सरायकेला : जिला शिक्षा अधीक्षक फुलमनी खालखो ने सोमवार को सरायकेला,
खरसावां व कुचाई प्रखंड के पांच विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। सोमवार
को सरायकेला प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय खापड़साही में सभी शिक्षक उपस्थित
मिले।
खरसावां के मध्य विद्यालय सिमला में शिक्षक कटाईलाल महतो बगैर सूचना अनुपस्थित थे। उन्हें शो-कॉज किया गया। इसके बाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुचाई में निरीक्षण के दौरान सबकुछ सही मिला। उत्क्रमित मध्य विद्यालय कमरडीहा में भी सब कुछ सही था। राजकीय बुनियाद मध्य विद्यालय बड़ाबांबों में ं दो शिक्षक पदस्थापित हैं। पारा शिक्षक अनिता महतो उपस्थित थीं जबकि सरकारी शिक्षक छोटेलाल तांती अनुपस्थित थे। पारा शिक्षक ने डीएसई को बताया कि छोटेलाल 27 सितंबर से अनुपस्थित हैं। निरीक्षण के दौरान सुबह 10 बजे छोटेलाल विद्यालय पहुंचे। डीएसई के पूछने पर उन्होंने बताया कि उपस्थिति पंजी में अवकाश दर्ज कर वे गए थे। लेकिन जब डीएसई ने पंजी मांगी तो उन्होंने बताया कि कार्यालय की चाभी वे घर पर छोड़ आये हैं। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने एक नया ताला मंगवाकर कार्यालय में लगा दिया, ताकि पंजी में कोई छेड़छाड़ नहीं हो सके। डीएसई ने बुधवार को दोबारा विद्यालय आकर उपस्थिति पंजी की जांच कर गलती मिली तो कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। डीएसई ने पारा शिक्षकों को भी उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया। ग्रामीणों ने डीएसई को बताया कि शिक्षक कभी-कभी ही आते हैं।
खरसावां के मध्य विद्यालय सिमला में शिक्षक कटाईलाल महतो बगैर सूचना अनुपस्थित थे। उन्हें शो-कॉज किया गया। इसके बाद उत्क्रमित मध्य विद्यालय कुचाई में निरीक्षण के दौरान सबकुछ सही मिला। उत्क्रमित मध्य विद्यालय कमरडीहा में भी सब कुछ सही था। राजकीय बुनियाद मध्य विद्यालय बड़ाबांबों में ं दो शिक्षक पदस्थापित हैं। पारा शिक्षक अनिता महतो उपस्थित थीं जबकि सरकारी शिक्षक छोटेलाल तांती अनुपस्थित थे। पारा शिक्षक ने डीएसई को बताया कि छोटेलाल 27 सितंबर से अनुपस्थित हैं। निरीक्षण के दौरान सुबह 10 बजे छोटेलाल विद्यालय पहुंचे। डीएसई के पूछने पर उन्होंने बताया कि उपस्थिति पंजी में अवकाश दर्ज कर वे गए थे। लेकिन जब डीएसई ने पंजी मांगी तो उन्होंने बताया कि कार्यालय की चाभी वे घर पर छोड़ आये हैं। इस पर जिला शिक्षा अधीक्षक ने एक नया ताला मंगवाकर कार्यालय में लगा दिया, ताकि पंजी में कोई छेड़छाड़ नहीं हो सके। डीएसई ने बुधवार को दोबारा विद्यालय आकर उपस्थिति पंजी की जांच कर गलती मिली तो कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। डीएसई ने पारा शिक्षकों को भी उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया। ग्रामीणों ने डीएसई को बताया कि शिक्षक कभी-कभी ही आते हैं।
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