालित हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार कक्षा एक से पांच तक 169615 छात्र नामांकित हैं। वहीं कक्षा छह से आठ तक 86347 विद्यार्थी नामांकित हैं।
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